प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा से ठीक पहले ड्रोन लाइट शो की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के साथ, “मोदी का चीन में स्वागत है” लिखा है. तस्वीर शेयर करने वालों ने इसे भारतीय प्रधानमंत्री की प्रभुता का उदाहरण बताया, जिन्होंने कट्टर प्रतिद्वंद्वी चीन को भी ‘झुकने’ पर मजबूर कर दिया.
पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 31 अगस्त को चीन के तियानजिन पहुंचे और कार्यक्रम के अलावा उनका चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करने का भी कार्यक्रम था. ये बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि ये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूसी कच्चे तेल की भारी खरीद के कारण भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ़ लगाए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है. मोदी की चीन यात्रा (सात सालों में उनकी पहली) ने अटकलें लगाई हैं कि वो तनाव कम करने और व्यापार संबंधों को मजबूत करने का प्रयास करेंगे. 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए थे, जिसमें कई सैनिक मारे गए थे.
X यूज़र रौशन सिन्हा (@MrSinha_) ने वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “अविश्वसनीय समय” था. इस यूजर ने पहले भी कई बार सांप्रदायिक ग़लत सूचना शेयर की है. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक पोस्ट को 1.7 मिलियन बार देखा गया था. (आर्काइव)
सुदर्शन न्यूज़ के पत्रकार सागर कुमार (@KumaarSaagar) ने भी वायरल तस्वीर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को टैग करते हुए पोस्ट किया. (आर्काइव)
पोस्ट को X पर कई अन्य लोगों ने भी शेयर किया. क्रिएटली मीडिया (@KreatelyMedia), जयपुर डायलॉग्स (@जयपुरडायलॉग्स), मेघ अपडेट्स (@MeghUpdates), ओशन जैन (@ocjain4), यति शर्मा (@yati_Official1), हर्ष वर्धन त्रिपाठी (@MediaHarshVT), शौर्य मिश्रा (@shauryabjym), रिनिता चटर्जी पांडे (@IRinitiPandey), अभय प्रताप सिंह (@IAbhay_Pratap) और कॉमन मैन (@CommanGUY) ऐसा दावा करने वालों में शामिल हैं. इनमें से कई हैंडल ने पहले भी भाजपा समर्थक कंटेंट को बढ़ाया है.
(आर्काइव लिंक: 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10)
फ़ैक्ट-चेक
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये इंस्टाग्राम रील मिली, जिसे 29 जुलाई, 2025 को अपलोड किया गया था.
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वीडियो में चीन के चॉन्गकिंग में आयोजित एक ड्रोन शो दिखाया गया है. एक पॉइंट पर, नाचती हुई महिला की आकृति वायरल तस्वीर की तरह ही लगती है. हालांकि, हमें इसमें मोदी का कोई संदर्भ नहीं मिला, जिससे हमें शक हुआ कि वायरल तस्वीर एडिटेड होगी.
इसे ध्यान में रखते हुए, हमने यूट्यूब पर एक सबंधित कीवर्ड सर्च किया. हमें 22 जुलाई को अपलोड किया गया ये वीडियो मिला. डिस्क्रिप्शन में कहा गया है कि चॉन्गकिंग शहर की 28वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 11 हज़ार से ज़्यादा ड्रोनों का एक शो आयोजित किया गया था. हमने वीडियो को स्कैन किया जिससे हमें 38 सेकेंड के टाइमस्टैम्प के आसपास नाचती हुई महिला की एक जैसी आकृति दिखी.
फ़ेसबुक पर एक अन्य कीवर्ड सर्च से हमें चीनी न्यूज़ एजेंसी पीपुल्स डेली की 21 अप्रैल की एक पोस्ट मिली, जिसमें नाचती हुई आकृति की वही तस्वीर देखी गई थी.
A 15-minute drone light show featuring iconic landmarks of Chongqing made its dazzling debut on Saturday in the hilly…
Posted by People’s Daily, China on Sunday 20 April 2025
हमें चीन की ऑफ़िशियल स्टेट न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ की एक न्यूज़ रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रोन लाइट शो 19 अप्रैल, 2025 को दक्षिण पश्चिम चीन के चॉन्गकिंग नगर पालिका के नानान ज़िले में आयोजित हुआ था. डांस वाली आकृति यहां भी दिखाई देती है.
एक साथ तुलना करने से ये साफ हो जाता था कि असली तस्वीर (बाईं ओर) को मोदी के चेहरे के साथ एडिट किया गया था और उसमें स्वागत टेक्स्ट जोड़ा गया था.
एक चीनी पत्रकार, शेन शिवेई ने भी X पर लिखा कि भारतीय पीएम का स्वागत करते हुए मैसेज वाली तस्वीर फ़र्ज़ी है.
🤦♂️Who made and spread the FAKE image on the left?
The REAL one is on the right, drone light show debuts in southwest China’s metropolis of Chongqing this April. pic.twitter.com/cxvhs9AJDf
— Shen Shiwei 沈诗伟 (@shen_shiwei) August 31, 2025
कुल मिलाकर, हम ये पता लगाने में सक्षम थे कि SCO शिखर सम्मेलन से पहले भारतीय पीएम मोदी का स्वागत करने वाले मैसेज के साथ ड्रोन शो की वायरल तस्वीर एडिटेड थी. असली तस्वीर 19 अप्रैल, 2025 की है और ये पीएम मोदी की चीन यात्रा से काफी पहले चॉन्गकिंग में एक ड्रोन लाइट शो की है.
नोट: गलवान घाटी झड़प के साल में एक टाइपो को ठीक कर दिया गया है और आर्टिकल को चीनी पत्रकार शेन शिवेई के X पोस्ट के साथ अपडेट किया गया है.
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