24 फ़रवरी की सुबह, भाजपा सदस्य नाज़िया इलाही खान ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दिल्ली से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले एक पवित्र समागम, महाकुंभ मेले की यात्रा के दौरान हुई अपनी परेशानी के बारे में बताया गया था.

वीडियो में इलाही खान ने दावा किया कि मुसलमानों के एक ग्रुप ने उनका पीछा किया और जिन दो लोगों के साथ वो यात्रा कर रही थीं – उनमें से एक उनकी दोस्त प्रिया चतुर्वेदी थी और दूसरी दिल्ली के पास एटा की एक 19 साल की लड़की, जहां वो एक कार्यक्रम में भाग ले रही थी. उन्होंने कहा कि “मुल्लों” ने जानबूझकर उनकी कार में टक्कर मार दी, जिससे एक बड़ी दुर्घटना हुई. (आर्काइव)

इलाही खान जो भाजपा की ‘अल्पसंख्यक नेता’ होने का दावा करती है और अपने X बायो में खुद को ‘सनातनी’ के रूप में बताती है. उन्होंने सुबह लगभग 9 बजकर 30 मिनट पर टूटी हुई कार की एक तस्वीर भी शेयर की. उन्होंने व्यंग्यात्मक ढंग से टिप्पणी की कि ये वैसी स्थिति थी जिसमें एक “शांतिपूर्ण समुदाय” ने उनकी कार तोड़ दी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आगे आकर उनकी मदद करने का आग्रह किया. (आर्काइव)

दुर्घटना में शामिल कार यूपी पंजीकरण संख्या (UP79AT52320) वाली एक कैब है और सामने का बायां हिस्सा बुरी तरह टूट गया है, जिससे ये पता चलता है कि आमने-सामने किसी चीज से टक्कर हुई है.

राईटविंग समर्थक के रूप में पहचान रखने वाले कई X एकाउंट्स ने इलाही खान के वीडियो और दावों को शेयर किया.

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फ़ैक्ट-चेक

कानपुर देहात पुलिस के अधिकार क्षेत्र में अकबरपुर पुलिस स्टेशन आता है, जहां ये दुर्घटना हुई थी. कानपुर देहात पुलिस ने इलाही खान के विरोधाभासी बयान जारी किये.  

पुलिस ने बताया कि जिस कैब में नाज़िया इलाही खान यात्रा कर रही थीं, उसके ड्राइवर को नींद आ जाने के कारण ये दुर्घटना हुई. इन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर घटना के बारे में ग़लत सूचना फ़ैलाने से बचने का भी आग्रह किया.

नीचे पुलिस का कथन पढ़ा जा सकता है: 

कृपया संदर्भित प्रकरण के सबंध में अवगत कराना है कि आज दिनांक 24.02.2025 को समय करीब 7:00 बजे प्रात: थाना अकबरपुर क्षेत्रान्तर्गत आनंदेश्वर कोल्ड स्टोरेज के सामने अकबरपुर से कानपुर की ओर हाईवे पर अर्टिगा टैक्सी नंबर UP 79AT 5232 का एक्सीडेंट होने की सूचना प्राप्त हुई, जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए स्थानीय पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर पूछताछ की गयी तो कार चालक ने बताया कि मुझे नींद लग गई थी, जिससे एक्सीडेंट हो गया है. प्रकरण में कार्यवाही हेतु प्रार्थना पत्र देने के लिए कहा तो उन्होंने कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार किया गया तथा कोई भी प्रार्थना पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया. जिसके बाद स्थानीय पुलिस द्वारा अन्य गाड़ी की व्यवस्था कर सभी को गंतव्य के लिए रवाना किया गया. पुलिस की अच्छी कार्यशैली को देखते हुए उनके द्वारा पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी. यद्दपि प्रकरण दुर्घटना से सबंधित है तथापि प्रकरण की गहनता से जांच करने हेतु महिला क्षेत्राधिकारी अकबरपुर को निर्देशित किया गया है. कृपया प्रकरण के सबंध में भ्रामक, निराधार तथ्यों को सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार न करें.

