ट्विटर और फे़सबुक पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक छोटी बच्ची के शव के पास पुलिस और लोगों की भीड़ है. लोगों ने इसे शेयर करते हुए दावा किया कि बच्ची की रेप के बाद हत्या की गयी है.

फे़सबुक यूज़र साधना सैनी ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “अलीगढ़ में तेजवीर प्रजापति की 3 साल की लड़की के साथ रेप कर कर उसको मार डाला सभी भाइयों से निवेदन है इसे सभी ग्रुप में फैलाएं जिससे इस लड़की को ज्यादा जल्दी से जल्दी इंसाफ मिल सके. ऐसे दरिंदों को समाज मे रहने का कोई अधिकार नहीं है।” इस वीडियो को आर्टिकल लिखे जाने तक 3.3 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 8,500 से ज़्यादा लोग शेयर कर चुके हैं. (आर्काइव लिंक)

नोट: वीडियो के सेंसिटिव विज़ुअल के कारण हम अपने आर्टिकल में उसे शामिल नहीं कर रहे हैं.

एक अन्य ट्विटर यूज़र @bharatmali_ ने ये वीडियो शेयर करते हुए रेप और हत्या का दावा किया. इसे आर्टिकल लिखे जाने तक 650 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं. इसी तरह कई अन्य ट्विटर यूज़र्स ने यही दावा करते हुए वीडियो शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

यही नहीं, कई यूज़र्स ने साम्प्रदायिक ऐंगल देते हुए दावा किया कि बच्ची के मुस्लिम समुदाय के पड़ोसी ने उसका रेप और हत्या की है. एक ट्विटर यूज़र @sawalaramparmar ने लिखा, “#अलीगढ़ में तेजवीर प्रजापति की 3 साल की लड़की के साथ 38 साल के पड़ोसी मुहहमद नाज़िम ने रेप कर उसको मार डाला ओर फरार हो गया…” इसे आर्टिकल लिखे जाने तक 600 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं. (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ को इसके फै़क्ट चेक के लिए व्हाट्सऐप (+91 76000 11160) पर रिक्वेस्ट भी भेजी गयी.

फै़क्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने ट्विटर पर जब कीवर्ड सर्च किया तो हमें अलीगढ़ पुलिस का एक ट्वीट मिला जिसमें पुलिस ने 4 नवम्बर को अकराबाद में हुई इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए बताया कि 3 वर्षीय बच्ची की सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु से जुड़ी जो बातें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं वो आधारहीन हैं.

आगरा, ADG के ट्विटर हैंडल से भी ऐसे ही रेप का दावा करने वाले यूज़र को जवाब दिया गया था.

ऑल्ट न्यूज़ ने अकराबाद थाने के पुलिस अधिकारी उमेश चन्द्र शर्मा से बात की. उन्होंने हमें बताया, “ये पति-पत्नी का 6 साल से विवाद चल रहा है. दोनों कोर्ट में केस लड़ रहे हैं. ये लड़की (मृतका) अपनी मां के साथ ननिहाल में रह रही थी और इसका बाप जहांगीराबाद, बुलंदशहर में था, जहां उसका घर है. मैंने घटनास्थल पर देखा था. सारे उच्च अधिकारी, एसपी, आईपीएस, सीओ सब आये हुए थे. पास के जितने भी मोहल्ले में लोग हैं, उनसे इनके घर पे हमने पूरी एविडेंस कलेक्ट करी कि क्या इस तरह की कोई घटना की सम्भावना है.”

उन्होंने आगे बताया कि बच्ची के पिता, जिन्होंने रेप का आरोप लगाया है, पोस्टमार्टम के वक़्त वहीं मौजूद थे और उन्होंने सब कुछ देखा था. उमेश चन्द्र शर्मा ने ये भी बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर चोटें दिख रही थीं क्यूंकि उसके ऊपर से गाड़ी निकली थी और यही वजह है कि उसके घुटने पर ज़ख्म थे. उमेश चन्द्र ने कहा, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट में केवल एक्सिडेंटल केस ही आया है. सब लोगों ने देख लिया है. सब (जांच-पड़ताल) मुख्यालय स्तर से हुई हैं. लखनऊ के सारे अधिकारियों को पता है.”

