इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें घाटी से गुज़र रही गाड़ियों पर कुछ लोग पत्थर फेंकते हुए दिख रहे हैं. साथ ही मारो-मारो, शोर के बीच गोली चलने की भी आवाजें आ रही हैं. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर में CRPF, CISF के काफिले वापस लौट रहे थे तभी देश के कुछ गद्दारों ने पत्थरबाज़ी कर दी. ये भी दावा है कि सुरक्षाबल को हवाई फायरिंग करनी पड़ी, उस दौरान भगदड़ मचने से 9 पत्थरबाज़ों की पहाड़ों से फिसलकर गिरने से मौत हो गई.
RSS समर्थक X-हैंडल @maheshyagyasain ने ये वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
ये विडिओ जम्मू-कश्मीर राज्य की है
पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान सुरक्षाबल की कम्पनी बॉर्डर पर आर्मी कैम्प मे आर्मी के साथ ड्यूटी करने के लिए गयी थी जिस से भारतीय सेना को किसी भी प्रकार की समस्या न हो युद्ध विराम के बाद CRPF, CISF की कंपनी वापस लौट रही थी तभी कुछ देश के गद्दारो… pic.twitter.com/hPV5lzl1v3— 🚩योगीआदित्यनाथफैन(डिजिटल योद्धा)गोडसे का भक्त 🕉 (@maheshyagyasain) May 26, 2025
कई मौकों पर गलत जानकारी फैलाते पाए गए X- हैंडल @sanatani_6 के अलावा कई एक्स-यूजर्स ने भी ऐसे ही दावों के साथ वीडियो शेयर किया. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)
कश्मीर में जवानों की वापसी पर फिर देशद्रोह!
CRPF-CISF के काफिले पर पत्थरबाज़ों ने पहाड़ों से किया हमला ।
जवाबी हवाई फायरिंग से भगदड़ मची, पहाड़ से फिसल कर 9 गद्दार ढेर।ये इनकी दोगलाई और कश्मीर का सच 🔥
कश्मीर में जाकर पांच पैसा खर्च मत करना
सरकार देखते बैठेगी कश्मीर का pic.twitter.com/QRgGyGTpPt— #अक्षय Dn ✨ Nationalist 🇮🇳 (@sanatani_6) May 27, 2025
वीडियो के साथ दो और दावे वायरल
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि उतिष्ठ भारत नाम के फेसबुक पेज ने यही वीडियो शेयर कर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते हुए दावा किया, “वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जा रहे काफिले पर जिहादियों ने पथराव किया”. (आर्काइव लिंक)
अक्सर सांप्रदायिक नफरत व गलत जानकारी शेयर करते पाए गए X-यूज़र अमिताभ चौधरी और भाजपा समर्थक के वी अय्यर भारत ने लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों अपमानजनक हार के बाद पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पाकिस्तानी सेना का पथराव कर स्वागत किया”. (आर्काइव लिंक 2, लिंक-3)
फैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये वीडियो 15 मई 2024 को Indian Military Updates – IMU नाम के फेसबुक पेज पर वीडियो अपलोडेड मिला. यानी, ये वीडियो सालभर पुराना है. इसके कैप्शन में बताया गया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरियों ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के काफिले पर पथराव किया.
Kashmiris Peltińg Stones At The Convoy Of Pakistani Security Forces In Pakistan Occupied Kashmir.
Posted by Indian Military Updates – IMU on Tuesday 14 May 2024
साथ ही फ़ेसबुक पेज पर हमें ऐसा ही एक और वीडियो मिला जिसमें बताया गया कि कश्मीरियों ने पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों (रेंजर्स) के वाहनों पर पथराव किया.
उक्त जानकारी के आधार पर हमने की-वर्ड सर्च किया. 14 मई 2024 को प्रकाशित Al Jazeera की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) नामक एक समूह के नेतृत्व में एक विरोध काफिला, सब्सिडी वाले आटे और बिजली सहित अन्य मांगों को लेकर, 11 मई से पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के मुजफ्फराबाद की ओर मार्च कर रहा था.
जेएएसी के अध्यक्ष शौकत नवाज मीर ने अलजज़ीरा से कहा, “हमारे प्रदर्शनकारी पूरी तरह शांतिपूर्ण थे, लेकिन रेंजर्स को बुलाने के सरकार के फैसले का मतलब था कि वे हमारे खिलाफ बल प्रयोग करना चाहते थे. और अब हम देखते हैं कि तीन लोग मारे गए हैं”
इंडिया टुडे और द फ्री प्रेस जर्नल ने भी रिपोर्ट किया था कि पाक अधिकृत कश्मीर में खाद्य, ईंधन और बिजली की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज और लगे आज़ादी के नारे लगे.
आगे हमें पाकिस्तानी मीडिया dawn news के ऑफ़िशियल यूट्यूब चैनल पर एक रिपोर्ट मिली जिसका टाइटल था, “आज़ाद कश्मीर में पहाड़ों से रेंजर्स पर पथराव का वीडियो.”
मई 2024 में reddit.com पर इसी वीडियो को एक यूज़र ने लोहार गली जगह का बताया था.
हमने लोकेशन की पुष्टि के लिए गूगल मैप पर लोहार गली, मुजफ्फराबाद सर्च किया. हमें वायरल वीडियो के समान घुमावदार सड़क का दृश्य और बहते हुए पानी के बीच बने पुल के पास की स्ट्रीट-व्यू मिली. इससे ये स्पष्ट हो जात है कि घटना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोहार गली मुजफ्फराबाद की ही है.
कुल मिलाकर, एक साल पुराने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में प्रदर्शनकारियों द्वारा पाकिस्तानी सुरक्षा बलों (रेंजर्स) के वाहनों पर पथराव की घटना का वीडियो हाल का बताकर कई भ्रामक दावे किए जा रहे हैं.
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