हाल के दिनों में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (E20) का देशव्यापी स्तर पर रोलआउट होना चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके साथ ही गाड़ियों के ओनर्स द्वारा इसको लेकर माइलेज, मेंटेनेस आदि जैसी चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं.
सोशल मीडिया पर एक अलग किस्म का ट्रेंड देखा गया जिसमें लाखों-करोड़ों की संख्या में फॉलोवर्स वाले इनफ़्लूएंसर्स इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल के लाभ गिनाते हुए वीडियो बनाकर पोस्ट कर रहे थे. उनके वीडियो में कवर किये गए टॉपिक समान हैं, जैसे इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल की वजह से पर्यावरण और किसानों को लाभ आदि जैसे नैरेटिव बनाना, जो सरकार के संदेश को बढ़ाने के लिए एक समन्वित प्रयास का संकेत देता है. इनमें कई बड़े इनफ़्लूएंसर्स, जैसे- अभिषेक मल्हान उर्फ फुकरा इंसान, महेश केशवाला उर्फ ठगेश, इंद्राणी विश्वास, तैयब आलम, गीतांजलि चौहान, नेहा नागर, आकांक्षा आहूजा, वर्षा दहिया, अंकुर अग्रवाल, राजन अरोड़ा, अरूण कुशवाह उर्फ छोटे मियां, RJ नावेद, RJ प्रवीण, RJ करिश्मा, RJ शोनाली, आदि का नाम शामिल है.
उदाहरण के लिए यहाँ कुछ इनफ़्लूएंसर्स के वीडियो मौजूद हैं.
इन वीडियोज़ को उनके चैनल पर करोड़ों व्यूज़ मिले. उदाहरण के लिए अभिषेक मल्हान के वीडियो को अबतक 1 करोड़ 15 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, वहीं अंकुर अग्रवाल के वीडियो को अबतक 40 लाख व्यूज़ मिले हैं. इसी प्रकार राजन अरोड़ा के वीडियो पर 31 लाख और RJ करिश्मा के वीडियो पर 19 लाख से ज्यादा व्यूज़ हैं. इस कैम्पेन में कई इनफ़्लूएंसर्स ने हिस्सा लिया. नीचे हमने 30 इनफ़्लूएंसर्स का डाटा टेबल के फॉर्म में प्रस्तुत किया है जिससे इस कैम्पेन की लोगों तक पहुँच को समझा जा सकता है.
लाखों फॉलोवर्स वाले इनफ़्लूएंसर्स द्वारा एक ही टॉपिक पर पोस्ट किये गए वीडियो के हमारे एनलिसिस में हमने इन वीडियोज़ में समान थीम पाया. इन वीडियोज़ में E20 पेट्रोल के फायदे, प्रदूषण को कम करने, किसानों के लिए इसके लाभों को प्रमुखता से दर्शाया गया था. और सभी इनफ़्लूएंसर्स ने एक जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया था. इसके अलावा, ये सभी वीडियो इंस्टाग्राम के कॉलैब फीचर का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट किये गए थे. इनमें पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मिनिस्ट्री, बीपीसीएल, एचपीसीएल और आईओसीएल जैसी कंपनियों के आधिकारिक अकाउंट शामिल थे. कॉलैब फीचर का इस्तेमाल करने के लिए संबंधित यूज़र को पोस्ट अप्रूव करना होता है. इस मामले में ये सारे रील्स पर पेट्रोलियम मंत्री, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मिनिस्ट्री और उपरोक्त तेल कंपनियों के आधिकारिक अकाउंट्स ने कॉलैब के लिए अप्रूव किया था.
हालांकि, अरुण कुशवाह और RJ करिश्मा जैसे इनफ़्लूएंसर्स ने वीडियो के कैप्शन में हैशटैग के माध्यम से संकेत दिया कि उनके पोस्ट विज्ञापन थे, और नेहा नागर ने इंस्टाग्राम के ‘Paid Partnership’ लेबल का इस्तेमाल किया था, लेकिन अधिकांश इनफ़्लूएंसर्स ने अपने कैप्शन या वीडियो में खुलासा नहीं किया कि उनका वीडियो एक विज्ञापन का हिस्सा है.
