27 अगस्त, 2025 को बिहार के दरभंगा में हुए विपक्षी गुट की मतदाता अधिकार यात्रा का एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें एक व्यक्ति को PM नरेंद्र मोदी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देखे गए एक शख्स को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. आरोपी मोहम्मद रिज़वी दरभंगा के सिंहवाड़ा इलाके का रहने वाले था जिसे बिहार पुलिस ने 29 अगस्त को गिरफ़्तार किया.
हालांकि, इसके तुरंत बाद, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया कि गिरफ़्तार किया गया व्यक्ति असल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ा था. भाजपा नेताओं की मौजूदगी में मोहम्मद रिज़वी की गिरफ़्तारी के बाद की एक तस्वीर और कथित तौर पर उसकी एक और तस्वीर दिखाते हुए, यूज़र्स ने सुझाव दिया कि भाजपा ने ही पूरे उपद्रव को अंज़ाम दिया.
X यूज़र @DrNimoYadav ने 29 अगस्त को दावे के साथ तस्वीरें शेयर कीं. पोस्ट को हटाए जाने से पहले 93 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया. (आर्काइव)
एक अन्य यूज़र, @MahuaMoitraFans ने भी दावे के साथ तस्वीरें पोस्ट कीं लेकिन बाद में इसे हटा दिया. (आर्काइव)
अन्य X यूज़र ने भी दावे को आगे बढ़ाया, जिनमें @Vtxt21, @profAIPC और @congressispeaks शामिल हैं. (आर्काइव लिंक: 1, 2, 3)
फ़ैक्ट-चेक
पहली नज़र में ये स्पष्ट नहीं था कि दोनों तस्वीरों में एक ही व्यक्ति है या नहीं. तस्वीरों में बीजेपी का स्कार्फ पहने और गिरफ़्तार होने के बाद सफेद बनियान में दिख रहे शख्स को एक भाजपा से जोड़ा जा रहा था. हमने उस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसमें कथित तौर पर आरोपी मोहम्मद रिज़वी को भाजपा सदस्य बताया जा रहा है. हमें नेक मोहम्मद रिज़वी नाम के एक यूज़र की फ़ेसबुक पोस्ट मिली, जिसे 18 जुलाई को पोस्ट किया गया था.
भाजपा कोतमा के लोकप्रिय एवं कर्मठ मंडल अध्यक्ष आदरणीय श्री Pushpendra Jain जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
ईश्वर…
Posted by Nek Mohammad Rizvi on Thursday 17 July 2025
हमने प्रोफ़ाइल की जांच की और पाया कि ये व्यक्ति मध्य प्रदेश के कोतमा का एक भाजपा कार्यकर्ता है. 29 अगस्त को नेक मोहम्मद रिज़वी ने स्पष्टीकरण पोस्ट किया कि उनके बारे में ग़लत अफवाहें फैलाई जा रही हैं. उन्होंने उन यूज़र्स के बारे में भी बताया जिन्होंने ये झूठ फैलाया था.
बाद में एक वीडियो बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि उनके सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल से तस्वीरों का इस्तेमाल करके उन्हें और भाजपा को बदनाम करने के लिए ग़लत सूचना शेयर की जा रही है.
दरभंगा पुलिस ने ये भी 29 अगस्त को जानकारी दी कि बिहार के 20 साल के युवक मोहम्मद रिज़वी उर्फ राजा को भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 296, 152, 353(2), 356(1), 356(2), 3(5) और आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत गिरफ़्तार किया गया था.
माननीय प्रधानमंत्री भारत के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने के मामले में दरभंगा पुलिस के द्वारा एक अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार …….
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. #HainTaiyarHum #BiharPolice #Bihar pic.twitter.com/RrMs6tWI5W— Darbhanga Police (@DarbhangaPolice) August 29, 2025
कुल मिलाकर, ये आरोप झूठा और निराधार है कि विपक्षी रैली के दौरान पीएम मोदी के प्रति अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ़्तार व्यक्ति भाजपा से है. सोशल मीडिया यूज़र्स ने कोटवा, मध्य प्रदेश के एक भाजपा सदस्य की तस्वीर का इस्तेमाल आरोपी से जोड़कर ग़लत पहचान की और लोगों को गुमराह किया.
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