पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक MBBS छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंग रेप की घटना पर विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने 12 अक्टूबर को X पर आरोपियों के नाम पोस्ट किये. उन्होंने दावा किया कि चार लोगों (शेख नसीम उद्दीन, शेख रियाज उद्दीन, शेख फिरदौस और शेख सफीकुल) को इस मामले में आरोपी के रूप में नामित किया गया है.

कोलकाता से लगभग 170 किलोमीटर दूर दुर्गापुर में शुक्रवार, 10 अक्टूबर की शाम एक निजी मेडिकल कॉलेज की 23 साल की छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंग रेप किया गया. संस्थान द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, पीड़िता और सेकेंड इयर की छात्रा, शाम को लगभग 7 बजकर 58 मिनट पर एक अन्य स्टूडेंट के साथ डिनर के लिए परिसर से बाहर गई थी. इसके बाद, “उनमें से एक रात को 8 बजकर 42 मिनट पर लौट गया, लेकिन लगभग 5-6 मिनट तक मुख्य निकास के आसपास घूमने के बाद, वो लगभग 8 बजकर 48 मिनट पर फिर से बाहर निकला. फिर दोनों रात 9 बजकर 29 मिनट पर एक साथ लौटे. छात्रा लगभग 9 बजकर 31 मिनट पर गर्ल्स हॉस्टल की ओर गयी. बाद में, ये पता चला कि छात्रा, जब कैंपस के बाहर थी, उस पर हमला हुआ – एक ऐसी घटना जिसका उसने खुद दावा किया और शिकायत दर्ज की.”

अगस्त 2024 में कोलकाता के RG कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के अलावा इस साल जून में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ कथित रेप की घटना के बाद, दुर्गापुर की घटना पर सभी विपक्षी दल ममता बनर्जी-सरकार की काफी आलोचना कर रहे हैं.

सुवेंदु अधिकारी ने X पर एक पोस्ट में लिखा कि मामले के सभी आरोपी मुस्लिम थे. (आर्काइव)

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अधिकारी के ट्वीट को आगे बढ़ाया और टिप्पणी की कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आरोपियों को दोष देने के बजाय पीड़ितों को दोष देने में लगी हुई हैं, क्योंकि आरोपी मुस्लिम थे. ये घटना पर ममता बनर्जी की टिप्पणी के संदर्भ में है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को रात में बाहर नहीं निकलना चाहिए और अपनी सुरक्षा करनी चाहिए. (अमित मालवीय के ट्वीट का आर्काइव)

आंध्र प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विष्णु वर्धन रेड्डी ने भी एक ट्वीट में मुस्लिम नामों को शेयर किया और उनकी गिरफ्तारी का आह्वान किया. (आर्काइव)

राईटविंग इन्फ्लुएंसर्स @MrSinha_ और @MeghUpdates ने भी इन मुस्लिम नामों को मामले में आरोपियों के नाम शेयर किए. न्यूज़18 ने अपनी रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से उन्हीं चार नामों का ज़िक्र किया और बताया कि उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है. (आर्काइव)

कई अन्य लोगों ने इस दावे को आगे बढ़ाया कि इस मामले में केवल मुस्लिम ही आरोपी थे. X यूज़र हिंदुत्व नाइट (@HPhobiaWatch) ने सुझाव दिया कि पश्चिम बंगाल पुलिस “बलात्कारियों का नाम उजागर नहीं कर सकती” क्योंकि वे मुस्लिम थे. एक अन्य यूज़र @SquintNeon ने दावा किया कि चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जिनके नाम शेख नसीम उद्दीन, शेख रियाज उद्दीन, शेख फिरदौस और शेख सफीकुल हैं. (आर्काइव्स 12345)

X यूज़र प्रशांत उमराव (जो अपने बायो के मुताबिक भाजपा के प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड हैं) ने X पर लिखा, “दुर्गापुर में, शेख नसीमुद्दीन, शेख रियाजुद्दीन, फ़िरदौस और शेख सफ़ीकुल ने बंगाल के मेडिकल कॉलेज से एक MBBS छात्रा का अपहरण कर लिया और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया…”

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फ़ैक्ट-चेक

दुर्गापुर (ईस्ट) के पुलिस उपायुक्त (DCP) अभिषेक गुप्ता ने 12 अक्टूबर को मीडिया से कहा कि तीन गिरफ़्तारियां करके आरोपियों को अदालत में भेज दिया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने गिरफ़्तार किए गए लोगों की पहचान अपू बाउरी (21 साल), फिरदौस शेख (23 साल) और शेख रियाजुद्दीन (32 साल) के रूप में की है. कई अन्य न्यूज़ आउटलेट्स ने इसकी सूचना दी. (यहां, यहां, यहां और यहां) इसके अलावा, 13 अक्टूबर की एक रिपोर्ट में चौथे आरोपी शेख नसरुद्दीन (24 साल) के गिरफ़्तार होने की ख़बर है. 

ऑल्ट न्यूज़ ने DCP अभिषेक गुप्ता से बात की. उन्होंने बताया कि अपू बाउरी को इस मामले में गिरफ़्तार किया गया है और अदालत में पेश किया गया है. उन्होंने 12 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 57 मिनट पर ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “सफ़ीकुल नाम के किसी भी व्यक्ति को अभी तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है.” एक अन्य अधिकारी (जो अपना नाम नहीं बताना चाहते थे) ने ऑल्ट न्यूज़ को इसकी पुष्टि की.

कुल मिलाकर, कई भाजपा राजनेताओं और राईटविंग इन्फ्लुएंसर ने कथित दुर्गापुर रेप केस मामले में आरोपियों के नाम सूचीबद्ध करते समय अपू बाउरी नाम का ज़िक्र नहीं किया. ऐसा करके उन्होंने सुझाव दिया या सीधे तौर पर दावा किया कि मामले में आरोपी या गिरफ्तार सभी व्यक्ति मुस्लिम थे. ये ग़लत है. इसके अलावा, ये दावा भी निराधार है कि गिरफ़्तार व्यक्तियों के नाम जारी नहीं किए गए.

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