बिहार में शराबबंदी लागू है और आए दिन शराब तस्कर सीमावर्ती राज्यों से शराब लाने की नई तरकीबें निकालते रहते हैं. इसी क्रम में उत्पाद विभाग ने बुर्का पहनी एक महिला को पकड़ा जिसके शरीर पर शराब के कई टेट्रा पैक चिपके थे. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि बुर्का पहने शराब की तस्करी करते पकड़ी गई महिला मुस्लिम है, जिसका नाम रुखसार है.

फ्रंटल फोर्स नाम के यूज़र ने महिला की वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि यही कारण है कि बुर्का पर बैन लगा देना चाहिए, रुखसार को बुर्का के अंदर शराब तस्करी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. (आर्काइव लिंक)

अक्सर गलत जानकारी सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर करने वाले यूज़र @RealBababanaras ने भी वायरल वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

हमने वायरल वीडियो से जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किये. हमें इस मामले से जुड़ी खबर नवभारत टाइम्स पर 19 अप्रैल को पब्लिश की हुई मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, कटिहार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल के कुमेदपुर से शराब की एक खेप लाई जा रही है. इसी जानकारी पर उत्पाद विभाग ने मनिया रेलवे स्टेशन पर छापेमारी की जिसमें बुर्का पहने दो महिला को संदेह के आधार पर रोका गया और तलाशी ली गई तो बुर्के के अंदर उनके शरीर पर टेप से विदेशी शराब के कई टेट्रा पैक चिपके हुए थे, एक के पास से 8 लीटर और दूसरे के पास से 9 लीटर शराब बरामद हुआ.

उत्पादक अधीक्षक ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि तस्कर महिलाओं की पहचान कटिहार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पिपराथारी टोला निवासी वीणा देवी और नंदिनी देवी के रूप में हुई है. फिलहाल दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. रिपोर्ट में साफ तौर पर बताया गया है कि बुर्के के अंदर शराब की तस्करी करती पकड़ी गई महिलायें मुस्लिम नहीं हैं.

हमें इस मामले से जुड़ी ज़ी न्यूज़ की एक रिपोर्ट मिली जिसमें दोनों शराब तस्करों का नाम वीणा देवी और नंदिनी देवी बताया गया है. यानी वायरल पोस्ट में रुखसार नाम की महिला वाला दावा झूठा है.

कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने बिहार में बुर्का पहनकर शराब तस्करी करती हुई पकड़ी गई महिला का नाम रुखसार बताया, जबकि असल में पकड़ी गई महिलाओं का नाम वीणा देवी और नंदिनी देवी है.

 

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).