सोशल मीडिया पर एक लड़के के साथ दो लड़कियों का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक गली दिख रही है जहां ये लड़का बारी-बारी से दोनों लड़कियों को गले लगा रहा है. वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि कैमरापर्सन अपनी बालकनी से इस घटना को रिकॉर्ड कर रहा है. वीडियो रिकॉर्ड कर रहे व्यक्ति को बैकग्राउंड में बातें करते हुए भी सुना जा सकता है. वीडियो के अंत में कैमरापर्सन के पास मौजूद एक व्यक्ति उन तीनों पर पानी फेंकता है और उन्हें वहां से भगा देता है. वीडियो में 1 मिनट 31 सेकेंड पर उन्होंने ज़िक्र किया कि दिल्ली की गलियों में ऐसे दृश्य आम बात है.
इस वीडियो को सांप्रदायिक ऐंगल देते हुए ये दावा किया गया है कि लड़का मुस्लिम है जो हिंदू नाम का इस्तेमाल कर हिंदू लड़कियों को धोखा दे रहा है. एक यूज़र ने ये वीडियो “लव जिहाद” के दावे के साथ शेयर किया है. (पहला लिंक, दूसरा लिंक)
जिहादी मु@स्लिम लड़के लवजिहाद में फंसाकर , हिंदु सनातनी नाम बताकर, हिंदु लड़कियों को गुमराह करते हैं 😠😠👇🏻 pic.twitter.com/SrUrmJT9Za
— उमा शंकर राजपूत 🐦💯 %follow back 🚩🚩 (@UmaShan27941413) August 3, 2022
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस वीडियो को अभिभावकों के बीच जागरूकता बढ़ाने की कोशिश के रूप में शेयर किया है. (पहला , दूसरा)
जरा ध्यान करे आपके बच्चे स्कूल कॉलेज ही जा रहे है ❓ pic.twitter.com/2raUWPU1uU
— ठाकुर साहब (@Narpats62770513) July 31, 2022
कुछ यूज़र्स ने वीडियो क्लिप शेयर करते हुए दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल पर सवाल किया. (पहला, दूसरा)
दिल्ली की गलियों में स्कूल के बच्चे 🤣🤣….. केजरीवाल, अब तो आँखें खोलो! pic.twitter.com/ORBkfjmair
— Anisha Chopra (@AnishaChopra_) July 29, 2022
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो को बारीकी से देखने पर हमें एक जगह डिस्क्लेमर दिखा जिसमें लिखा था, “इस वीडियो में बनाए गए कंटेंट को सिर्फ मनोरंजन के मकसद से लेना चाहिए. यहां दी गई जानकारी का किसी सलाह या क्रेडिट एनालिसिस के सोर्स होने से कोई सबंध नहीं है.” इसका मतलब है कि ये वीडियो स्क्रिप्टेड है.
फ़ेसबुक पर एक कीवर्ड सर्च करने पर हमने देखा कि असली वीडियो 5 मिनट 39 सेकेंड का है. इसे अलग-अलग अकाउंट्स से शेयर किया गया है.
आगे की जांच के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने CrowdTangle पर एक कीवर्ड सर्च किया. हमने पाया कि वीडियो असल में ‘अंकित जटुस्करण‘ नामक पेज से अपलोड किया गया था. हालांकि, इस अकाउंट से अब ये वीडियो हटा दिया गया है, यही वजह है कि CrowdTangle पर थंबनेल दिखाई नहीं दे रहा है. टु
अंकित के पेज में कई लाइव वीडियो हैं जिनमें वायरल वीडियो में दिख शख्स दिखता है. इस पेज से हमें अंकुर जटुस्करन नाम क्स एक और फेसबुक पेज मिला, जिसका ज़िक्र पेज के एक वीडियो में सह-निर्माता के रूप में किया गया है. इस पेज में भी वही आदमी है. पेज के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “ये पेज मेरे यूट्यूब चैनल पर मेरे सभी नाटकीय वीडियो के बारे में है.” यूट्यूब पेज में भी वही स्क्रिप्टेड वीडियोज़ हैं जो फ़ेसबुक पेज पर हैं.
बूम लाइव ने 31 जुलाई को वायरल क्लिप की एक फ़ैक्ट-चेक पब्लिश की जिसमें अंकित के पेज पर मौजूद वीडियो का एक स्क्रीनशॉट है. उन्होंने फैक्ट-चेक करते हुए बताया कि ये वीडियो स्क्रिप्टेड है.
15 जुलाई को ऑल्ट न्यूज़ ने अंकुर द्वारा फ़ेसबुक पर अपलोड एक दूसरे स्क्रिप्टेड वीडियो की पड़ताल की थी जिसे एक बच्चे को अगवा करने की असल घटना समझकर शेयर किया जा रहा था.
कुल मिलाकर, एक गली में लड़के-लड़कियों के गले मिलने का एक स्क्रिप्टेड वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि ये असली घटना है. कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस नाटकीय क्लिप को सांप्रदायिक ऐंगल के साथ भी शेयर किया.
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