22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इसमें 26 लोगों की मौत हुई और हमले में बचे लोगों ने बताया कि आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछकर गैर-मुस्लिमों की हत्या कर दी. इस घटना के बाद से कई ग़लत जानकारियां शेयर की गईं. कुछ तो मीडिया ने भी चलाईं.

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इसी बीच सोशल मीडिया शेयर एक वीडियो में भारतीय सेना की वर्दी पहने हुए एक व्यक्ति कह रहा है कि ये आतंकी हमला नहीं बल्कि पूर्व नियोजित था. ये शख्स खुद को भारतीय सेना का सीनियर अधिकारी होने का दावा करते हुए कहता है कि जो जनता को दिखाया गया वो पूरा सच नहीं है. वो कहता है कि हमला के समय ख़ुफ़िया जानकारी की विफलता और तत्काल मीडिया की कहानी ऐसी है कि बाहर से आतंकवाद दिखे लेकिन वास्तव में अंदरूनी राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करे.

इस वीडियो को हीरोज ऑन सोशल ड्यूटी फाउंडेशन के अध्यक्ष और स्वतंत्र पत्रकार गौरव कुशवाहा ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर पहलगाम एक्सपोज़्ड हैशटैग के साथ शेयर करते हुए लिखा, “भारतीय सेना के अधिकारी अशोक कुमार ने वह बात कही जो मीडिया नहीं कहेगा- पहलगाम वैसा नहीं है जैसा दिखाया गया है, खुफिया तंत्र विफल रहा, सवालों को नज़रअंदाज़ किया गया, क्या जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.?” (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

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आर्टिकल के लिखे जाने तक इस वीडियो को 97 लाख से ज़्यादा लोगों ने देखा और करीब 6 लाख लोगों ने लाइक किया है.

X-यूज़र सीमा बुध ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हमें तो पहले ही शक था यह हमला बीजेपी का काम है. (आर्काइव लिंक)

वीआईपी बाबा नाम के इंस्टाग्राम यूज़र ने भी वीडियो शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन (7600011160) पर भी इस वीडियो की फ़ैक्ट-चेक के लिए कई रीक्वेस्ट मिलीं.

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक व फैक्ट-चेकर मोहम्मद ज़ुबैर ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पोस्ट किया कि ये पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा @War_Analysts द्वारा शेयर किया गया वीडियो है. (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के आधार पर कीवर्डस सर्च किया तो कई यूज़र्स वीडियो में दिख रहे व्यक्ति का नाम कांजी मलिक और इसे पाकिस्तान का बताते दिखे.

उक्त जानकारी के अनुसार सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो में ख़ुद को भारतीय सेना का अधिकारी बता रहे कराची पाकिस्तान से डॉ. मलिक कांजी का लिंकडिन आईडी मिला. प्रोफाइल में यूज़र ने ख़ुद को डॉक्टर, ड्रामा ऐक्टर बताया है.

हमने वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति और कांजी मलिक की फोटो की तुलना की. दोनों शख्स एक ही है.

 

आगे हमें मलिक कांजी की सीवी मिली जिसमें लिखा है कि कांजी नूराबाद पब्लिक अफेयर्स एंड सिक्योरिटी कमेटी का सदस्य है. सीवी के रेफरेंस से स्पष्ट होता है कांजी का संबंध पाकिस्तानी आर्मी के साथ भी है.

हमने वेरिफ़ाई करने के लिए मलिक कांजी के व्हाट्सएप प्रोफाइल को खंगाला. हमें कवर फोटो में मालिक कांजी की तस्वीर मिली.

इन सब के अलावा, वीडियो को गौर से देखने पर ये शख्स भारतीय सेना की ‘पुरानी वर्दी’ पहने नज़र आता है. जबकि 15 जनवरी 2022 को सेना दिवस के मौके पर सैनिकों के लिए नई वर्दी लॉन्च कर भारतीय सेना की वर्दियों में बदलाव किया गया था.

इन सब जानकारी से ये स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पाकिस्तानी एक्टर मलिक कांजी है ना कि कोई भारतीय सेना का अधिकारी और वीडियो में जो भी बातें कही गई वो भी एक मनगड़ंत और प्रॉपगेंडा आधारित कहानी है.

22 अप्रैल को पाकिस्तान के ABN न्यूज़ पर टीवी टॉक शो “डिसिफर विद अब्दुल बासित” के होस्ट अब्दुल बासित ने पहलगाम आतंकी हमला को जम्मू-कश्मीर में एक और “फाल्स फ्लैग” होने का दावा करते हुए ट्वीट किया था.

कुल मिलाकर, पाकिस्तानी नागरिक मलिक कांजी ने एक प्रॉपगेंडा वीडियो बनाकर खुद को भारतीय सेना का सीनियर अधिकारी अशोक कुमार बताया. और कई लोगों ने इसपर विश्वास कर लिया.

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