10 नवंबर की शाम को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद खबर आई कि दिल्ली धमाके के मामले में एटीएस (Anti-Terrorism Squad) ने कानपुर के 32 वर्षीय कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को अरेस्ट किया है. ये राजकीय गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष के डीएम (कार्डियोलॉजी) का छात्र है.

डॉक्टर आरिफ की गिरफ्तारी की ब्रेकिंग न्यूज़ देते हुए कई राष्ट्रीय मीडिया चैनल्स ने एक तस्वीर दिखाई. रिपब्लिक वर्ल्ड, न्यूज़ स्टेट उत्तरप्रदेश/उत्तराखंड, टाइम्स नाउ नवभारत, न्यूज़ X, न्यूज़ नेशन, ABP MAJHA, पंजाब केसरी यूपी, inextlive इनमें से कुछ नाम हैं. इन रिपोर्ट्स में सफेद रंग के मेडिकल एप्रन पहने व्यक्ति की तस्वीर चलाते हुए इसे आरोपी डॉ. मोहम्मद आरिफ बताया गया.

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इतना ही नहीं, फ्री प्रेस जर्नल, टीवी 9 भारतवर्ष, सुदर्शन न्यूज़, दैनिक भास्कर, भास्कर डिजिटल, ऑपइंडिया, पाञ्चजन्य, ऑर्गनाइजर, हरिभूमि, न्यूज़ 18 हिंदी, ज़ी न्यूज़, टीवी 9 हिंदी, हिंदुस्थान समाचार, आज तक, बस्तर आवाज़, टीवी इंडिया लाइव, DNA India, WION, inkhabar, REVOI, mediasaheb, Salar News जैसे कई मीडिया संघठनों ने अपनी ख़बरों में डॉ. मोहम्मद आरिफ की गिरफ़्तारी बताते हुए इसी व्यक्ति की तस्वीर चलाई.

ऑपइंडिया ने अपने एक्स हैंडल पर तस्वीर शेयर करते हुए भी ऐसा ही दावा किया

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तो कुछ राइट विंग X-हैंडल @RealBababanaras, @FrontalForce ने तस्वीर शेयर की और @Indian__doctor ने टाइम्स नाउ नवभारत की वीडियो रिपोर्ट शेयर की. वहीं कुछ यूट्यूब चैनल से डॉ. आरिफ का पूराना वीडियो बताते हुए एक वीडियो शेयर किया.

मीडिया ने जिसे आरोपी डॉ. मोहम्मद आरिफ कहा, वो कोई और निकला 

राष्ट्रीय टेलीविजन और डिजिटल मीडिया चैनलों में दिल्ली धमाके के मामले में डॉ. मोहम्मद आरिफ की गिरफ़्तारी की खबरों में अपनी तस्वीर को देखकर केरल के रहने वाले डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ने ऑल्ट न्यूज़ से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि मीडिया ने बिना किसी वेरिफिकेशन के गलती से अपनी खबरों में उनकी तस्वीर चलाई है. साथ ही कहा कि उक्त घटना या उसमें शामिल किसी भी व्यक्ति से उनका कोई संबंध नहीं है.

दरअसल, मीडिया ने आरोपी की बताकर जो तस्वीर चलाई वो कोई और डॉ. आरिफ मोहम्मद ए की है जो वर्तमान में कालीकट, केरल में एक कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट के रूप में कार्यरत हैं.

मीडिया द्वारा इस्तेमाल की गई तस्वीर 15 नवंबर 2023 की है जब डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ए KMCT Group of Institutions में Consultant & Assistant Professor के रूप में कार्य कर रहे थे.

 

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खबरों के अनुसार, दिल्ली धमाके के आरोप में हिरासत में लिए जिस डॉक्टर की पहचान डॉ. आरिफ के रूप में हुई है, वो राजकीय गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष का डीएम (कार्डियोलॉजी) के छात्र है. लेकिन मीडिया ने आरोपी बताते हुए डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ए की तस्वीर चलाई जो 2021 में डीएम (कार्डियोलॉजी में Government Medical College, Thiruvananthapuram, Kerala से पास आउट हैं.

डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ए ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उनकी तस्वीर मीडिया खबरों में गलती से चलाए जाने के बाद उन्होंने कई मीडिया से संपर्क किया. कुछ मीडिया चैनल ने अपनी ख़बरों को अपडेट कर दिया या उस खबर को डिलीट कर दिया. लेकिन अभी भी कई चैनलों ने कोई अपडेट नहीं दिया है.

न्यूज़ 9 लाइव और न्यूज़ नेशन ने पिछले रिपोर्ट में ग़लत तस्वीर चलाने की त्रुटि के लिए माफी माँगते हुए, अपने स्पष्टीकरण वीडियो रिपोर्ट में कहा कि कानपुर से हिरासत में लिए गए संदिग्ध डॉ. आरिफ के संबंध में इस्तेमाल की गई तस्वीर गलत थी.

 

यानी, राष्ट्रीय मीडिया चैनल बिना किसी विशेष जांच या पुष्टि किए दिल्ली धमाके के मामले में कानपुर से हिरासत में लिए संदिग्ध डॉ. आरिफ बताकर केरल के रहने वाले डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ए तस्वीर चला दी. जबकि डॉक्टर आरिफ मोहम्मद ए पेशे से केरल में ही कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट के रूप में कार्यरत हैं और उनका दिल्ली धमाके के मामले या घटना से जुड़ी किसी भी जाँच से कोई संबंध नहीं है.

 

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