सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें इस दावे के साथ शेयर की जा रही हैं कि बांग्लादेश के चटगांव के एक गांव में हिंदुओं की 6 किराने की दुकानों में आग लगा दी गई. इस गांव का नाम कधुरखली है और ये बोलखली उपज़िला के अंतर्गत आता है.

ट्विटर अकाउंट वॉयस ऑफ़ बांग्लादेश ने ये तस्वीरें इसी दावे के साथ ट्वीट की थी. ये ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया गया. (आर्काइव्ड लिंक)

ई पेपर सनातन प्रभात ने भी इस बारे में रिपोर्ट पब्लिश की थी. इस आर्टिकल में सोर्स के तौर पर वॉयस ऑफ़ बांग्लादेश के ट्वीट का हवाला दिया गया.

फ़ेसबुक पेज সনাতন একতা মঞ্চ (सनातन एकता मंच) ने इन तस्वीरों को #SaveBangladeshiHindhu और #savebangladeshihindustemple हैशटैग के साथ पोस्ट किया. पोस्ट में उन तीन हिंदू दुकानों के मालिकों का नाम भी बताया गया है जिनकी दुकानें जल गईं. उनका नाम रोनी डे, डोलन और परिमल देबनाथ बताया गया है.

 

বোয়ালখালী উপজেলার পোপাদিয়া ইউনিয়ন
৩ নং ওর্য়াড কধুরখীল উচ্চ বিদ্যালয়ের পাশে গতপরশু রাত ৩ টায় ৫টি দোকান পুড়ে ছাই হয়ে…

Posted by সনাতন একতা মঞ্চ on Thursday, 4 August 2022

फ़ैक्ट-चेक

वायरल दावे में बताई गई जगह के बारे में गूगल पर सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि कई बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट्स ने इस घटना को रिपोर्ट किया है.

जागो न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, 2 अगस्त की सुबह करीब 4 बजे कधुरखली सरकारी हाई स्कूल के पास भीषण आग लग गई. इसमें तीन बकरियां और पांच दुकानें जलकर राख हो गईं. एक किराना दुकान, एक सैलून, दो सब्जी की दुकानें और एक कूलिंग कॉर्नर जलकर खाक हो गया. इसके अलावा, दैनिक आज़ादी, चट्टोग्राम न्यूज़, चट्टोग्राम खोबोर और जागो न्यूज़ सहित कई मीडिया आउटलेट्स ने दो दुकान-मालिकों का नाम मोहम्मद मुहर्रम और मोहम्मद करीम बताया. ऐसे नाम मुस्लिमों के होते हैं.

हमें फ़ेसबुक पर इस घटना का एक वीडियो मिला जिसे बोलखली के एक स्थानीय व्यक्ति S.M. आरिफ़ ने अपलोड किया था. वीडियो को सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर यानी, घटना के चार घंटे के बाद अपलोड किया गया था. कैप्शन में लिखा है “আজ ভোরের দিকে কধুরখীল স্কুলের পশ্চিম দিকে থাকা সব দোকান আগুনে পুড়ে গেছে।” (जिसका अनुवाद है: आज सुबह तड़के कधुरखिल स्कूल के पश्चिम की सभी दुकानें जल गईं) कई लोगों ने आग लगने का कारण पूछा, तो यूज़र ने जवाब दिया कि आग शायद बिजली के शॉर्ट-सर्किट से लगी थी.

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बोलखाली फ़ायर सर्विस लीडर हैदर हुसैन ने जागो न्यूज़ को दिए एक बयान में कहा, “हम अनुमान लगा रहे हैं कि आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट-सर्किट हो सकता है. स्थानीय लोगों द्वारा आग लगने की सूचना देने के बाद बोलखाली फ़ायर सर्विस के कर्मियों ने आकर आग को काबू किया. रोनी रॉय ने भी जागो न्यूज से बात की. इनकी किराने की दुकान भी आग में जल गई थी. उन्होंने बताया, “मैंने तीन बकरियां, एक मोटरसाइकिल और दुकान का सारा सामान खो दिया. मैंने ये चीजें खरीदने के लिए कर्ज लिया था. इस आग ने मुझे अब सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर कर दिया है.”

ऑल्ट न्यूज़ ने बोलखाली फ़ायर सर्विस स्टेशन के एक अधिकारी से बात की जिन्होंने इस बात को कंफ़र्म किया कि मुसलमान और हिंदु दोनों की दुकानें आग में जल गईं थीं. आग लगने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी भी इसकी जांच जारी है लेकिन संभावना है कि ये बिजली से लगी आग थी.

कुल मिलाकर, बांग्लादेश के चटगांव के बोलखाली उपज़िला में आग की घटना के बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हुईं कि हिंदुओं की 6 किराने की दुकानों में जानबूझकर आग लगा दी गई. दरअसल, आग में मुसलमान और हिंदु दोनों की दुकानें जली थी. प्रारंभिक जांच में बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की बात सामने आ रही है.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.