एक स्कूल की बच्ची के साथ अभद्रता करते युवक का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम युवक ने स्कूल की छात्रा की स्कर्ट उठाकर वीडियो बनाया जिसके बाद असम पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसका इरादा लड़की को ब्लैकमेल करना था.

अक्सर गलत जानकारी सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर करने वाले भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

राइट विंग इनफ़्लूएंसर ऋणिती चटर्जी पांडे ने भी वीडियो शेयर करते हुए आरोपी युवक के मुस्लिम समुदाय से होने का दावा किया. (आर्काइव लिंक)

राइट विंग इनफ़्लूएंसर अमिताभ चौधरी ने भी वीडियो शेयर करते हुए इसे सांप्रदायिक एंगल देते हुए कहा कि असम में एक ‘जिहादी’ को स्कूली छात्रा की स्कर्ट उठाकर फोटो खींचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

वीडियो से संबंधित की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें डीडी न्यूज़ शिलॉन्ग का 29 मई 2025 को किया गया एक ट्वीट मिला. इसमें मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक का बयान मौजूद है. उन्होंने बताया कि ईस्ट खासी हिल्स पुलिस की एक विशेष टीम ने एक स्कूली छात्रा के कपड़े उठाकर मोबाइल फोन से उसकी तस्वीरें लेने के आरोपी असम के जोरहाट निवासी 24 वर्षीय हिमान गोगोई को गिरफ्तार किया है. इससे इतना तो साफ है कि आरोपी मुस्लिम समुदाय से नहीं है.

हमें इस मामले से जुड़ी एक रिपोर्ट 30 मई 2025 को टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर पब्लिश्ड मिली. इसमें ईस्ट खासी हिल्स के एसपी के हवाले से बताया गया है कि 24 मई को एक वीडियो सामने आया जिसमें एक नकाबपोश व्यक्ति स्कूली छात्रा को अनुचित तरीके से छू रहा था और उसका यूनिफॉर्म उठाकर मोबाइल से तस्वीरें खींच रहा था. घटना के बाद आरोपी असम के जोरहाट स्थित अपने गांव भाग गया था. मेघालय पुलिस की महिला सब-इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम असम गई और आरोपी हिमान गोगोई को उसके एक रिश्तेदार के घर से हिरासत में लेकर घटना में इस्तेमाल मोबाइल फ़ोन ज़ब्त कर लिया.

 

 

कुल मिलाकर, कई यूज़र्स ने मेघालय में स्कूली छात्रा के साथ हुई छेड़खानी की घटना को सांप्रदायिक एंगल से शेयर किया और झूठा दावा किया कि आरोपी मुस्लिम समुदाय से है.

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