17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया. इसके बाद से एक वीडियो सोशल मीडिया यूज़र्स और मीडिया आउटलेट्स ने चलाते हुए दावा किया कि ये वीडियो नामीबिया से लाए गए चीते का है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था.

टाइम्स नाउ न्यूज़ चैनल ने अपने टीवी प्रोग्राम में वीडियो चलाते हुए दावा किया कि चीतों को भारत लाने के बाद का ये पहला दृश्य है. (आर्काइव लिंक)

 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने चीते का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “सबको इंतज़ार था दहाड़ का, पर ये तो निकला बिल्ली मौसी के परिवार का.” (आर्काइव लिंक)

दैनिक भास्कर के भी इस वीडियो को नामीबिया से आए चीते का बताकर चलाया. (आर्काइव लिंक)

इसी प्रकार कांग्रेस नेता और विधायक वीरेंद्र चौधरी, न्यूज़18 की पत्रकार प्रियंका कांडपाल, द इकोनॉमिक टाइम्स, दी लल्लनटॉप, द क्विन्ट, क्विन्ट हिन्दी, न्यूज18, लेटेस्टली, लाइव हिंदुस्तान, इत्यादि ने भी इस वीडियो को भारत में चीतों को लाए जाने से जोड़कर चलाया.

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फ़ैक्ट-चेक

यूट्यूब पर इससे जुड़े की-वर्ड सर्च करने पर हमें ये वीडियो 14 फरवरी, 2022 को Adventure with Creature नाम के चैनल पर अपलोड मिला. यानी, ये वीडियो हाल का तो बिलकुल नहीं है.

अधिक जानकारी के लिए हमने इस वीडियो के एक फ्रेम को रीवर्स इमेज सर्च किया तो हमें ये वीडियो The Wildcat Sanctuary नाम के चैनल पर 29 नवंबर 2021 को अपलोड मिला.

हालांकि ऑल्ट न्यूज़ इस बात की पुष्टि नहीं करता कि ये वीडियो कितना पुराना है और कहां का है. लेकिन इतना तो साफ है कि ये कम से कम 9 महीने पुराना है और इसका हाल मे कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों से कोई संबंध नहीं है.

कुल मिलाकर, कुछ नेता और मीडिया आउटलेट्स ने चीते का पुराना वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि ये नामीबिया से भारत लाए गए चीते का पहला लुक है.

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