जोधपुर सेंट्रल जेल में सोनम वांगचुक की मौत की खबर देने वाले न्यूज़ बुलेटिन के कुछ क्लिप्स सोशल मीडिया पर सामने आए हैं और इन्हें काफी ज़्यादा शेयर किया जा रहा है.
इनमें से कुछ कथित बुलेटिन प्रमुख न्यूज़ एंकरों के हैं जबकि एक में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, एक संवाददाता सम्मेलन में मीडिया को संबोधित करते हैं.
पाकिस्तानी प्रॉपगेंडा अकाउंट एम. (@Mushk_0) ने ऐसे चार वीडियोज़ शेयर किए जिनके मुताबिक, जोधपुर सेंट्रल जेल में हिरासत के दौरान प्रसिद्ध लद्दाख कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की मौत की “रिपोर्ट” के बाद भारत को “बड़े और संवेदनशील घटनाक्रम” का सामना करना पड़ रहा है.
पहला वीडियो
इस पहले वीडियो में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हैं. मीडिया को कथित रूप से संबोधित करते हुए वो सोनम वांगचुक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. क्लिप में, वो “संपूर्ण और पारदर्शी जांच” का भी आह्वान करते हैं. (आर्काइव)
Following the custodial death of Sonam Wangchuk, Indian Army chief Gen. Upendra Dwivedi offered condolences, now being suppressed by media. Even the Army seems exhausted by Hindutva fascists forcing their own agenda. pic.twitter.com/YOmc5Z3dwK
— M. (@Mushk_0) November 27, 2025
पोस्ट को लगभग 2 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है.
फ़ैक्ट-चेक
इस वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च से हमें WION का एक यूट्यूब वीडियो मिला जिसका लोगो वायरल क्लिप में दिखता है. इस मूल वीडियो में जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का संबोधन दिखाया गया है जहां वो ऑपरेशन सिंदूर पर बात करते हैं.
दोनों वीडियोज़ के फ़्रेम्स की तुलना करने पर हमें कई समानताएं मिलीं. यानी, वायरल क्लिप को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है.

27 नवंबर, 2025 को चाणक्य डिफेंस डायलॉग 2025 के तीसरे संस्करण के उद्घाटन सेशन में बोलते हुए, जनरल द्विवेदी ने सेना के दीर्घकालिक परिवर्तन का मार्गदर्शन करने के मकसद से “स्प्रिंगबोर्ड के सेट” की रूपरेखा तैयार किये जाने के बारे मे कहा ताकि तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में निर्णायक और भविष्य के लिए तैयार रहे जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट किया गया है. उन्होंने वांगचुक के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की.
जांच के दौरान, हमने पाया कि प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने आधिकारिक तौर पर क्लिप को जनरल द्विवेदी के एक ऑल्टर वीडियो के रूप में चिह्नित किया और स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
#Pakistani propaganda accounts are circulating a digitally altered video of Chief of the Army Staff, General Upendra Dwivedi, in which he appears to be talking about the custodial death of Sonam Wangchuk.#PIBFactCheck
❌ This #fake video has been created using #AI technology.… pic.twitter.com/dGFUR2m1Kd
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 27, 2025
सोनम वांगचुक की पत्नी, गीतांजलि जे अंगमो ने ऑल्ट न्यूज़ से पुष्टि की कि वो 28 नवंबर, 2025 को अपने पति से मिली थीं. उन्होंने कहा, “वो सुरक्षित और स्वस्थ हैं.”
दूसरा वीडियो
ऐसे ही फ़र्स्टपोस्ट के न्यूज़ बुलेटिन की शैली में बनाया गया एक वीडियो वायरल है जिसमें एंकर पालकी शर्मा हैं. वो साफ तौर से दर्शकों को सूचित करती है कि सोनम वांगचुक की जोधपुर सेंट्रल जेल के अंदर मौत हो गई जिसे अधिकारी चिकित्सीय पतन के रूप में वर्णित करते हैं. पालकी शर्मा को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि वांगचुक के समर्थक कथित तौर पर उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किए जाने को लेकर चिंता जता रहे थे. (आर्काइव)
Disturbing reports claim Sonam Wangchuk is no longer alive, allegedly tortured in state custody by the Indian government. A viral clip exposing this was taken down minutes after posting. Authorities seem desperate to suppress it & silence Ladakh protests. pic.twitter.com/hQg6Tusecm
— M. (@Mushk_0) November 27, 2025
फ़ैक्ट-चेक
इस क्लिप के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें 26 नवंबर को फ़र्स्टपोस्ट यूट्यूब चैनल पर एंकर पालकी शर्मा द्वारा होस्ट किए गए न्यूज़ सेगमेंट, वेंटेज का एक एपिसोड मिला. इस सेगमेंट में पालकी शर्मा ने सोनम वांगचुक या उनकी मौत के संबंध में किसी भी दावे का ज़िक्र नहीं करती. ये सेगमेंट चीन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बातचीत शुरू करने पर केंद्रित था.
वायरल वीडियो के फ्रेम और सेगमेंट के बीच तुलना करने पर बैकग्राउंड और पालकी शर्मा के पहनावे के बीच कई समानताएं दिखाई देती हैं जिससे पता चलता है कि वीडियो को डिजिटली बदला गया है.

