उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में पुलिस ने एक लड़की को 315 बोर के तमंचे के साथ गिरफ़्तार किया. महिला पुलिस द्वारा कैमरे के सामने ली गई तालाशी में युवती की कमर से तमंचा बरामद हुआ, जिसके बाद मामला दर्ज कर युवती पर कारवाई की गई. कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ा वीडियो शेयर किया. कुछ ने ये दावा किया कि युवती का नाम सलमा बेग है और वो मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखती है.

एक ट्विटर यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा “UP : मैनपुरी में जींस में तमंचा लगाकर घूम रही एक मुस्लिम शिक्षिका को पुलिस ने दबोचा है.” (आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूजर साकेत ने न्यूज़ 24 का वीडियो रिट्वीट करते हुए शिक्षिका का नाम सलमा बेग बताया. (आर्काइव लिंक) ध्यान देने वाली बात है कि न्यूज़ 24 ने शिक्षिका का नाम नहीं लिखा है.

इसके अलावा भी कई लोगों ने ये वीडियो शेयर करते हुए शिक्षिका को मुस्लिम बताया. (आर्काइव लिंक)

एक अन्य यूज़र ने वीडियो रिट्वीट करते हुए शिक्षिका का नाम सलमा बेग बताया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

जब हमने घटना से जुड़े कुछ कीवर्ड गूगल पर सर्च किए तो हमें आज तक, दैनिक भास्कर, ज़ी न्यूज के आर्टिकल्स मिले जिसमें कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार के हवाले से बताया गया है कि युवती का नाम करिश्मा यादव है और उनके मृत पिता का नाम पूरन सिंह यादव है. रिपोर्ट के अनुसार, करिश्मा ने आरोप लगाया कि उसके परिवार के लोग उसकी हत्या कर उसकी ज़मीन हड़पना चाहते हैं, इसलिए वह अपनी सुरक्षा के लिए तमंचा लगाकर चलती है.

Mainpuri girl with .315 country made gun

ऑल्ट न्यूज ने कोतवाली थाना प्रभारी अनिल सिंह से बात की. उन्होंने हमें बताया कि लड़की हिन्दू है. थाना कोतवाली में युवती के खिलाफ़ अभियोग पंजीकृत कर जांच की जा रही है.

वायरल वीडियो वाले एक ट्वीट पर जवाब देते हुए मैनपुरी पुलिस ने आधिकारिक हैंडल से बताया गया कि तमंचे के साथ पकड़ी गई महिला शिक्षिका नहीं है. और तमंचा कहां से लेकर आई थी इस बात की जांच की जा रही है.

कुल मिलाकर, तमंचे के साथ गिरफ़्तार हुई युवती का नाम सलमा बेग नहीं है और वो मुस्लिम समुदाय की नहीं हैं. युवती का नाम करिश्मा यादव है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स मीडिया द्वारा युवती को शिक्षिका बताकर वीडियो शेयर किया गया. जबकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि युवती शिक्षिका नहीं है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).