21 सितंबर, 2025 को कर्नाटक के हासन ज़िले में एक घटना सामने आई. स्थानीय श्रद्धालु एक मंदिर में पूजा करने पहुँचे तो उन्होंने हिन्दू देवता गणेश की मूर्ति पर चप्पलें रखी हुई देखीं. सीसीटीवी फ़ुटेज से पता चला कि एक महिला चप्पल पहनकर मंदिर में दाखिल हुई और नंगे पैर ही वापस लौट गई.
इस घटना के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसमें ‘धर्मांतरण माफिया’ का ऐंगल जोड़कर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की. कइयों ने इसे हिन्दू भावनाओं पर हमला बताया. तृणि नाम के यूज़र ने घटना से जुड़ा वीडियो शेयर करते हुए इसे हिंदूफोबिया करार किया और लिखा कि इस घृणित कृत्य के पीछे धर्मांतरण माफिया का हाथ होने का संदेह है. (आर्काइव लिंक)
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और हिंदूवादी संगठनों ने इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा नेता और विधान पार्षद सी टी रवि ने बेलूर के विधायक एच के सुरेश के साथ मंदिर का दौरा किया और इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे “हिंदुओं को भड़काने” का कृत्य बताया. राजनीतिक पार्टी जनता दल (सेक्यूलर) ने कर्नाटक की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को बार-बार ठेस पहुंचाने वाले कुकृत्य लगातार बढ़ रहे हैं.
इसी प्रकार मोहन गौड़ा नाम के यूजर ने भी घटना को सांप्रदायिक एंगल देते हुए इसमें धर्मांतरण माफिया का हाथ होने की बात कही. (आर्काइव लिंक)
सोनल नाम के यूजर ने भी घटना से जुड़ा वीडियो पोस्ट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
क्या है मामला?
हासन के एसपी मोहम्मद सुजीता ने मीडिया को बताया कि हिन्दू देवता गणेश पर चप्पल फेंकने वाली महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है. आरोपी महिला के परिवार के मुताबिक, उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.
Beluru ಗಣಪತಿಗೆ ಚಪ್ಪಲಿ ಹಾಕಿದ್ದ ಮಹಿಳೆ ಲೀಲಮ್ಮ ಪೊಲೀಸರ ವಶಕ್ಕೆ.. ಹಾಸನ SP ಮೊಹಮ್ಮದ್ ಸುಜೀತಾ ರಿಯಾಕ್ಷನ್| #TV9D#Tv9kannada #Beluru #Belurupurashabe #Vidyaganapati #MLASuresh #BeluruMLA #HassanSP pic.twitter.com/h0VPn89P7R
— TV9 Kannada (@tv9kannada) September 21, 2025
पुलिस के बयान के अनुसार, हासन के बेलूर में गणेश प्रतिमा का अपमान करने के मामले में पुलिस ने विजयनगर (हासन) निवासी 45 वर्षीय लीलम्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया है. एसपी मोहम्मद सुजीता ने बताया कि लीलम्मा रात करीब 8.30 बजे हासन से बेलूर के लिए बस से निकली थीं. इसके बाद वह चिक्कमगलुरु गईं और वहां से बेलूर लौट आईं. फुटेज से साफ है कि वह नगर पालिका परिसर स्थित मंदिर में घुसीं और प्रतिमा के पास अभद्र हरकत की. बाद में वह हासन लौट आईं. पुलिस ने लीलम्मा को विजयनगर स्थित उसके घर के पास से हिरासत में लिया है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, परिवार ने बताया कि लीलम्मा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. एसपी ने कहा कि सटीक जानकारी हासिल करने के लिए मेडिकल जांच कराई जाएगी.
मीडिया को दिए एक बयान में लीलम्मा की मां लक्षमम्मा कहती हैं कि पहले उनकी बेटी ठीक थी. लेकिन पिछले 5-6 सालों से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.
ऑल्ट न्यूज़ ने इस मामले के इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर श्री रेवन्ना से बात की. उन्होंने हमें बताया कि घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है. उन्होंने कहा, “इसमें किसी कन्वर्शन माफिया का हाथ नहीं है. आरोपी महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. जिस दिन महिला को गिरफ्तार किया गया, उसी दिन उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.”
कुल मिलाकर, कर्नाटक के एक मंदिर में गणेश की मूर्ति पर चप्पल रखने की घटना को झूठा धर्मांतरण का ऐंगल दिया जा रहा है.
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