पानी के बीच सैंकड़ों सोलर पैनल्स प्लांट की एक क्लिप सोशल मीडिया पर गुजरात में प्रगति के दृश्य बताकर वायरल है. कई यूज़र्स ने इसके लिए गुजरात में भाजपा सरकार की तारीफ़ की है.

X यूज़र ‘இந்துத்துவம்’ (@VVR_Krish) ने 23 जुलाई को ये क्लिप एक तमिल कैप्शन के साथ शेयर की जिसमें ‘गुजरात मॉडल’ के तहत विकास की सराहना की गई और राज्य में भाजपा सरकार की तारीफ़ की गई.

इस पोस्ट को करीब 3.5 लाख व्यूज़ मिले हैं और 200 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

इंस्टाग्राम यूज़र ‘@sundar jani’ ने 19 जून को यही वीडियो पोस्ट किया जिसमें दावा किया गया कि क्लिप में गुजरात के भुज में एक सोलर पॉवर प्लांट दिखाया गया है.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by sundar jani (@surendar_bishnoi_0129)

फ़ैक्ट-चेक

इस दावे को वेरिफ़ाई करने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल क्लिप के कुछ फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 16 जून की एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिली जिसमें वायरल क्लिप थी. ये पोस्ट ‘@shenghai_views’ पेज की थी और कैप्शन में ज़िक्र किया गया था, “सोलर पैनल समुद्र से मिलते हैं, चावल के खेत पहाड़ों पर हो रही है – चीन की नई खेती और ऊर्जा समाधान खेल बदल रहे हैं.”

इससे पता चलता है कि सोलर प्लांट दिखाने वाली वायरल क्लिप असल में चीन की फ़ुटेज है.

हमें 7 जुलाई को चीनी मीडिया आउटलेट चाइना यूथ डेली का एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिला जिसमें वायरल क्लिप भी थी और कैप्शन में इसे चीन का बताया गया था.

इसके अलावा, हमने ये ढूंढा कि क्या किसी ऑफ़िशियल चीनी सोर्स ने इस वीडियो को शेयर किया है, हमें चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग की 3 जुलाई, 2025 की एक फ़ेसबुक पोस्ट मिली. उन्होंने कैप्शन में ज़िक्र किया, “शहर के ग्रिड से लेकर तटीय जल तक, चीन एक हरित भविष्य को ऊर्जा देने के लिए सूर्य का इस्तेमाल कर रहा है.”

हमने ये भी जांचा कि क्या गुजरात में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के बारे में कोई न्यूज़ रिपोर्ट छपी है. हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की 2023 की रिपोर्ट मिली जिसमें नर्मदा नहर पर फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाए जाने के बारे में बताया गया था. हमने प्लांट के विजुअल्स की तलाश की. CNBC बाज़ार के यूट्यूब चैनल पर सितंबर 2024 में पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. ये वीडियो किसी भी तरह से वायरल क्लिप में के विज़ुअल्स से मेल नहीं खाता है.

गुजरात के फ्लोटिंग सोलर पेनल के दृश्यों को वायरल क्लिप से तुलना करने पर साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जहां गुजरात में तैरता हुआ सोलर पॉवर प्लांट एक नहर के ऊपर है, वहीं चीन में ये साफ तौर पर बड़े जल निकाय पर है और बहुत बड़े पैमाने का है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged: