इन दिनों सोशल मीडिया पर वरिष्ठ नागरिक ट्रेन टिकिट छूट योजना से संबंधित एक दावा किया जा रहा है. लिखा है कि भारतीय रेलवे ने सीनियर सिटीजन (वरिष्ठ नागरिक) यात्रियों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है जिसमें 15 फरवरी 2025 से, महिलाओं को 50% और पुरुषों को 40% ट्रेन की टिकटों पर छूट दी जाएगी. ये भी दावा है कि कोरोना महामारी के दौरान इस सुविधा को बंद कर दिया गया था जिसे अब फिर से शुरू किया जा रहा है.

X- यूज़र संजय वाडेकर ने रेलवे सीनियर सिटीजन कंसेशन योजना से जुड़े लाभ बताते हुए इसी तरह के दावों के साथ X पर पोस्ट किया. उनकी X प्रोफ़ाइल से पता चलता है कि संजय वाडेकर, कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ता हैं व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से भी जुड़े हुए हैं. (आर्काइव लिंक)

इंस्टाग्राम अकाउंट ‘टाइम्स एप्लॉयड ट्रेंड्स ने भी इंग्लिश कैप्शन के साथ वरिष्ठ नागरिक ट्रेन टिकिट छूट योजना का शुरू होने का दावा किया. (आर्काइव लिंक)

‘अपीयर न्यूज़’ और ‘UpexcisePortal.in जैसी वेबसाइट्स ने भी ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

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फैक्ट चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इन वायरल दावों को लेकर सर्च किया. हमें इस मामले में हाल में जारी की गई कोई प्रेस रिलीज़ या खबर नहीं मिली जिससे वायरल दावों की पुष्टि हो सके.

IRCTC की वेबसाइट पर 20 मार्च, 2020 को अपलोड की गई प्रेस नोट्स से जानकारी मिलती है कि ‘वरिष्ठ नागरिक रियायत’ 20 मार्च, 2020 से वापस ले ली गई. साथ ही 19 मार्च, 2020 के रेलवे बोर्ड परिपत्र में लिखा गया था कि कोविड-19 के संबंध में जारी स्वास्थ्य सलाह के मद्देनजर दिव्यांगजनों की 4 श्रेणियों और रोगियों की 11 श्रेणियों को छोड़कर सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए यात्री किराए में रियायत को अगले आदेश तक वापस लिया गया है.

एबीपी लाइव में 4 अगस्त 2024 को पीटीआई के हवाले से छपी खबर के अनुसार, रेल मंत्री से वरिष्ठ नागरिकों को किराये में पहले मिलने वाली छूट को लेकर सवाल पूछा गया था. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में जवाब देते हुए कहा कि 2022-23 में भारतीय रेल ने यात्रियों को किफायती सुविधाएं देने के लिए 57 हजार करोड़ की सब्सिडी दी है. इसका लाभ सभी यात्रियों को मिल रहा है हालांकि, रेल मंत्री ने जवाब में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट का कोई ज़िक्र नहीं किया. वो पहले भी ये तर्क देते आए हैं कि वरिष्ठ नागरिकों को अलग से छूट देने की कोई योजना नहीं है.

ERail.in पर दी गई जानकारी के मुताबिक, वरिष्ठ नागरिक कोटा बंद कर दिया गया है, साथ ही किसी भी प्रकार की ट्रेन में कोई रियायत नहीं दी जाती है. कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) में वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिला यात्रियों को स्वतः ही निचली बर्थ आवंटित करने का प्रावधान है, भले ही कोई विकल्प न दिया गया हो, बशर्ते बुकिंग के समय स्थान उपलब्ध हो,अकेले यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिला यात्री, तथा प्रेग्नेंट औरत यात्रियों के लिए स्लीपर, एसी 3 टियर और एसी 2 टियर श्रेणियों में प्रति कोच दो निचली बर्थ का संयुक्त कोटा निर्धारित किया गया है.

2025-26 के केंद्रीय बजट में भी ऐसी कोई योजना या नीति की जानकारी नहीं है जो वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन से यात्रा करते समय रियायत प्रदान करती हो या योजना को पुनः शुरू करने को कही गई हो.

कुल मिलाकर, रेलवे टिकट में मिलने वाले वरिष्ठ नागरिकों को रियायत मार्च 2020 में कोविड 19 के दौरान बंद कर दी गई थी और इस योजना को अब तक बहाल नहीं किया गया है. यानी, सोशल मीडिया पर वायरल मेसेज पूरी तरह से भ्रामक है.

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