पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया यूज़र्स, भारत के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने कई ऐसे गलत दावों का फ़ैक्ट-चेक किया है. ताजा मामले में पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय सेना के बारे में दावा किया कि सिख रेजिमेंट के सैनिकों के बीच विद्रोह के कारण भारत की पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई स्थगित कर दी गई. सिख सैनिकों ने धार्मिक मुद्दों से निपटने के सरकार के तरीके के बारे में शिकायतों के कारण युद्ध में शामिल होने से इनकार कर दिया. इसके बाद, अनुशासनात्मक सुनवाई के दौरान पांच निहत्थे सिख सैनिकों की साथी सैनिकों ने गोली मारकर हत्या कर दी और उनके साथ सहानुभूति रखने वाले एक उच्च पदस्थ अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया.
ट्विटर अकाउंट ‘@LegitimateTargt’ के बायो में लिखा है कि वो पंजाब को भारत के अवैध कब्जे से मुक्त करा रहा है और अक्सर खालिस्तान आंदोलन को बढ़ावा देता है. इस यूज़र ने ‘India Aj Tak’ नाम की एक कथित न्यूज़ आउटलेट का ग्राफ़िक शेयर किया और दावा किया कि भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट में विद्रोह हो गया है. हिंदू और सिख सैनिकों के बीच झड़प के बाद 5 सिख सैनिकों को पकड़कर उनकी हत्या कर दी गई. (आर्काइव लिंक)
कई पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स ने ये खबर चलाते हुए ऐसा ही दावा किया. इस लिस्ट में समा टीवी, पाकिस्तान टुडे, GNN न्यूज़, दुनिया न्यूज़ शामिल हैं.
पाकिस्तानी ट्विटर अकाउंट ‘ADFBP’ ने ट्वीट करते हुए दावा किया कि भारतीय सेना के चिनार कॉर्पस में 185 बीएसएफ के हिंदू सैनिकों और 15 सिख एलआई के खालिस्तानी सिखों के बीच झड़प के बाद गोलीबारी हुई. इसमें 5 सिख सैनिक मारे गए. मारे गए सैनिकों में 4 हरियाणा और 1 अमृतसर से थे. और सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांवों में भेज दिया गया. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
प्रारंभिक जांच में ही ये खबर निराधार लगती है क्योंकि भारतीय मीडिया में पाकिस्तानी सूत्रों द्वारा किए गए दावों की पुष्टि करने जैसी कोई रिपोर्ट नहीं है. अगर ऐसी कोई घटना वास्तव में हुई होती, तो ये भारत मीडिया में ज़रूर एक महत्वपूर्ण खबर के तौर पर पब्लिश की जाती.
खालिस्तानी ट्विटर अकाउंट ‘@LegitimateTargt’ ने जो कथित न्यूज़ आउटलेट ‘India Aj Tak’ का ग्राफ़िक शेयर किया. उसमें ऐसे कई संकेत हैं जो बताते हैं कि ये एक मनगढ़ंत खबर है. सबसे पहले भारत में ‘India Aj Tak’ नाम का कोई न्यूज़ आउटलेट सक्रिय नहीं है . इसके अलावा इस ग्राफिक में दिया गया वेबसाइट (indiaajtak डॉट com) भी फिलहाल एक्टिव नहीं है. चूंकि ये वेबसाइट इंडिया टुडे नेटवर्क के न्यूज़ चैनल आजतक से मिलता-जुलता है, इसलिए 2014 में ‘आज तक’ न्यूज़ चैनल की पैरेंट कंपनी टीवी टुडे नेटवर्क ने इस वेबसाइट के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में सिविल सूट फ़ाइल किया था (केस नंबर : CS(OS)-1046/2014) जिसके बाद इस वेबसाइट को चलाने वालों ने पब्लिक नोटिस जारी कर इसे डाउन कर दिया था. हालांकि, बाद में ये वेबसाइट वापस शुरू हुई थी, लेकिन हालिया आर्काइव दिखाता है कि ये कोई न्यूज़ वेबसाइट के रूप में नहीं बल्कि भारत के राज्यों, ज़िलों और प्रमुख पर्यटन स्थलों की इन्फ़ोर्मेशन डायरेक्टरी के रूप में एक्टिव थी.
इसके अलावा, पाकिस्तानी यूज़र ADFBP ने दावा किया कि भारतीय सेना में हुए आंतरिक झड़प के बाद गोलीबारों में मारे गए 5 सिख सैनिकों के पार्थिव शरीर उनके गांवों में भेज दिए गए. लेकिन इस दावे के अनुसार, हरियाणा के 4 और अमृतसर के 1 सिख सैनिक के शव उनके गांवों में पहुंचने की पुष्टि करने वाली कोई खबर हमें हाल में नहीं मिली.
ऑल्ट न्यूज़ ने भारतीय सेना के जनसंपर्क अधिकारी से इस मुद्दे पर बात की. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. ये पूरी तरह से फ़र्ज़ी खबर है, पाकिस्तान द्वारा भारतीय सेना के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है.
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स भारतीय सेना के बारे में लगातार गलत जानकारी फैलाकर दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं. इस तरह की गलत सूचना का ये पहला मामला नहीं है, हाल ही में पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी. सुचिंद्र कुमार को बर्खास्त कर दिया गया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया, क्योंकि उन्होंने पहलगाम आतंकी घटना के लिए भारत सरकार की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी. ऑल्ट न्यूज़ ने इस दावे का फ़ैक्ट-चेक किया था.
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