बॉलीवुड मूवी ‘छावा’ के बाद से देश भर में कई हिंदू संगठनों ने औरंगज़ेब के खिलाफ विरोध किया. इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान महाराष्ट्र में औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की मांग की जा रही है. ऐसे में इसे लेकर राजनीति भी तेज़ हो गई है. बीते महीने 17 मार्च की रात को नागपुर में औरंगज़ेब पर विवाद को लेकर दो समुदायों में झड़प भी हो गई थी.

इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें भगवा झंडा लिए हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन पर बनी एक पेंटिग पर औरंगज़ेब की बताते हुए कालिख पोत दी. वीडियो में लोग ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगा रहे हैं. इन्होंने पेटिंग के ऊपर HRD, हिंदू रक्षा दल लिख दिया दिया.

अक्सर कई मौकों पर सांप्रदायिक नफ़रत और भड़काऊ भाषण देने वाले हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ़ पिंकी भैया उर्फ़ पिंकी चौधरी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर 18 अप्रैल को आज तक का एक वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने साथ में लिखा, “औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों का कोई भी नामोनिशान इसे भारत में बर्दाश्त नहीं करेंगे”.

वीडियो रिपोर्ट में पत्रकार ने बताया कि गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म पर औरंगज़ेब की पेंटिग पर हिंदू रक्षा दल के सदस्यों ने कालिख पोत दी. साथ ही मीडिया से बात करते हुए वीडियो में हिंदू रक्षा दल के सदस्य विपिन राजपूत ने कहा कि वो ऐसे “नीच व्यक्ति” की तस्वीर नहीं देखना चाहते जिसने उनके पूर्वजों के खिलाफ अत्याचार किए हों. (आर्काइव लिंक-1लिंक-2)

इसके अलावा, भूपेंद्र तोमर ने 18 अप्रैल को इस घटना से संबंधित एक और ट्वीट कर, वीडियो में औरंगज़ेब को राक्षस, हत्यारा व कई मंदिरों को तोड़ने वाला बताते हुए उसके चित्र और कब्र या चिह्न को भारत में नहीं रहने देने व नामोनिशान मिटाने का भड़काऊ बयान भी दिया.

घटना में दिख रही पेंटिंग को बिना वेरिफ़ाई किए भारत के कई मीडिया हाउस ने भी इसे औरंगज़ेब का बताते हुए चलाया.

इंडिया टुडे ग्रुप ने पेंटिंग को औरंगज़ेब का ही बताते हुए X व यूट्यूब पर वीडियो रिपोर्ट शेयर किया. रिपोर्ट में बताया गया कि गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन पर मुगल बादशाह औरंगजेब के एक चित्र को हिंदू रक्षा दल ने काला किया. प्रदर्शनकारियों ने इस तरह की छवि को हटाने की मांग करते हुए कहा, “यह देश महाला प्रताप, सूरजमल और ब्रह्मजी जैसे हमारे नायकों का है, उनके जैसे चोरों का नहीं.” (आर्काइव लिंक)

अक्सर हिंदू-मुस्लिम का प्रॉपगेंडा चलाने वाला मीडिया हाउस रिपब्लिक भारत ने एक्स पर हैशटैग औरंगज़ेब और हैशटैग हिंदू रक्षा दल के साथ BIG BREAKING न्यूज़ बताते हुए लिखा, ”गाजियाबाद रेलवे स्‍टेशन पर बनी औरंगजेब की पेंटिंग पर पोती कालिख, हिंदू रक्षा दल ने लगाए जय श्रीराम के नारे” और घटना का स्क्रीनग्रैब आर्टिकल के फीचर इमेज में भी शेयर किया. (आर्काइव लिंक-1लिंक-2)

न्यूज़ नेशन टीवी ने भी पेंटिग को औरंगज़ेब का बताते हुए X और यूट्यूब पर शेयर किया. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

टाइम्स नाउ नवभारत ने भी इस पेंटिग को औरंगज़ेब का बताते हुए वीडियो रिपोर्ट में चलाया. (आर्काइव लिंक)

क्या है सच?

ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक व फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के एक पोस्ट के 2 स्क्रीनशॉट्स शेयर किये. इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी यांगून शहर में बहादुर शाह ज़फ़र की मज़ार पर फूल चढ़ा रहे हैं. इसमें बहादुर शाह ज़फ़र की तस्वीर भी दिख रही है.

हमें 18 अप्रैल 2025 का ANI UP/Uttarakhand का X पोस्ट मिला. इस पोस्ट में उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीज़न के डीआरएम पुष्पेश रमन त्रिपाठी ने इस घटना के संबंध में बयान दिया था. उन्होंने कहा कि ये (पेंटिंग) औरंगजज़ेब की नहीं बल्कि बहादुर शाह जफर की थी, किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को खराब करना सही नहीं है और इसके लिए कार्रवाई की जाएगी.(आर्काइव लिंक)

सीएस दिशा फ़ाउंडेशन की प्रमुख व महिला मोर्चा भाजपा सदस्य डॉ. उदिता त्यागी ने अपने X पर घटना के संदर्भ में टिप्पणी करते हुए बताया कि 2016 में गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन में बहादुर शाह ज़फ़र की पेंटिंग बनाई गई थी. रेलवे संस्था और सीएस दिशा फाउंडेशन ने एमओयू साइन कर निःशुल्क 1857 की क्रांति से जुड़े लोगों की तस्वीर बनाई.

आगे, हमें सीएस दिशा फाउंडेशन का एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला. इसमें 1857 के क्रांति के क्रांतिकारियों की वीरगाथा का चित्रण वर्णन करने की योजना के बारे में कुछ न्यूज़पेपर क्लिप्स पोस्ट किये गए थे. साथ ही 15 दिसम्बर 2017 को 1857 क्रांति में बहादुर शाह ज़फ़र के परिचय वाला ‘पोस्ट कार्ड’ पोस्ट किया हुआ मिला. इस फ़ेसबुक पोस्ट के कैप्शन में बताया कि ‘मेरा स्वच्छ रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 4 गाजियाबाद पर “1857-प्रथम स्वतंत्रता संग्राम चित्रकला संग्रहालय” सीएसदिशा फाउंडेशन द्वारा परियोजना’. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

My Clean Railway Station
“1857-First War of Independence Painting Museum” on Platform No.4 Ghaziabad
Project by…

Posted by Csdishaa Foundation on Thursday 14 December 2017

 

कुल मिलाकर, गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर 1857 की क्रांति में शामिल क्रांतिकारियों के चित्रण में बहादुर शाह ज़फ़र की पेंटिंग बनाई गई थी. लेकिन इस पेंटिंग को औरंगज़ेब की समझ कर पहले तो हिंदू रक्षा दल ने कालिख पोत दी और फिर उसी घटना को बिना वेरिफ़ाई किए भारतीय कई मीडिया हाउस ने भी औरंगज़ेब की पेंटिंग बताकर खबरें चलायी.

ऐसा ही एक किस्सा मार्च में भी निकल कर आया था जब हिंदू संगठन ने महाराष्ट्र में औरंगज़ेब के जगह बहादुर शाह ज़फ़र की तस्वीर जला दिया था.

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