एक वीडियो, जिसमें मध्य प्रदेश की एक आदिवासी लड़की की दलित लड़के के साथ भागने पर परिवारवालों ने पिटाई की, सोशल मीडिया पर कई गलत दावों के साथ वायरल है. ये घटना 25 जून, 2019 को धार ज़िले में हुई थी. 21 वर्षीय आदिवासी लड़की को एक दलित लड़के के साथ भागने और अपने समुदाय के लड़के से शादी करने से इनकार करने पर उसकी पिटाई की गयी.
झूठा दावा 1 : RSS वर्कर्स ने दलित लड़की को पीटा
इस वीडियो के साथ किये गए पहले दावे में इस घटना के लिए “भगवा आतंकवाद” को दोषी ठहराया गया है. इस वीडियो में, एक व्यक्ति को भगवा रंग का गमछा ओढ़े हुए देखा जा सकता है. वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया है, “#भगवा_आतंकवाद भाजपा की शान #बेटी_बचाओ_बेटी_पढ़ाओ किस तरह 8-10 लड़के मिलकर एक लड़की को मार रहे हैं ₹50 का भगवा गमछा जिसमे राम लिखा हो गले में डालकर आपको कुछ भी करने की आजादी है यही है @narendramodi का#न्यू_डिजिटल_इंडिया।”
2 साल बाद ये वीडियो RSS को इस घटना के लिए ज़िम्मेदार ठहराते हुए गुजराती मेसेज के साथ शेयर किया जा रहा है. मेसेज में लिखा है, “ભારત ના જવાન મર્દ .RSS ના ભડવીરો,,,એક લાચાર દલીત છોકરી ને ખેતર. માં કુદરતી હાજત કરવા બદલ કૂરરતાપૂણઁ લાકડીઓ વડે ફટકાર તા ,,,,,,આ પોસ્ટ ને બેટી બચાવો ના નારા લગાવનારા ઓ સુધી પહોચાડે.”
एक और यूज़र ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि RSS कार्यकर्ताओं ने लड़की को ब्राम्हण के खेत में शौच करने की वजह से पीटा.
गलत दावा 2 : “हिंदू लड़की को मुस्लिम द्वारा मारा गया”
दूसरे दावे में वीडियो को नफ़रत भरे संदेश के साथ शेयर किया गया है. इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के लिए, सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया कि पीड़ित लड़की हिंदू है. दूसरे दावे में ये मेसेज है – “#Share किस तरह 8-10 लड़के मिलकर एक लड़की को मार रहे हैं मुल्लो सुधर जाओ 1 हिन्दू लड़की से बदला लेना वो भी इस तरह से थू हे तेरे धर्म पे भारत में ऐसी घटना हर रोज कहीं न कहीं हो रही है ऐसे लोग इंसान नहीं शैतान है इन्हें गोली मार देनी चाहिए”
पुलिस का बयान
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई लोग उत्तर प्रदेश का बता रहे थे. हालांकि, ये घटना मध्य प्रदेश में हुई थी और इसका संबध न ही “भगवा आतंकवाद” से है और न ही मुस्लिम समुदाय के लोगों से.
यूपी पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि यह घटना मध्य प्रदेश के धार ज़िले में हुई थी और पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
ऑल्ट न्यूज़ से बातचीत के दौरान, धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया के दावों को झुठला दिया. उन्होंने बताया कि,”यह महिला एक अलग समुदाय के लड़के के साथ भाग गई थी. जब वह वापस आयी, तो उसके परिवारवालों ने उसे अपने समुदाय के लड़के से शादी करने के लिए कहा. जब उसनें मना कर दिया, तो उसके परिवारवालों ने उसकी पिटाई कर दी. चार लोगों को इसके लिए गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य तीन लोग गुजरात भाग गए है. उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जायेगा.”
इस घटना को मुख्यधारा के मीडिया संगठनों ने भी प्रकाशित किया है.
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