The Race Monkey
इस इनफ़्लूएन्सर कैम्पेन को लेकर एक उल्लेखनीय मामला सामने आया. कार, बाइक, ऑटोमोटिव रिव्यू आदि से जुड़े पोर्टल और इससे संबंधित कॉन्टेन्ट पोस्ट करने वाला एक इंस्टाग्राम अकाउंट The Race Monkey ने एक सोशल मीडिया इनफ़्लूएन्सर एजेंसी से आए व्हाट्सएप मैसेज का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया. मैसेज में एजेंसी द्वारा उनसे 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल के संबंध में संभावित ब्रांड कॉलैब के बारे में पूछताछ किया जा रहा था और इस विषय पर दिए गए कान्सेप्ट के मुताबिक, कॉन्टेन्ट पोस्ट करने के लिए प्रोफेशनल चार्ज पूछा जा रहा था. The Race Monkey के इंस्टाग्राम पोस्ट के मुताबिक, उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया.
अधिक जानकारी के लिए हमने The Race Monkey पोर्टल के एडिटर ईशान भारद्वाज से बात की. उन्होंने हमें इस मामले से जुड़ी पूरी जानकारी साझा की. ऑल्ट न्यूज़ को भेजे गए विस्तृत ईमेल में ईशान बताते हैं, “14 अगस्त को मुझे विभिन्न ब्रांडों के लिए पेड कैम्पेन चलाने वाली सोशल मीडिया इनफ़्लूएन्सर एजेंसी हेक्सटेक मीडिया (Hextech Media) के साथ काम करने वाली सिमरन नाम की एक लड़की का फोन आया. उसने मुझे E20 फ्यूल पर इस कैम्पेन के बारे में बताया कि यह किसानों और पर्यावरण को कैसे लाभान्वित करता है. मैंने उसे मैसेज पर डिटेल्स शेयर करने के लिए कहा, जिसमें वह थोड़ी हिचकिचा रही थी लेकिन बाद में उसने डिटेल्स भेजा. कैम्पेन के बारे में पढ़ने के बाद, मुझे स्पष्ट हो गया कि यह किसानों के कल्याण और पर्यावरण संरक्षण का हवाला देकर लोगों को यह विश्वास दिलाने के लिए गुमराह करने का प्रयास था कि E20 भारत में बिकने वाले वाहनों के लिए अच्छा है. मैंने यह समझने के लिए कि संख्या कितनी बड़ी है, उन्हें कैम्पेन पर अपने बजट जानने के लिए कॉल किया. उन्होंने मुझे एक नंबर देने के लिए कहा. मैंने 20 लाख रुपये कोट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे वर्तमान में फॉलोवर्स (करीब 150k) के मुताबिक, वे 15 लाख से अधिक नहीं दे पाएंगे.”
हमने इस मामले को लेकर हेक्सटेक मीडिया नाम की सोशल मीडिया इनफ़्लूएन्सर एजेंसी से बात करने की कोशिश की, जानकारी मिलने पर इस आर्टिकल को अपडेट कर दिया जाएगा.
ऑल्ट न्यूज़ को दिए बयान में The Race Monkey के एडिटर ईशान भारद्वाज कहते हैं, “इस महीने की शुरुआत में ACMA (ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) और MoPNG (पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय) ने MoRTH (सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय) के साथ मिलकर देश भर में E20 ईंधन को अनिवार्य करने का फैसला किया. यह एक विकल्प के रूप में नहीं, बल्कि सभी पेट्रोल पंप मालिकों के लिए एक अनिवार्य आदेश है.”
“अप्रैल 2023 के बाद निर्मित अधिकांश कारें और बाइक या तो E20 के अनुरूप हैं या E20 के लिए तैयार हैं, चूंकि यह आदेश SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) तक पहुँच गया था और सभी OEM ने इसका पालन किया है. अगस्त 2020 और अप्रैल 2023 में निर्मित कारें E5 या E10 के अनुरूप/तैयार हैं. अगस्त 2020 से पहले निर्मित कारें E0 या अनलेडेड स्वच्छ ईंधन के अनुरूप हैं.”
ईशान आगे कहते हैं कि “यह बाध्यता कंपोनेंट निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए की गई है, क्योंकि अब OEM कंपनियां ऐसी किट लॉन्च करेंगी जिनकी कीमत पुरानी कारों को E20 मानकों के अनुरूप बनाने में बहुत ज़्यादा होगी और MoRTH मंत्री नितिन गडकरी को इसका बड़ा हिस्सा मिलेगा क्योंकि ज़्यादातर रिफ़ाइनरियाँ और मक्का की खेती उनके परिवार के नाम पर होती है. इसलिए, यह सरकार और ACMA दोनों के लिए फ़ायदेमंद स्थिति है, जिससे लोगों की जेब से भारी मात्रा में पैसा निकल जाएगा.”
