एक वीडियो पिछले कुछ हफ़्तोंसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जिसमें ज़मीन पर रखे हथियार, गोला-बारूद और नकद दिखते हैं. वीडियो शेयर करने वालों का दावा है कि ये हथियार मणिपुर में उग्रवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की छापेमारी में बरामद हुए हैं.
X यूज़र @TIgerNS3 ने 10 जून को वीडियो पोस्ट किया और दावा किया कि सशस्त्र बलों की छापेमारी में मणिपुर के मुक्ति विरोधी सामाजिक तत्वों से भारी धन के साथ बंदूकों, हथियारों और गोला-बारूद के बड़े भंडार की बरामदगी हुई. पोस्ट में #कुकी आतंकवादी का इस्तेमाल किया गया है. (आर्काइव)
🚨 BIG BREAKING NEWS:
Armed forces Raid reveals In Manipur that Army has recovered a big stocks of guns, arms and amunication with huge money from anti libration social elements of Manipur. #kuki terrorist #kukiTerrorists मणिपुर#Manipur #ManipurViolence pic.twitter.com/Ai3acEM09f
— TIger NS (@TIgerNS3) June 9, 2025
मई महीने में X यूज़र जितेंद्र प्रताप सिंह (@jpsin1) ने भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “बिग ब्रेकिंग, मणिपुर में भारतीय सेना ने उग्रवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और नकदी बरामद की है. देखिए.” (आर्काइव)
कई यूज़र्स ने वायरल वीडियो ऐसे ही दावों के साथ ही शेयर किया:
फ़ैक्ट-चेक
वायरल क्लिप में हमने देखा कि पुरुषों द्वारा पहनी गई सेना की वर्दी पर BNRA का लोगो था. BNRA का मतलब बर्मा नेशनल रिवोल्यूशनरी आर्मी है जो 9 सितंबर 2023 को म्यांमार में स्थापित एक अपेक्षाकृत नया सैन्य संगठन है.
हमें BNRA के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज पर BNRA लोगो की तस्वीरें मिलीं जो कि वायरल वीडियो में सैनिकों के पोशाक में दिख रहे लोगो से मैच हो रहा है. यानी, ये बर्मा राष्ट्रीय क्रांतिकारी सेना की वर्दी है.
इसके अलावा, वीडियो के आखिर में हमने एक सफेद वृत्त के साथ एक नीला, लाल और हरे रंग का झंडा देखा जिसके भीतर कुछ आकृति बनी हुई थी. रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमने पाया कि ये झंडा चिन नेशनल डिफेंस फ़ोर्स (CNDF) का है जो चिन नेशनल ऑर्गनाइजेशन की सशस्त्र शाखा है. ये एक विद्रोही ग्रुप है जो म्यांमार के चिन राज्य से संचालित होता है जिसकी सीमा भारतीय राज्य मणिपुर से लगती है.
वीडियो कुछ फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 24 अप्रैल की एक फ़ेसबुक पोस्ट मिली जिसमें वही वीडियो था. कैप्शन मिज़ो भाषा में लिखा गया है और इसका हिंदी अनुवाद है, “सीबी ग्रुप और उनके पूर्वजों ने फलम गांव में 268 लोगों को हराया और हथियार और पैसे ज़ब्त कर लिए.” यहां सीबी ग्रुप शायस चिन ब्रदरहुड को संदर्भित करता है.
आगे जांच करने पर, हमें म्यांमार स्थित मीडिया आउटलेट, खिट थिट मीडिया की 10 अप्रैल की एक फ़ेसबुक पोस्ट मिली. पोस्ट में वायरल वीडियो है और बर्मी में लिखे कैप्शन का बताया है: “फ़ालम टाउनशिप की लड़ाई में सैकड़ों हजारों हथियार और गोला-बारूद ज़ब्त किए गए… 9 अप्रैल को चिन राज्य में पूरे फ़लम टाउनशिप पर अंतिम हमले और कब्ज़े के बाद, चिन न्यिनौंग समूह ने सैन्य परिषद से सैकड़ों हजारों हथियार और गोला-बारूद ज़ब्त कर लिया है…”
म्यांमार स्थित कई न्यूज़ आउटलेट्स ने भी इस पर रिपोर्ट की. ये रिपोर्ट्स यहां और यहां देखी जा सकती हैं.
उपरोक्त बातों से ये साफ है कि वायरल क्लिप म्यांमार की है. इसका मणिपुर से कोई लेना-देना नहीं है; इसे भारतीय राज्य से जोड़ने वाले सोशल मीडिया के दावे, झूठे और निराधार हैं.
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