‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार करने पर आगरा के 57 साल के मुस्लिम टैक्सी ड्राइवर को कथित तौर पर परेशान करने और मारपीट करने के एक हफ्ते बाद, मुख्य आरोपी रोहित ठाकुर को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
अपलोड होने के दो दिन बाद वायरल हुए एक वीडियो में रोहित ठाकुर, रहीश खान से ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कहता है. जब कैब वाले ने ऐसा करने से मना किया और रोहित ठाकुर को ‘अपने काम से काम रखने’ के लिए कहा और वहां से गाड़ी भगाने की कोशिश की, तो उसने कहा, “दो या तीन दिनों में, तुम्हें ‘जय श्री राम’ कहना होगा.” रोहित ठाकुर ने अपने फ़ेसबुक पेज पर वीडियो, इस कैप्शन के साथ अपलोड किया, “ये हैं असली आतंकवादी.”
रहीश खान ने दैनिक भास्कर को गवाही दी कि रोहित ठाकुर (जो एक अन्य व्यक्ति के साथ था) उस पर हमला करने के लिए आगे बढ़ा. उन्होंने कहा, “…जब मैंने (जय श्री राम कहने से) मना कर दिया, तो उन लोगों मेरी दाढ़ी खींची और मुझे थप्पड़ मारा.”
38 साल से टैक्सी चलाने वाले कैब ड्राइवर रहीश खान ने एक महीने पहले लोन पर कार खरीदी थी. वो आमतौर पर यात्रियों को आगरा छावनी स्टेशन से ताज महल, आगरा किला, फ़तेहपुर सीकरी और मथुरा तक ले जाता है. घटना वाले दिन वो पर्यटकों को आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से ताज महल मेट्रो पार्किंग तक लेकर गया था. जब वो कार पार्क कर रहे थे तब रोहित ठाकुर और उनके साथी उनके पास आये.
पत्रकार मदन मोहन सोनी मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश को कवर करते हैं. उन्होंने 2 दिसंबर को ट्वीट किया कि रोहित ठाकुर को आगरा पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.
UP के आगरा निवासी रोहित ठाकुर ने ताजमहल की पार्किंग में लगभग 64 वर्ष के टैक्सी ड्राइवर मोहम्मद रईस से जबरन जय श्री राम बुलवाने के लिए अभद्रता की थी, रईस ने विरोध किया तो उनसे अभद्रता की गई थी।
फ़िलहाल आगरा पुलिस ने रोहित ठाकुर को शिल्पग्राम के पास से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया… https://t.co/rWgOsbdDID pic.twitter.com/GP5auIKJBm
— Madan Mohan Soni (@madanjournalist) December 2, 2025
रोहित ठाकुर का फ़ेसबुक पेज खुले तौर पर भाजपा के लिए उनके समर्थन की घोषणा करता है. घटना के तुरंत बाद पोस्ट किए गए एक वीडियो में उसे लाल किले पर मुस्लिम पर्यटकों का वीडियो बनाते समय अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है. एक जगह पर, वो एक आदमी को रोकता है और उसे ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कहता है. वो आदमी उसके कहे अनुसार ‘जय श्री राम’ कहता है.
24 नवंबर को अपलोड किए गए एक वीडियो में भी वो जोर-जोर से ये कहते नज़र आता है कि ताज महल असल में तेजो महालय है, ये दावा राईटविंग इकोसिस्टम के बीच काफी समय से प्रचलित है. इसे रिकॉर्ड करते वक्त, रोहित ठाकुर एक मुस्लिम व्यक्ति को जबरदस्ती अपने फ्रेम में लाने की कोशिश करता है जबकि वो व्यक्ति वहां से चला जाता है. दूसरे में वो कहता है कि ताज महल स्थित शाहजहां गार्डन का नाम बदलकर शिव गार्डन कर देना चाहिए.
19 नवंबर के एक वीडियो में रोहित ठाकुर एक मुस्लिम महिला से ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कहता है, और वो इसका पालन भी करती है. फिर वो उसके कंधों पर उसी नारे वाला एक दुपट्टा लपेटता है. बाद के एक वीडियो में वो दावा करता है कि उसके पास जो ताज महल स्मारिका है वो “झूठ” है, इसके बजाय ये दावा किया गया है कि ये असल में तेजो महालय है.
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