पेशे से सर्जन डॉक्टर भरत कानाबार ने 9 अप्रैल को एक तस्वीर ट्वीट की. तस्वीर में छात्रों को बिल्डिंग पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है. तस्वीर के साथ गुजराती में लिखा है, “900 यूनिवर्सिटीज़ और 40 हज़ार कॉलेजों के इस देश में शिक्षा एक ऐसी चीज़ हो गई है जिसके खरीदने और बेचने वाले दोनों [सीटों की खरीद का ज़िक्र करते हुए] बेशर्म हैं. पेपर लीक, परीक्षा में चोरी और फ़र्ज़ी डिग्री सर्टिफ़िकेट जैसे वायरस से शिक्षा प्रणाली त्रस्त हो गई है.”

ये ट्वीट जल्द ही वायरल हो गया और तस्वीर को इसी कैप्शन के साथ ट्विटर पर काफी शेयर किया गया.

भरत कानाबार के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए ‘आप’ प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, “भाजपा के लोग भी गुजरात की चरमराती शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहे. पार्टी लाइन से उपर उठकर गुजरात में अच्छी शिक्षा के लिए आवाज़ उठने लगी है. 27 साल में भाजपा अच्छी शिक्षा नहीं दे पाई. गुजरात के लोगों और सभी पार्टियों को साथ लेकर “आप” सरकार गुजरात में भी अच्छी शिक्षा देगी.”

आम आदमी पार्टी गुजरात के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज ने इस बातचीत का एक इन्फ़ोग्राफ़िक बनाकर फ़ेसबुक पर पोस्ट किया.

फ़ैक्ट-चेक

भाजपा कार्यकर्ता भरत कानाबार के ट्वीट को पढ़ने से पता चलता है कि उन्होंने गुजरात में शिक्षा प्रणाली की आलोचना नहीं की, बल्कि भारतीय शिक्षा प्रणाली के बारे में अपनी बात रखी थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल ने शायद ये मान लिया कि भरत कानाबार ने गुजरात में भाजपा सरकार की आलोचना की क्योंकि ट्वीट गुजराती में पोस्ट किया गया था.

यहां तक ​​कि ये तस्वीर भी गुजरात की नहीं है.

बिहार की तस्वीर

ऑल्ट न्यूज़ ने तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया जिससे हमें 2015 के कुछ न्यूज़ आर्टिकल्स मिलें. ख़बरों के मुताबिक, बिहार में अभिभावक अपने बच्चों को परीक्षा में नकल करवाने के लिए एक परीक्षा केंद्र की बिल्डिंग पर चढ़ रहे थे. तस्वीर का क्रेडिट एसोसिएटेड प्रेस को दिया गया है.

भरत कानाबार ने ये स्पष्ट करते हुए एक ट्वीट भी किया कि ये तस्वीर बिहार की है. और इस ट्वीट का मकसद उन लोगों के बारे में बोलना था जिनसे शिक्षा प्रणाली प्रभावित होती है. उन्होंने इस ट्वीट में लिखा कि वो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं.

कुल मिलाकर, भारतीय शिक्षा प्रणाली की आलोचना करने वाले एक भाजपा कार्यकर्ता के एक ट्वीट को अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की शिक्षा प्रणाली की आलोचना समझकर कोट-ट्वीट कर दिया.

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