भीड़ के सामने भाषण दे रहे एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कई यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो बेंगलुरु में हाल में हुई घटना का है जहां मुस्लिम “हिंदुओं को पूरी तरह बहिष्कार” करने की योजना बना रहे थे. वेरिफ़ाईड ट्विटर हैन्डल ‘@ByRakeshSimha’ ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को करीब 4.5 लाख बार देखा और 3,500 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)
ट्विटर हैन्डल ‘@Ashtalakshmi8’ ने दावा किया कि मुसलमान ‘हिंदुओं को तोड़ना’ चाहते थे. उन्होंने हिंदुओं से ‘जागने’ का आग्रह करते हुए लिखा, “सोचिए 20% ‘जिहादी’ 80% को धमकी दे रहे हैं. क्या होगा अगर हिंदू पासा पलट दें.” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 1.5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया और लगभग 3 हज़ार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)
वकील शशांक शेखर झा ने भी इसी दावे के साथ वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, “कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद बेंगलुरु में इस्लामवादी हिंदुओं के व्यवसायों का बहिष्कार कर रहे हैं.” ये रिपोर्ट लिखे जाने तक इस ट्वीट को हटा दिया गया था. (आर्काइव)
वेरिफ़ाईड यूज़र @MrSinha_ ने ट्विटर हैन्डल ‘@ByRakeshSimha’ के ट्वीट को कोट-ट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे असल में इससे कोई दिक्कत नहीं है, ये उनका अधिकार है. वो जिसके साथ चाहें व्यवसाय करने के लिए स्वतंत्र हैं. मेरी एकमात्र दिक्कत ये है कि जब हिंदू भी ऐसा ही करते हैं, तो यही लोग इस्लामोफ़ोबिया का रोना रोने लगते हैं.” (आर्काइव)
ट्विटर हैन्डल ‘@gvnair91’ ने भी इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव)
कई यूज़र्स ने ऐसे दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव – लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4)
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल है.
ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर इस वीडियो को वेरिफ़ाई करने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि ये वीडियो मार्च 2023 में भी शेयर किया गया था. उस वक़्त यूज़र्स दावा कर रहे थे कि राजस्थान के बाड़मेर में एक मौलाना ने मुसलमानों से ये आग्रह किया था कि वो जाट, गुज्जर और चौधरी की दुकानों से कुछ भी न खरीदें और न ही उनकी गाड़ियों में बैठें. ट्विटर हैन्डल ‘@ajayChauhan41’ ने इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया था. (आर्काइव लिंक)
आज राजस्थान के अंदर बाड़मेर में मौलाना ने फतवा जारी किया है कि जाट, गुर्जर,चौधरीयों से कोई समान कोई भी वस्तू ना खरीदें साथ ही इनकी किसी भी गाड़ी में ना बैठें…
यह जमात के लोग पूरे भारत की मस्जिदों में घूम घूम कर मुसलमानों को इकट्ठा करके इस तरह का फतवा देते रहे हैं pic.twitter.com/cq5xtk3cnf— हम लोग We The People (@ajaychauhan41) March 14, 2023
इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए बाड़मेर पुलिस के ऑफ़िशियल हैंडल ने इन दावों को ग़लत बताया था और कहा था कि वीडियो 2019 का है जिसे बिजराड पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले भोजरिया गांव में रिकार्ड किया गया था. 28 जून 2019 को पुलिस थाना रामसर के अंतर्गत गागरिया गांव में दुर्घटना के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और तीन व्यक्ति घायल हो गए थे.
1/1 उक्त वीडियो ग्राम भोजारिया पुलिस थाना बिजराड का 2019 का है। पुलिस थाना रामसर के गागरिया गांव में पेट्रोल पंप के सामने दिनांक 28.6.2019 को एक प्राइवेट बस से एक्सीडेंट होने से एक व्यक्ति की मृत्यु एवं तीन व्यक्ति घायल हो गए थे।
— Barmer Police (@Barmer_Police) March 15, 2023
घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने अंतिम संस्कार में ये मांगें रखीं थीं. उस वक्त ये भाषण मृतक के एक रिश्तेदार ने दिया था. बाड़मेर पुलिस के अनुसार, मामले में नियमानुसार पुलिस कार्रवाई की गई.
1/2 इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों द्वारा उनके घर पर जनाजे के दौरान विरोध प्रदर्शन के दौरान मांगे की गई थी गई थी। उसी दौरान मृतक के परिजन द्वारा इस तरह का भाषण भी दिया गया था। तत्समय नियमानुसार कार्यवाही की गई थी।
— Barmer Police (@Barmer_Police) March 15, 2023
इसे ध्यान में रखते हुए हमने बिंजराड पुलिस स्टेशन के SHO से बात की जिन्होंने बाड़मेर पुलिस के बयान की पुष्टि की. उन्होंने हमें बताया, “2019 में, एक बस दुर्घटना हुई थी जिसमें एक मुस्लिम व्यक्ति की मौत हो गई थी. उस बस के मालिक के पास एक पेट्रोल पंप भी है. वायरल वीडियो में शख्स पूरे हिंदू समुदाय का नहीं बल्कि बस के मालिक और उसके अन्य व्यापारिक बहिष्कार करने की बात कर रहा है. ये भाषण मृतक के घर पर उसके अंतिम संस्कार के दिन दिया गया था.” SHO ने हमें ये भी बताया कि मृतक की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और बस के मालिक से पीड़ित परिवार की मदद करने के लिए कहा गया था. लेकिन उसने इससे इनकार कर दिया. यानी, ये भाषण इस मामले के विरोध में दिया गया था.
हमें इस दुर्घटना के FIR की एक कॉपी भी मिली. FIR के मुताबिक, आरोपी बालाराम मेघवाल का बेटा मथाराराम है. शिकायतकर्ता का नाम शेर मोहम्मद है.
हमें 2019 के ऐसे फ़ेसबुक पोस्ट्स भी मिले जिनमें ये वीडियो शेयर किया गया था. नीचे दिया गया वीडियो 3 जुलाई, 2019 को फ़ेसबुक पर पोस्ट किया गया था.
कुल मिलाकर, जून 2019 में राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में सड़क दुर्घटना में एक मुस्लिम व्यक्ति की मौत हो गई थी, उसके अंतिम संस्कार में आरोपी ड्राइवर और उसके व्यापारिक आर्थिक बहिष्कार करने की बात की गई. इस भाषण की एक वीडियो क्लिप अब इस झूठे दावे के साथ वायरल है कि ये बेंगलुरु की घटना है जहां मुसलमान हिंदुओं के आर्थिक बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं.
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