इसलिए, न्यूज़ एंकर पालकी शर्मा को हिरासत में सोनम वांगचुक की मौत पर रिपोर्टिंग करते हुए दिखाने वाला वीडियो डिजिटली बदला हुआ डीपफ़ेक वीडियो है.
तीसरा वीडियो
इसी तरह, एंकर शिव अरूर को दिखाता NDTV बुलेटिन की तरह एक और वीडियो, जोधपुर सेंट्रल जेल में सोनम वांगचुक की मौत पर एक कथित ‘रिपोर्ट’ की तरह शेयर किया जा रहा है. शिव अरूर ने कथित तौर पर इस वीडियो में कहा कि अधिकारियों ने चिकित्सा कारणों का हवाला दिया था, जबकि उनके समर्थकों ने हिरासत में मौत का आरोप लगाया था. (आर्काइव)
Shame on you @ShivAroor. Laughing while the Indian government allegedly mercilessly killed Sonam Wangchuk is beyond disgusting. This is cold-blooded murder, and your casual reaction is appalling. Boycott NDTV. pic.twitter.com/dCbOl9pgzm
— M. (@Mushk_0) November 27, 2025
वीडियो को लगभग 1 लाख 64 हज़ार बार देखा गया.
फ़ैक्ट-चेक
क्लिप की बारीकी से जांच करने पर, हमने एक साफ असंगतता देखी: हालांकि वीडियो में चैनल के लोगो के साथ NDTV बुलेटिन प्रदर्शित किया गया है, लेकिन बैकग्राउंड में आजतक का लोगो ग्लास पैनल पर साफ तौर पर दिखाई देता है.
रिवर्स इमेज सर्च से हमें इंडिया टुडे द्वारा 28 फ़रवरी को अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया असली वीडियो मिला. प्रसारण में शिव अरूर ने चैनल छोड़ने की घोषणा की. वो वर्तमान में NDTV में प्रबंध संपादक हैं.
आगे, वायरल वीडियो के एक फ्रेम और उक्त बुलेटिन के बीच तुलना दी गई है:

चूंकि ये वीडियो आठ महीने पुराना है, इसमें साफ तौर पर सोनम वांगचुक का कोई संदर्भ या उनकी मौत के संबंध में कोई दावा नहीं है.
शिव अरूर ने खुद भी इस मुद्दे को संबोधित किया और X पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें वीडियो को आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस से एडिट किए गए वीडियो के रूप में मार्क किया गया.
I love how this deepfake AI video has the NDTV logo but an Aaj Tak studio background from my earlier place of work.
Come on, guys, you can do better 🙂 https://t.co/1ODtHyxTHx
— Shiv Aroor (@ShivAroor) November 27, 2025
यानी, ये साफ है कि हिरासत में सोनम वांगचुक की मौत पर शिव अरूर की रिपोर्टिंग वाला वीडियो फ़र्ज़ी है. ये एक डिजिटली रूप से तैयार किया गया वीडियो है.
चौथा वीडियो
चौथा वीडियो इंडिया टुडे न्यूज़ सेगमेंट का लगता है जिसमें सोनम वांगचुक की हिरासत में मौत की घोषणा की गई है. क्लिप में उनके समर्थकों ने हिरासत में हत्या की संभावना जताई है. इसमें दावा किया गया है कि सोनम वांगचुक के परिवार ने “देरी से सूचना मिलने, शव तक तत्काल पहुंच से इनकार करने और संभावित चोट के निशान” के बारे में शिकायत की. (आर्काइव)
The extrajudicial killing of Sonam Wangchuk sparks suspicion as central agencies attempt to suppress the news. Things are grim for Ladakh, this Modi regime has crossed all limits of sanity. pic.twitter.com/KsjWNbA0af
— M. (@Mushk_0) November 27, 2025
फ़ैक्ट-चेक
रिवर्स इमेज सर्च से हमें 26 नवंबर को इंडिया टुडे द्वारा बनाई गई एक X पोस्ट मिली. पोस्ट में एंकर जेसिका गोयल का एक सेगमेंट शामिल है जो कर्नाटक नेता डी के शिवकुमार के आलाकमान को दिए गए गुप्त मैसेज पर रिपोर्ट करता है, “शब्द शक्ति विश्व शक्ति है.”
Amid the Karnataka CM race, DK Shivakumar’s cryptic message to the high command — ‘Word power is world power’@sagayrajp with more details#Karnataka #DKShivakumar #Congress | @jessica_goel pic.twitter.com/eNeSoeHVCa
— IndiaToday (@IndiaToday) November 26, 2025
इस सेगमेंट में गोयल ने सोनम वांगचुक या उनकी मौत के संबंध में किसी दावे का ज़िक्र नहीं किया है.
वायरल वीडियो और असली सेगमेंट के दो फ़्रेमों की एक साथ तुलना करने से ऑडियो में डिजिटली हेरफेर का संकेत मिलता है. आगे, तुलना देखा जा सकता है:

यानी, इंडिया टुडे की एंकर जेसिका गोयल द्वारा हिरासत में सोनम वांगचुक की मौत की रिपोर्टिंग करने वाला वीडियो भी डीपफ़ेक है.
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर चल रहे सोनम वांगचुक की हिरासत में मौत के दावे झूठे और निराधार हैं. इसकी पुष्टि कार्यकर्ता की पत्नी गीतांजलि ने ऑल्ट न्यूज़ से की. उनकी मौत के बारे में न्यूज़ बुलेटिन और ऑफ़िशियल प्रेस ब्रीफिंग दिखाने वाले वीडियो डिजिटली बदले गए हैं.
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