इसपर हमने उनसे सवाल किया कि मृतका के पिता इस रिपोर्ट को मानने से इंकार कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “वो (पिता) इनको धमकी देके गया है. हमने उसकी मां का वीडियो बनाया है जहां आस-पास के सब लोग सब मौजूद थे. वीडियो बनाके हमने अधिकारियों को भेजा है. पति कह के गया था ‘मैं सबको जेल भेजूंगा.'”

नीचे पुलिस का वो ट्वीट है जिसमें महिला का पुलिस ने वीडियो बनाया था.

हमने मृतका की मां से संपर्क किया और उनसे बच्ची के साथ रेप होने की आशंका के बारे में बात की. उन्होंने कहा, “नहीं, ऐसा कोई गलत काम नहीं हुआ है. मैं अंदर झाड़ू लगा रही थी और मेरी बच्ची खेलते-खेलते बाहर चली गयी. सबने चीख सुनी तो बाहर आये तो देखा कोई गाड़ी वाला टक्कर मार गया… 6 साल से केस चल रहा था (मृतका की मां और उसके पिता के बीच) इसलिए मेरे पति ने अफ़वाह उड़ा दी है ये.” इसके अलावा, वीडियो में मृतका के पिता का नाम तेजवीर प्रजापति बताया जा रहा है जो कि ग़लत है, उनका नाम अरुण कुमार है. उनकी पत्नी ने इस बात की पुष्टि की.

हमने बच्ची के पिता अरुण कुमार से संपर्क किया और पूछा कि क्या रेप के आरोप उन्होंने लगाये हैं तो उन्होंने कहा, “उसके साथ ग़लत काम हुआ हो या नहीं, वो घटना को छिपा रहे हैं. मैं नहीं मानता कि उसको गाड़ी कुचल कर गयी है. आप देखिये फ़ोटो या वीडियो, उसके शरीर पर कोई ऐसा निशान नहीं है. देख के नहीं कह सकता कोई कि ऐसा हुआ है जो वो बता रहे हैं. कुछ रिश्तेदारों को उन्होंने ये बताया है कि लड़की खेल रही थी ट्रेक्टर के नीचे आ गयी.”

हमने उनसे पूछा कि ये वीडियो क्या उन्होंने ही बनवाया है, तो उन्होंने कहा, “वीडियो में बच्ची के पास (सफ़ेद कपड़ा मुंह पर बांधे हुए शख्स) मैं ही खड़ा हूं, वीडियो मेरे साइड से बनी है लेकिन बहुत लोग फ़ोन लेकर खड़े थे. किसने वायरल की मुझे नहीं पता.” उन्होंने ऑल्ट न्यूज़ से दोबारा संपर्क किया और कहा, “मैं ये नहीं कह रहा कि रेप हुआ. मैं कह रहा हूं जो भी हुआ लेकिन ट्रैक्टर से एक्सिडेंट नहीं हुआ है.”

इसके अलावा, अरुण कुमार ने कहा था कि बच्ची के शरीर पर कोई ऐसा निशान नहीं है लेकिन ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वीडियो में मृतका के पैर पर काला निशान है, जैसा कि पुलिस ने बताया था. हम नाबालिग़ बच्ची की पहचान को ध्यान में रखते हुए तस्वीर शामिल नहीं कर रहे हैं.

इस वीडियो में मुस्लिम पड़ोसी का ऐंगल कुछ समय पहले ही दिया गया था. लेकिन पूरे फै़क्ट-चेक के दौरान हमने कहीं नहीं पाया कि इसमें साम्प्रदायिक ऐंगल है. इस पूरे मामले में पुलिस या कोई भी पक्ष किसी भी मुस्लिम पड़ोसी का ज़िक्र नहीं करता है. कुल मिलाकर, रेप और मुस्लिम समुदाय के शख्स द्वारा रेप, दोनों ही दावे ऑल्ट न्यूज़ ने ग़लत पाए हैं.

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A journalist and a dilettante person who always strives to learn new skills and meeting new people. Either sketching or working.