हाल ही में हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और संवेदनशील जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया. इसी बीच सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ ज्योति मल्होत्रा की तस्वीर वायरल हो रही है.

पीएम नरेंद्र मोदी समर्थक अरुण यादव ने X (पूर्व में ट्विटर) पर समाजवादी पार्टी को मुस्लिम समर्थक बताकर तंज कसते हुए लिखा, “ये देशद्रोही ज्योति जासूस समाजवादी पार्टी सुप्रीमो के साथ क्या कर रही है दोस्तों.” (आर्काइव लिंक)

अरुण यादव ने एक दूसरे ट्वीट में समाजवादी पार्टी के एक ट्वीट को कोट करते हुए फिर से ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

भाजपा समर्थक दिलीप कुमार सिंह ने लिखा कि ये देशद्रोही ज्योति समाजवादी पार्टी सुप्रीमो के साथ क्या कर रही है. (आर्काइव लिंक)

एक्स और फ़ेसबुक पर ये तस्वीर इन्हीं दावों के साथ खूब शेयर की जा रही है.

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 22 जनवरी 2017 की एनडीटीवी और इंडियन एक्सप्रेस की न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक तस्वीर थी लेकिन अखिलेश यादव के बगल में दिख रही महिला ज्योति मल्होत्रा ​​नहीं बल्कि डिंपल यादव हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, ये तस्वीर 22 जनवरी 2017 को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी द्वारा घोषणा पत्र जारी करने के समय की है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट में समाजवादी के चुनाव घोषणापत्र जारी करने कार्यक्रम के दौरान की कई तस्वीरे हैं, इनमें से एक ये भी है.

हमें gettyimages की वेबसाइट पर भी इस कार्यक्रम की कई तस्वीरें मिलीं. यहां जानकारी दी गई है कि 22 जनवरी, 2017 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव अपनी पत्नी और लोकसभा सांसद डिंपल यादव के साथ समाजवादी पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए दिखे.

वायरल तस्वीर और वास्तविक मूल तस्वीर की तुलना करने से स्पष्ट होता है कि डिंपल यादव के चेहरे को हटाकर वायरल तस्वीर में ज्योति मल्होत्रा का चेहरा लगा दिया गया है.

यानी, अखिलेश यादव और डिंपल यादव 2017 में चुनाव घोषणापत्र जारी किये थे. उस दौरान ली गई तस्वीर को एडिट कर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​का चेहरा लगा दिया गया. और इसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

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