दो मंदिरों की दीवारों पर स्प्रे-पेंट से “आई लव मोहम्मद” और “आई लव ममुद” शब्दों वाले विजुअल्स सोशल मीडिया पर शेयर किये गए. ग्रैफ़िटी दिखाने वाले एक वीडियो में वीडियो रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति को ये कहते हुए सुना जाता है कि ये विजुअल उत्तर प्रदेश के बुलाक गढ़ी गांव के एक शिव मंदिर के हैं.
राईटविंग समर्थक सोशल मीडिया यूज़र, @KreatelyMedia (जिसकी पोस्ट की अक्सर ऑल्ट न्यूज़ द्वारा फ़ैक्ट-चेक की जाती रही है) ने मंदिर को अपवित्र करने के लिए ‘इस्लामवादियों’ को दोषी ठहराते हुए विजुअल्स शेयर किए. यूज़र ने टिप्पणी की, “जैसे-जैसे आबादी बढ़ेगी, वैसे-वैसे उनका आतंक भी बढ़ेगा.” (आर्काइव)
🚨Islamists wrote “I love Mohammad” on the walls of a Shiv Ji’s temple in Aligarh, UP
जैसे जैसे आबादी बढ़ेगी, वैसे वैसे इनका आतंक बढ़ेगा pic.twitter.com/lY1wJkhiFJ
— Kreately.in (@KreatelyMedia) October 25, 2025
एक अन्य यूज़र, @SonOfभारत7 ने भी इस घटना के लिए ‘जिहादियों’ को दोषी ठहराते हुए वीडियो शेयर किया और दावा किया कि ये दंगे भड़काने के लिए किया गया था. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक पोस्ट को लगभग 53 हज़ार बार देखा गया और लगभग 2 हजार बार रिशेयर किया गया. (आर्काइव)
यूंही दुनिया नहीं थूकती.. इन थूकलमानो पर
शिव मंदिर पर लिख दिया I Love Muhammad
जी हाँ… अलीगढ़ के शिव मंदिर पर जिहादियों
ने आई लव मुहम्मद लिखकर दंगा भड़काने का
प्रयास किया हैकोई इन जिहादियों को बता दो.. फिर हम खुदाई
करवा देंगे, तो मस्जिद से शिव जी के नाग ही निकलेंगे 🖐️ pic.twitter.com/UZTAr3MetQ— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) October 25, 2025
कई अन्य लोगों ने भी वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि इसके लिए ‘इस्लामिक गुंडे’ और ‘जिहादी’ जिम्मेदार हैं. (आर्काइव 1, 2, 3, 4)
फ़ैक्ट-चेक
दावों को वेरिफ़ाई करने और ये समझने के लिए कि क्या हुआ था, हमने अलीगढ़ पुलिस के एक बयान की तलाश की. अलीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक ने अपने शुरूआती बयान में खुलासा किया कि दो पड़ोसी गांवों – बुलाक गढ़ी और भगवानपुर में चार मंदिरों को अपवित्र किया गया था. उन्होंने ये भी कहा कि वे सभी पहलुओं की गहन जांच कर रहे हैं, जिसमें सामने आया पिछला विवाद भी शामिल है.
थाना लोधा- देवस्थलों पर धार्मिक नारा लिखे जाने की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ द्वारा ग्राम बुलकगढ़ी व ग्राम भगवानपुर के सभी देवस्थलों का निरीक्षण किया गया, 4 देवस्थलों पर लिखे धार्मिक स्लोगन को हटवा दिया गया है, गाँव वालों से भी वार्ता की गई है, गाँव में पूर्व का एक… pic.twitter.com/OT5cp0epxU
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) October 25, 2025
अलीगढ़ पुलिस द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में से एक में एक पुलिस अधिकारी को गुलाबी मंदिर के सामने दो व्यक्तियों के साथ बातचीत करते हुए दिखाया गया है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सफेद मंदिर पर थोड़ा अलग ग्रैफ़िटी भी स्प्रे किया गया था.
बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में SSP नीरज जादोन ने खुलासा किया कि मामले में चार हिंदू युवकों, बुलाक गढ़ी से जिशांत कुमार और भगवापुर से अभिषेक, आकाश और दिलीप को गिरफ़्तार किया गया था. उन्होंने ये भी कहा कि राहुल नाम का एक व्यक्ति फरार है. पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए CCTV फ़ुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाले और पाया कि दीवारों पर लिखे टेक्स्ट में वर्तनी की गलतियां थीं. पुलिस ने पुराने मामलों को भी खंगाला और पाया कि मुख्य आरोपियों में से एक जिशांत सिंह का मुस्तकीम नाम के एक व्यक्ति से झगड़ा हुआ था, जबकि राहुल का गुल मोहम्मद से झगड़ा हुआ था. अपने विरोधियों को फंसाने के लिए आरोपियों ने मंदिर की दीवारों पर ग्रैफ़िटी बनवाए. SSP जादोन ने कहा, “उन्होंने सोचा कि इस तरह की धार्मिक ग्रैफ़िटी बनाने से पुलिस तुरंत जांच करेगी और उनके विरोधी पक्षों को गिरफ़्तार कर लेगी.”
यूपी –
अलीगढ़ में मंदिर की दीवार पर “आई लव मोहम्मद” लिखने वाले 4 आरोपी जीशांत सिंह, आकाश सारस्वत, दिलीप शर्मा, अभिषेक सारस्वत गिरफ्तार !!जीशान्त सिंह का मुस्तकीम से झगड़ा हुआ। दोनों ने एक–दूसरे पर FIR कराई। पुलिस दोनों केस में चार्जशीट लगा चुकी है। मुस्तकीम को नए केस में… https://t.co/D8HeGTpBlT pic.twitter.com/NtxgYRUvY0
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) October 30, 2025
कुल मिलाकर, ये असल में कुछ हिंदू युवा थे जिन्होंने यूपी के अलीगढ़ के दो गांवों में हिंदू मंदिरों की दीवारों पर ‘आई लव मुहम्मद’ ग्रैफ़िटी के अलग-अलग संस्करणों का छिड़काव किया था. सोशल मीडिया यूज़र्स का ये दावा झूठा और निराधार है कि ये ‘इस्लामिक जिहादियों’ का काम था. पुलिस के मुताबिक, व्यक्तिगत झगड़े के कारण बदला लेने के लिए उपद्रवियों ने अपने मुस्लिम विरोधियों को फंसाने के लिए मंदिर को अपवित्र किया.
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