कथित तौर पर भारतीय सेना के खिलाफ नारे लगा रहे कुछ लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में कुछ लोग सिख समुदाय से जुड़ी पगड़ी पहने हैं. नारों में ‘मुर्दाबाद’ शब्द सुना जा सकता है.

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी के बीच ये क्लिप सामने आई है. इस तरह के सैकड़ों अनवेरिफ़ाईड विज़ुअल्स इस तनाव के मद्देनज़र शेयर किए गए और इन्हें इस संकट से जोड़ा गया जो 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकवादी हमले से शुरू हुआ था. इस हमले के 2 हफ़्तों बाद, भारतीय रक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सैन्य हमले शुरू किए. कुछ ही देर बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाकों में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास आगे के गांवों में भारी मोर्टार से गोलाबारी की. LOC, दोनों देशों को अलग करने वाली 700 किलोमीटर से ज़्यादा लंबी वास्तविक सैन्य सीमा है. भारत में पड़ोसी देश की गोलीबारी में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई.

‘सिखों द्वारा भारतीय सेना के खिलाफ नारे लगाने’ के दावे से X यूज़र @zarrar_11PK ने वीडियो शेयर किया. चूंकि अकाउंट भारत में बैन कर दिया गया है, इसलिए हमने इसका स्क्रीनशॉट आगे आर्टिकल में रखा है. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक इस पोस्ट को 3 लाख से ज़्यादा बार देखा गया था. (आर्काइव)

वेरिफ़ाईड यूज़र @VoPublic ने भी इस दावे के साथ ये वीडियो शेयर किया कि सिख, सेना के खिलाफ हो गए हैं. (आर्काइव)

ये वीडियो X पर कई यूज़र्स ने ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया. (आर्काइव – 12, 345)

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ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने ओर ऑल्ट न्यूज़ को इंस्टाग्राम यूज़र ‘@billa_hair_studio’ का 26 अप्रैल 2025 का पोस्ट मिल जिसमें यही वीडियो शेयर किया गया था. अकाउंट के बायो के मुताबिक, ये पंजाब के लुधियाना के जगराओं के अखाड़ा गांव में स्थित है. वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारियों को मुर्दाबाद शब्द का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है. हालांकि, वीडियो के साथ कोई कैप्शन नहीं था. लेकिन पोस्ट पर किए गए कमेंट्स में गैस फ़ैक्ट्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का संकेत दिया गया.

 

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उसी दिन इस अकाउंट से अपलोड किए गए एक अन्य वीडियो में प्रदर्शनकारियों को पुलिस के साथ झड़प करते देखा जा सकता है.

इसे ध्यान में रखते हुए, हमने सर्च किया और हमें स्थानीय न्यूज़ आउटलेट, PTC न्यूज़ का 26 अप्रैल का एक वीडियो मिला. वीडियो में यही विरोध प्रदर्शन है. हम ये पता लगाने में सक्षम थे कि PTC न्यूज़ क्लिप इंस्टाग्राम यूज़र द्वारा अपलोड किए गए उसी विरोध प्रदर्शन के थे जो अभी वायरल हैं.

वीडियो में साफ दिख रहा था कि प्रदर्शनकारी ‘पंजाब सरकार मुर्दाबाद’ और ‘भगवंत मान मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहे थे. भगवंत मान पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं.

PTC न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अखाड़ा, जगरांव के ग्रामीण इलाके में एक बायोगैस संयंत्र के निर्माण का विरोध कर रहे थे और पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाईं. हमें इस पर हिंदुस्तान टाइम्स और द ट्रिब्यून की रिपोर्ट भी मिली. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं. कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था. प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने द ट्रिब्यून को बताया, “गांव के लोग एक साथ हैं और किसी भी हालत में फ़ैक्ट्री नहीं बनने दी जाएगी. आज, पुलिस ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए तंबू उखाड़ दिए हैं…विरोध पिछले एक साल से चल रहा है…पंजाब सरकार के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है.”

कुल मिलाकर, 26 अप्रैल को पंजाब के जगराओं में एक बायोगैस प्लांट के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन की एक क्लिप सोशल मीडिया यूज़र्स ने झूठे दावों के साथ शेयर की कि इसमें सिखों को भारतीय सेना के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाया गया था. वो पंजाब सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ नारे लगा रहे थे. इस क्लिप का भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.