Motorcycle Trails
इसी प्रकार Motorcycle Trails नाम के इनफ़्लूएन्सर ने भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए ऐसा ही अनुभव साझा किया. उन्हें भी सोशल मीडिया इनफ़्लूएन्सर एजेंसी द्वारा E20 इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल पर कॉन्टेन्ट बनाने के लिए संपर्क किया गया था और उस कैम्पेन से जुड़ा कॉन्टेन्ट बनाने के लिए उनका प्रोफेशनल चार्ज पूछा था. इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से Motorcycle Trails ने बताया कि उन्होंने पहले ही यूट्यूब पर एक वीडियो में बताया था कि इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल पुरानी गाड़ियों के लिए क्यों हानिकारक है. उन्होंने यह कहते हुए इस प्रस्ताव को इनकार कर दिया कि वो किसी एजेंसी के ऐसे किसी भी कोलैब का हिस्सा नहीं बनेंगे जो इस मुद्दे पर उनके विचारों को बदलने या प्रभावित करने की कोशिश करेगा. हमने अधिक जानकारी के लिए Motorcycle Trails को मैसेज किया है, उनसे कोई भी प्रतिक्रिया मिलने पर इस आर्टिकल को अपडेट कर दिया जाएगा.
सरकारी वर्जन से मेल
इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल पर आधिकारिक सरकारी संचार और इन्फ़्लुएंसर एजेंसियों द्वारा प्राप्त ब्रांड कॉलेब मैसेज में काफी समानता है. उदाहरण के लिए The Race Monkey को एजेंसी ने व्हाट्सएप के माध्यम से जो मैसेज भेजा था उसमें संक्षिप्त में ब्रांड कॉलेब का आइडिया शेयर किया गया था. इस मैसेज में एक वाक्य का इस्तेमाल किया गया है “RESPONSE TO CONCERNS ON 20% BLENDING OF ETHANOL IN PETROL AND BEYOND”. ये वाक्य पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मिनिस्ट्री द्वारा 12 अगस्त को जारी की गई प्रेस रिलीज का टाइटल था जिसमें उन्होंने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित करने पर लोगों की चिंताओं पर प्रतिक्रिया दिया था. इसी प्रकार यही वाक्य Motorcycle Trails को एजेंसी द्वारा मिले मैसेज में मामूली बदलाव के साथ मौजूद था. ये संकेत देता है कि सरकार जनता तक अपने एजेंडा को पहुंचाने के लिए और मन मुताबिक नैरेटिव सेट करने के लिए इन्फ़्लुएंसर मार्केटिंग का सुनियोजित तरीके से इस्तेमाल कर रही है.
जनता तक संदेश पहुंचाने और प्रभावी तरीके से एक नैरेटिव सेट करने के लिए इनफ़्लूएंसर्स का इस्तेमाल पारंपरिक विज्ञापन और जनसंपर्क रणनीतियों से बदलाव का भी संकेत देता है.
कैम्पेन का संभावित बजट?
हालाँकि इस पूरे कैम्पेन का कुल बजट अभी तक सार्वजनिक नहीं हुआ है, लेकिन The Race Monkey की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एजेंसी के साथ बातचीत के मुताबिक, उन्हें एक पोस्ट के लिए ₹15 लाख रूपये की पेशकश की गई. क्योंकि इंस्टाग्राम पर The Race Monkey के 1.5 लाख फॉलोअर्स हैं. इस आँकड़े के हिसाब से देखा जाए तो करोड़ों फॉलोअर्स वाले कई इन्फ्लुएंसरों ने इस मुद्दे पर एजेंसी द्वारा साझा किये गए कॉन्सेप्ट पर वीडियो बनाया है, क्या इससे उन इन्फ्लुएंसरों को की गई पेशकश का अंदाजा लगाया जा सकता है?
इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल कोई नई बात है?
2014 में पेट्रोल में केवल 1.5% इथेनॉल मिलाया जाता था लेकिन 2025 तक यह 20% तक पहुंच गया. 24 जुलाई 2025 को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दावा किया कि इथेनॉल का उत्पादन 2014 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर जून 2025 तक 661.1 करोड़ लीटर हो गया है. इससे भारत ने आयातित कच्चे तेल पर अपनी निर्भरता कम करके विदेशी मुद्रा में लगभग 1.36 लाख करोड़ की बचत की है.
2018 में नितिन गडकरी ने दावा किया था कि इथेनॉल ब्लेंडिंग से पेट्रोल की कीमत 55 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 50 रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकती है. उनका तर्क था कि गन्ने और मक्के से बनने वाला इथेनॉल पेट्रोल की तुलना में सस्ता है और इससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा. लेकिन उपभोक्ता द्वारा दिए जाने वाले पेट्रोल के दाम की बात करें तो 2025 में पेट्रोल की कीमतें 100 के आस-पास है.
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