पाकिस्तानी-कनाडाई आतंकवादी तहव्वुर राणा को सभी कानूनी अपीलों के समाप्त होने के बाद और 2023 में अमेरिकी अदालत की मंजूरी और फरवरी 2025 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से अंतिम मंजूरी के साथ 10 अप्रैल 2025 को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया. तहव्वुर राणा ने पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें करीब 175 लोग मारे गए थे और लगभग 300 घायल हुए थे.

इस प्रत्यर्पण के बाद कई नेताओं ने इस पर बयान दिए. इस बीच एबीपी न्यूज़ ने समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के हवाले से एक कथित बयान शेयर किया, “जो व्यक्ति भारत माता को नीचा दिखाने का प्रयास करेगा, उसे कानून के दायरे में लाकर प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. UPA की सरकार ने कितने सालों तक कसाब को बैठाकर बिरयानी खिलाई थी. हमारी सरकार में आतंकवादियों के हौसले पस्त हो चुके हैं.”

कई सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा अलग-अलग समय पर एबीपी न्यूज़ के फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया. बाद में एबीपी न्यूज़ ने इस पोस्ट को फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम से डिलीट कर दिया.

चूंकि समाजवादी पार्टी INDIA गठबंधन का हिस्सा है और डिंपल यादव उस पार्टी से सांसद हैं, इसलिए ये बयान चौंकानेवाला था कि उन्होंने NDA सरकार को ‘हमारी सरकार’ कहकर संबोधित किया, इसके अलावा उन्होंने UPA सरकार पर आतंकी कसाब को बिरयानी खिलाने का आरोप लगाया. कई लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की.

पाठकों को बताते चलें कि पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को भारत सरकार द्वारा बिरयानी खिलाने वाले दावे का खंडन 2015 में खुद सरकारी वकील उज्जल निकम ने किया था, उन्होंने कहा था कि कसाब ने कभी बिरयानी की मांग नहीं की और न ही सरकार ने उसे बिरयानी परोसी. मैंने यह कहानी सिर्फ़ उस भावनात्मक माहौल को तोड़ने के लिए गढ़ी थी जो केस की सुनवाई के दौरान कसाब के पक्ष में बन रहा था.

डाॅ. अवनीन्द्र राय नाम के यूजज़ ने एबीपी न्यूज़ के फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि डिंपल यादव ने ये बयान देकर स्पष्ट कर दिया है कि उनके दल की रीति निति बदल चुकी है. (आर्काइव लिंक)

दिनेश त्रिपाठी नाम के यूज़र ने ABP न्यूज़ के फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि यह विश्वास नहीं हो रहा कि बड़ा दिल दिखाते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी औरसपा सांसद डिंपल यादव ने यह ट्वीट किया है, उन्होंने कहा कि हो सकता है यह साजिश हो, लेकिन एबीपी न्यूज़ चैनल का लोगो लगा हुआ है. (आर्काइव लिंक)

डॉ तारीक़ अज़ीम नाम के यूजर ने एबीपी न्यूज़ के फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि डिंपल यादव मोदी सरकार को हमारी सरकार कह रही है.

कई राइट-विंग ट्रोलस ने भी एबीपी न्यूज़ के ग्राफिक का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए डिंपल यादव के कथित बयान पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी ने उनका ब्रेनवाश कर दिया. वहीं एक यूज़र ने लिखा कि भाभी हैक हो गई क्या?

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फ़ैक्ट-चेक

हमने इस बयान से जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किया तो हमें मालूम चला कि ये बयान डिंपल यादव की नहीं है, बल्कि मीडिया से बात करते हुए ये बयान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिया था.

कुल मिलाकर, एबीपी न्यूज़ ने अपने पोस्ट के ग्राफ़िक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बयान को गलत तरीके से पेश करते हुए दावा किया कि यह समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव का बयान है, जहाँ से यह वायरल हुआ. बाद में एबीपी न्यूज़ ने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया. हालांकि, एबीपी न्यूज़ ने अभी तक इस पर कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया है और न ही खेद जताया है.

यह पहली बार नहीं है कि ABP न्यूज़ ने फ़र्ज़ी ख़बर फैलाई हो. इससे पहले कई बार ABP न्यूज़ ने अपने पाठकों को गुमराह किया है. हाल ही में बलूचिस्तान ट्रेन हाईजैक पर भी ABP न्यूज़ ने पुराना वीडियो घटना से जोड़कर शेयर कर दिया था. और इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक ये वीडियो चैनल के यूट्यूब चैनल पर अभी भी मौजूद है.

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