कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में 22 अप्रैल, 2025 को घातक आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई. इस हमले के दूसरे दिन ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया जिसमें सेना के जवानों का एक ग्रुप तोप से मोर्टार गोले दागते दिखते हैं.
सोशल मीडिया यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि नियंत्रण रेखा (LOC) के पास कश्मीर के तत्ता पानी सेक्टर में भारतीय सेना ने “जवाबी कार्रवाई” की जिसमें पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.
X यूज़र @RealBababanaras ने वायरल वीडियो पोस्ट किया और दावा किया कि कम से कम 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, और तत्ता पानी सेक्टर में 3 सेना चौकियां और 2 तोपखाने चौकियां नष्ट हो गईं. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, इस पोस्ट को 5 लाख 50 हज़ार से ज़्यादा बार देखा और 1 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया गया है. रिडर्स ध्यान दें कि ऑल्ट न्यूज़ ने इस यूज़र द्वारा शेयर की गई ग़लत सूचनाओं की कई बार पड़ताल की है. (आर्काइव)
एक और X हैन्डल ‘@JSMSHIVA107‘ ने भी इसी तरह के दावे के साथ ये वीडियो X पर पोस्ट किया. पोस्ट को बाद में हटा दिया गया. (आर्काइव)
कई X यूज़र्स ने भी इसी दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया. (आर्काइव: लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4, लिंक 5)
ये दावा फ़ेसबुक पर भी वायरल है.
नोट करें कि ये दावे न्यूज़18 और रिपब्लिक सहित कुछ न्यूज़ आउटलेट्स की रिपोर्ट्स के बाद आए हैं जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के तत्ता पानी सेक्टर में युद्धविराम का उल्लंघन किया था. हालांकि, इस घटना को ज़्यादातर प्रमुख न्यूज़ एजेंसियों ने रिपोर्ट नहीं किया और न ही भारतीय सेना ने अपने X अकाउंट पर शेयर किया. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा, रेजिस्टेंस फ्रंट ने कश्मीर में 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी ली.
फ़ैक्ट-चेक
दावे की सच्चाई जानने के लिए, ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 15 अप्रैल, 2020 की एक फ़ेसबुक पोस्ट मिली जिसमें यही वीडियो था. भारतीय वायु सेना के एक फ़ैन पेज, IAF गरुड़ ने वीडियो पोस्ट किया था.
Arty 💪
Posted by IAF Garud on Wednesday 15 April 2020
की-फ़्रेम सर्च से हमें रिपब्लिक भारत के ऑफ़िशियल यूट्यूब चैनल पर 14 जून, 2020 का एक वीडियो भी मिला. वीडियो में उसी फ़ुटेज की एक मिरर-इमेज थी जो अभी वायरल है.
इस फ़ुटेज को दिखाते हुए रिपब्लिक एंकर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने रामपुर, पुंछ और उरी समेत कश्मीर में कई जगहों पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. हालांकि, न्यूज़ आउटलेट ने ये स्पष्ट नहीं किया कि ये फ़ुटेज किसी अलग घटना का था या इसी का.
यानी, हम ये कह सकते हैं कि गोलाबारी का फ़ुटेज करीब पांच साल पुराना है. हालांकि वीडियो में दिख रही घटना और पुरानी भी हो सकती है, लेकिन फ़ुटेज का सबसे पहला डिजिटल ट्रेस जो हम ढूंढ पाए वो 15 अप्रैल, 2020 का है. ऑल्ट न्यूज़ फ़ुटेज में दिखाई गई सटीक जगह का पता नहीं लगा पाया है.
कुल मिलाकर, एक पुराना वीडियो, जो कम से कम अप्रैल 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है, हाल में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद शेयर किया गया.
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