पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पूरा देश सदमे में है. इसी बीच बीजेपी छत्तीसगढ़ के ऑफ़िशियल X हैंडल ने निश्चित तौर पर असंवेदनशीलता दिखाते हुए, आतंकी हमले में मारे गए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट के पास बैठी उनकी पत्नी की झकझोर देने वाली तस्वीर का ‘घिबली’ वर्जन शेयर किया.
कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए सबसे घातक आतंकवादी हमले में 22 अप्रैल को अनंतनाग ज़िले के पहलगाम के पास सुरम्य बैसारन घाटी में कम से कम 26 लोग मारे गए. ज़िंदा बचे लोगों के मुताबिक़, सेना की वर्दी में तीन से चार लोग दोपहर 2 बजे के आसपास घने देवदार के जंगलों से उतरे और ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर हरे-भरे घास के मैदानों में आनंद ले रहे नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LET) के एक शैडो ग्रुप, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी ली है.
कथित तौर पर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी करने से पहले उनके धर्म के बारे में पूछा. पीड़ितों में से एक, शुभम द्विवेदी से उनका नाम पूछा गया और उन्हें कलमा पढ़ने का आदेश दिया गया. जब वो ऐसा नहीं कर सके, तो उन्होंने गोली मार दी. द्विवेदी की पत्नी ने उनसे उन्हें भी गोली मारने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर इनकार कर दिया और उनसे कहा कि वो वापस जाएं और सरकार को बताएं. पल्लवी, जिनके पति मंजूनाथ राव गोलीबारी में मारे गए, उन्होंने भी इसी तरह की बातचीत का ज़िक्र किया. पल्लवी ने द न्यूज़ मिनट को बताया, “मैंने उनसे मुझे भी गोली मारने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कहा, ‘जाओ मोदी को बताओ.”
इसके बाद हुए आक्रोश और निंदा के बीच, भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी की अपने पति के निर्जीव शरीर के बगल में बैठी भयावह तस्वीर ने देश को हिलाकर रख दिया. हनीमून पर गए इस जोड़े की शादी इसी 16 अप्रैल को हुई थी.
पूरा भारत इस तबाही के पैमाने को पूरी तरह से समझने के लिए संघर्ष कर रहा है. भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के ऑफ़िशियल हैंडल ने वायरल तस्वीर को ‘घिबली’ कर दिया और उस पर ‘धर्म पूछा, जाति नहीं’ टेक्स्ट लगाकर इसे ट्वीट किया. ये आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस द्वारा स्टूडियो घिबली-इंस्पायर्ड इमेज का वर्जन है, जो अभी काफी चलन में है. इस ट्रेंड ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गति पकड़ी है, इसमें प्रसिद्ध जापानी एनीमेशन स्टूडियो के सिंग्नेचर सौंदर्यशास्त्र की नकल करने वाली उच्च शैली वाली कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं. ये चलन पिछले महीने चरम पर था जब सोशल मीडिया यूज़र्स ने पोर्ट्रेट, पारिवारिक तस्वीरें, मशहूर हस्तियों की तस्वीरें वगैरह को ‘घिबलीफ़ाई’ करना शुरू किया.
ऐसा लगता है कि बीजेपी छत्तीसगढ़ X हैंडल के प्रबंधकों ने एक अकल्पनीय त्रासदी की तस्वीर के घिबली वर्जन में पेश करके ट्रेंड के साथ चलना बुद्धिमानी समझा. तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “धर्म पूछा, जाति नहीं…याद रखेंगे. ” साथ ही हैशटैग #पहलगाम भी लिखा. (आर्काइव)
डिलीट किये जाने से पहले ट्वीट को 4 मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया था. हालांकि, विवेक की झलक दिखने वाला ये कार्य बहुत कम समय के लिए किया गया था. 23 अप्रैल की सुबह बीजेपी छत्तीसगढ़ ने वही तस्वीर दोबारा ट्वीट की.
धर्म पूछा, जाति नहीं…#Pahalgam#PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/yekBB0woL8
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) April 23, 2025
इसे शेयर करने वालों कई इन्फ्लुएंसर शामिल हुए, जिनमें भाजपा विधायक और दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा, राईटविंग इन्फ्लुएंसर अभिजीत अय्यर मित्रा, भाजपा विधायक और भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष राम सतपुते, राईटविंग सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैंडल क्रिएटली, साथ ही बागेश्वर धाम के आध्यात्मिक नेता धीरेंद्र शास्त्री का ऑफ़िशियल हैंडल भी शामिल है.
इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक बीजेपी छत्तीसगढ़ की पोस्ट X पर मौजूद है. हालांकि, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस पर आपत्ति जताई है.
एक यूज़र ने कमेंट किया, “पीड़ित की तस्वीर लेना और सोशल मीडिया पर सिर्फ कुछ लाइक्स के लिए घिबली आर्ट बनाने के लिए AI का इस्तेमाल करना आप लोगों के लिए भी एक नया निचला स्तर है. शर्म आनी चाहिए…” एक अन्य ने लिखा, “आतंकवादी हमले के बाद किसी का पहला विचार हमले से एक परेशान करने वाली तस्वीर लेना, AI को इसे घिबली स्टाइल की तस्वीर में बदलने के लिए इस्तेमाल करना और फिर नफरत आधारित प्रॉपगेंडा फ़ैलाने के लिए तस्वीर का इस्तेमाल करना है?” एक अन्य ने कमेंट किया, “दयनीय. इससे ज़्यादा नीचे नहीं गिरा जा सकता था.”
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