लेकिन इलाही खान ने X पर पोस्ट करते हुए पुलिस के बयान पर विवाद किया. (आर्काइव)

ऑल्ट न्यूज़ ने अकबरपुर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से संपर्क किया. उन्होंने कहा कि जब वे जांच के लिए दुर्घटना स्थल पर पहुंचे, तो नाज़िया इलाही खान ने एटा के मुसलमानों द्वारा पीछा किए जाने का कोई उल्लेख नहीं किया. उन्होंने कहा, अगर उन्हें इस तरह के किसी मुद्दे का सामना करना पड़ा, तो उन्हें इसे उसी समय उठाना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय, उन्होंने इस तरह के आरोप पोस्ट करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया.

पुलिस ने ये भी कहा कि ड्राइवर का खुद ये कहना कि वो सो गया था. ये बात सोशल मीडिया पर इलाही खान के दावों को ग़लत साबित करता है. उन्होंने कहा कि अगर ये बात आगे बढ़ती है, तो उन्हें ग़लत सूचना फैलाने के लिए भाजपा सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी.

पुलिस ने ऑल्ट न्यूज़ को ये भी बताया कि इलाही खान के अनुरोध पर उन्होंने एक और कैब की व्यवस्था की क्योंकि वो प्रयागराज के बजाय दिल्ली वापस जाना चाहती थी.

घटना की जांच करते वक्त ऑल्ट न्यूज़ ने इलाही खान की कैब के ड्राइवर से भी संपर्क किया, जो इस दुर्घटना में शामिल था. ड्राइवर ने साफ कहा कि न तो एटा से कोई उनका पीछा कर रहा था और न ही जानबूझ कर हादसा कराया गया. ड्राइवर ने ये भी कहा कि दुर्घटना से पहले वे कुछ देर के लिए चाय के लिए रुके थे और तब भी उन्हें कुछ भी संदिग्ध नज़र नहीं आया.

घटनाक्रम के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “एक ट्रक हमसे आगे निकल गया और अचानक धीमा हो गया, जिससे कार उससे टकरा गई.” उन्होंने आगे बताया, “हादसे का कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. नाज़िया इलाही खान द्वारा किया गया दावा सच नहीं है.”

उन्होंने कहा कि टक्कर के बाद उन्हें धुंधला दिख रहा था कि वो ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर सके. हालांकि, उसने कहा कि वो प्रभाव से बेहोश होने से पहले यात्रियों को बचाने में कामयाब रहा. उसने ये भी कहा कि अपनी पूरी यात्रा के दौरान ऐसी कोई बातचीत याद नहीं है जहां इलाही खान ने एटा से मुसलमानों द्वारा पीछा किए जाने का ज़िक्र किया हो.

हालांकि पुलिस के बयान और ड्राइवर के बयान में थोड़ा विरोधाभास है कि दुर्घटना कैसे हुई (ड्राइवर गाड़ी चलाते समय सो गया था या नहीं). लेकिन दोनों ने साफ तौर पर कहा कि ये एक दुर्घटना थी और जानबूझकर किए गए प्रयास का कोई संकेत नहीं था. ऑल्ट न्यूज़ स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं कर पाया कि क्या ड्राइवर को नींद आ गई थी और इसी वजह से टक्कर हुई.

कुल मिलाकर नाज़िया इलाही खान द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किए गए दावे भ्रामक है और सच नहीं है कि मुस्लिम उनका पीछा कर रहे थे, जिसके कारण उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. पुलिस और कैब ड्राइवर के मुताबिक, सड़क हादसे का कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं था. उसकी कैब एक ट्रक से टकरा गई जिससे यात्री घायल हो गए और गाड़ी का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. पुलिस ने विशेष रूप से कहा कि जब पुलिस पहली बार घटनास्थल पर पहुंची तो इलाही खान ने मुसलमानों द्वारा पीछा किए जाने पर कोई बयान नहीं दिया.

26 फ़रवरी को कानपुर देहात पुलिस ने एक बयान शेयर किया कि इलाही खान ने दुर्घटना मामले में 2 सफ़ेद SUV के ड्राइवरों के खिलाफ जीरो FIR दर्ज की थी और इस पर जांच जारी है.

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