एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें साड़ी पहने एक महिला कमर तक ज़मीन में गड़ी है. वहीं कुर्ता-टोपी पहने कुछ लोग उसपर पत्थर फेंक रहे हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में लोग बांग्ला भाषा में बात कर रहे हैं. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो बांग्लादेश की है जहां नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार है. वहाँ शरिया कानून के अनुसार इस्लामवादियों द्वारा महिला को पत्थर मारे जा रहे हैं.
अक्सर सांप्रदायिक एंगल से गलत जानकारी फैलाने वाले भाजपा समर्थक रौशन सिन्हा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि बांग्लादेश में शरिया के अनुसार इस्लामवादियों द्वारा एक महिला को पत्थर मारे जा रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
Bangladesh under “Nobel Peace Prize Winner Md Yunus”.
A woman is being stoned by IsIamists as per Sharia…pic.twitter.com/Sd7maSK8Fv— Mr Sinha (@MrSinha_) April 15, 2025
चंदन कुमार उर्फ @HPhobiaWatch ने वायरल वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि बांग्लादेश में एक महिला को पत्थर मार कर मारा जा रहा है. यह नया बांग्लादेश है जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के नेतृत्व में डीप स्टेट ने सत्ता में लाया है. (आर्काइव लिंक)
अक्सर गलत जानकारी फैलाते हुए पाए जाने वाले जितेंद्र प्रताप सिंह ने वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि बांग्लादेश में एक महिला पर चरित्रहीनता का आरोप लगाकर शरिया कानून के अनुसार पत्थरों से मारा जा रहा है. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
हमने देखा कि वायरल ट्वीट के रिप्लाई में बांग्लादेश के फ़ैक्ट-चेकिंग संस्था रयूमर स्कैनर के सोहनुर रहमान ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया था. इसमें शमीम अहमद नाम के यूज़र ने ये वीडियो 2 साल पहले शेयर किया था. इसके साथ ही उन्होंने वायरल वीडियो का एक बड़ा वर्जन शेयर करते हुए कहा कि यह वास्तविक घटना नहीं, बल्कि एक नाटक की शूटिंग का दृश्य है.
हमने इस वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें बिजॉय सरकार नाम के एक यूज़र द्वारा टिकटॉक पर 16 मार्च 2023 को अपलोडेड यही वीडियो मिला. वहीं इशरत जहां सुमी नाम की यूज़र ने ये वीडियो फ़ेसबुक पर 25 मार्च 2023 को अपलोड किया था. शमीम अहमद नाम के एक अन्य यूज़र ने ये वीडियो यूट्यूब पर 19 मार्च 2023 को अपलोड किया था. इससे इतना तो साफ है कि ये वीडियो कम से कम 2 साल पुराना है. यानी, ये वीडियो बांग्लादेश में हुए तख्तापलट और अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के गद्दी संभालने से कम से कम 1.5 साल पुराना है.
वायरल वीडियो में बैकग्राउंड में एक आवाज़ सुनाई दे रही है- एक्शन, जो फ़िल्म शूटिंग के दौरान इस्तेमाल की जाती है. इस वीडियो के बड़े वर्जन में साफ देखा जा सकता है कि ज़मीन में दबी महिला को चारों तरफ से लोगों ने घेर रखा है और कुछ लोग हाथों में कैमरा, मोनोपॉड आदि शूटिंग उपकरण लेकर खड़े हैं. सबसे पहले वहां खड़े लोगों को सीन के बारे में समझाया जाता है और एक शख्स उन्हें पत्थर थमाता है, जैसे ही एक्शन बोला जाता है, वह ग्रुप अपना डायलॉग बोलता है और महिला पर पत्थर फेंकना शुरू कर देता है. इससे साफ है कि यह कोई वास्तविक घटना नहीं है, बल्कि किसी फिल्म/ड्रामा की शूटिंग है.
कुल मिलाकर कई यूज़र्स ने शूटिंग के दौरान एक महिला पर पत्थर फेंकने के दृश्य को सच्ची घटना बताकर शेयर करते हुए दावा किया कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार में शरिया कानून के अनुसार चरित्रहीनता के आरोप में महिला को पत्थर मारे जा रहे हैं.
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