22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी बॉर्डर को बंद करने सहित कई फ़ैसले लिए. इस हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है.

इन सबके बीच पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा अकाउंट के अलावा, भारतीय पत्रकार और मीडिया दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान के सपोर्ट में तुर्की ने ‘युद्ध उपकरण’ लेकर 6 तुर्की सैन्य मालवाहक विमान पाकिस्तान भेजे हैं.

ANI (एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल) की प्रधान संपादक स्मिता प्रकाश ने तुर्की के पत्रकार रागीप सोयलु के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “कार्गो में तुर्की से पाकिस्तान के लिए हथियार और मिसाइलें हैं, आम भारतीय क्या कर सकते हैं? ऐसे देश में छुट्टियां मनाने के लिए अपनी यात्रा बुकिंग रद्द करें जो पाकिस्तान को हथियार बनाने में मदद करता है.” सोयलु के ट्वीट में लिखा था कि तुर्की और पाकिस्तान के बीच रक्षा उद्योग में मजबूत संबंध हैं और यह सैन्य कार्गो विमान की उड़ान आज ही हुई है. (आर्काइव लिंक)

इस ट्वीट के ठीक कुछ मिनट पहले टीवी 9 नेटवर्क के कार्यकारी संपादक आदित्य राज कौल ने दावा किया कि छह तुर्की सी-130 हरक्यूलिस परिवहन विमान रविवार को पाकिस्तान में उतरे. (आर्काइव लिंक)

न्यूज़ X ने भी एक शो में दावा किया कि तुर्की ने C-130 विमान पाकिस्तान को भेजें हैं. चैनल ने इन विमानों की एक तस्वीर भी दिखाई. (आर्काइव लिंक)

सोशल मीडिया पर ये खबर आग की तरह फैलने लगी. इन्फ्लुएंसर अरविंद ने भी तुर्की द्वारा पाकिस्तान को सैन्य समर्थन देने के दावे के साथ अपील करते हुए लिखा कि तुर्की में भारतीय पर्यटन साल दर साल बढ़ रहा है, कृपया इस आतंकवादी तुर्की के पर्यटन का बहिष्कार करें. (आर्काइव लिंक)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फॉलो किए जाने वाले इंफ्लुएंसर पवन दुरानी ने 6 फ़रवरी 2023 में तुर्की व सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद भारत सरकार द्वारा चलाए गए सहायता अभियान ‘ऑपरेशन दोस्त’ के बारे में लिखा. (आर्काइव लिंक)

एडिटरजी टेक्नोलॉजीज के संस्थापक व भारतीय पत्रकार विक्रम चंद्रा ने स्मिता प्रकाश के ट्वीट को शेयर करते हुए चीन के साथ-साथ तुर्की को भी पाकिस्तान का एक ठोस और निरंतर समर्थक बताया और नसीहत दी कि भारत को तुर्की के बजाय तुर्की के प्रमुख क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी ग्रीस के साथ संबंध बनाने चाहिए. (आर्काइव लिंक)

पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा X-हैंडल @Pakistanmilita ने सैन्य विमान की फोटो शेयर कर दावा किया कि “अभी-अभी, ‘युद्ध उपकरण’ लेकर 6 तुर्की सैन्य मालवाहक विमान पाकिस्तान में उतरे हैं.” इसके अलावा, पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा X-हैंडल @NavCom24 और @Defence_PK99 ने भी ऐसा ही दावा किया.

 

इस तस्वीर के साथ तुर्की के 7 सी-130 हरक्यूलिस सैन्य विमान और युद्ध सामग्री पाकिस्तान पहुंचने का दावा दैनिक भास्कर ने भी अपनी एक रिपोर्ट में किया. बिजनेस टुडे वेबसाइट और इंडिया न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर भी इसी तरह के दावे के साथ इस फोटो का इस्तेमाल किया गया.

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फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल दावों को लेकर कीवर्डस सर्च किया. 28 अप्रैल को तुर्की गणराज्य के संचार निदेशालय दुष्प्रचार निरोधक केंद्र ने आधिकारिक X-हैंडल पर वायरल दावों का खंडन करते हुए बताया कि ये दावा झूठा है कि तुर्की ने पाकिस्तान को 6 विमानों में हथियार भेजे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से सिर्फ एक परिवहन विमान ईंधन भरने के लिए पाकिस्तान में उतरा था और फिर अपने निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ गया. पोस्ट में लिखा गया कि अटकलबाजी वाली खबरों पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए.

तुर्की न्यूज़ वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध सामग्री लेकर विमानों के पाकिस्तान भेजने के अरोपों को संचार निदेशालय ने इनकार कर इन दावों का खंडन किया.

हमने वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें विमान संबंधी लेखों के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाने planespotters.net वेबसाइट पर फोटो 26 सितंबर 2024 को अपलोड मिली.

यानी, तुर्की से एकमात्र परिवहन विमान ईंधन भरने के लिए पाकिस्तान में उतरा था. इस घटना को युद्ध सामग्री लेकर पाकिस्तान पहुँचने का दावा किया जाने लगा. तुर्की के संचार निदेशालय ने इन आरोपों से इनकार करते हुए दावों का खंडन किया. साथ ही वायरल फोटो 8 महीने पुरानी निकली.

वीडियो

इसी प्रकार से समुद्र में दिख रहे कुछ नौसेना के जहाज़ वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि तुर्की के नौसेना अचानक एक सुबह पाकिस्तान कराची पहुंच गई. (आर्काइव लिंक)

फैक्ट-चेक

इस दावे की जांच करते हुए हमें 29 अक्टूबर 2023 को तुर्की के X-यूज़र @AtillaTasNet का ट्वीट मिला, जिसमें तुर्की के नौसेना को सलाम करते हुए 100वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दी गई हैं.

तुर्की की मीडिया संस्था TRT WORLD NOW की एक रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की नौसेना ने तुर्की गणराज्य की 100 वर्ष पूरे होने पर सम्मान में 100 जहाजों के साथ इस्तांबुल जलडमरूमध्य में देश के इतिहास की सबसे बड़ी आधिकारिक परेड आयोजित की.

कुल मिलाकर, पाकिस्तान के समर्थन में तुर्की द्वारा ‘सैन्य विमान’ में युद्ध सामग्री भेजने का भ्रामक दावा किया जा रहा है. और इसे भारतीय मीडिया भी हवा दे रही है.

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