एक CCTV फ़ुटेज में देर रात एक शेरनी को सड़कों पर चलते और सड़क पर सो रहे एक आदमी को सूँघते हुए देखा जा सकता है. इस क्लिप ने इंटरनेट यूज़र्स को चौंका दिया है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी ज़्यादा शेयर किया गया जिससे कई लोग उस व्यक्ति के बाल-बाल बच जाने से स्तब्ध रह गए. कुछ न्यूज़ आउटलेट्स ने भी वायरल क्लिप के आधार पर रिपोर्ट पब्लिश की जिसमें बताया गया कि ये भारत में ही कहीं हुआ था. 

7 जून, 2025 को रिपब्लिक ने एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसका टाइटल था ‘लायन रोम्स ऑन स्ट्रीट, स्निफ़्स मैन एंड…: टेररिफ़ाइंग वीडियो इज़ नॉट ए मूवी सीन.‘ इसमें कहा गया है, “सोशल मीडिया पर एक रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें एक जंगली शेर सड़कों पर चल रहा है और फ़ुटपाथ पर सो रहे एक व्यक्ति को सूंघ रहा है.” रिपोर्ट में कहा गया है, “हालांकि घटना का स्थान स्पष्ट नहीं है, लेकिन वीडियो निश्चित रूप से रोंगटे खड़े कर देता है. वायरल वीडियो प्रकृति के सबसे डरावने शिकारियों से सामना होने पर जिंदा रहने और खतरे को भी दिखाता है.”

उसी दिन, न्यूज़18 ने भी एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसका टाइटल का हिंदी अनुवाद है, ‘सड़क पर शेर ने सोए हुए आदमी की जान बख्शी.’

स्थानीय न्यूज़ आउटलेट ‘महाराष्ट्रटीवी24’ ने भी अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो शेयर किया.

X यूज़र्स SilencedSirs (@SilentlySirs) और Massimo (@Rainmaker1973) ने भी कथित वीडियो शेयर किया और दावा किया कि सड़क किनारे सो रहा एक व्यक्ति बाल-बाल बच गया. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, @SilentlySirs के पोस्ट को 2.5 मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया था.

X अकाउंट अपडेट न्यूज़ (@UpdateNews724) (जो अपने बायो में दावा करता है कि ये वैश्विक न्यूज़ और वास्तविक समय के अपडेट देता है) ने वीडियो भी शेयर किया और प्रचारित किया जिसमें दावा किया गया कि सड़क पर सो रहा एक भारतीय व्यक्ति शेर के हमले से बच गया. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक पोस्ट को 22.5 मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया था.

कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इन्हीं दावों के साथ वीडियो शेयर किया.

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फ़ैक्ट-चेक

वीडियो की पुष्टि के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने इसे कई बार देखा. हमारे सामने कई गलतियां आईं जिससे शक पैदा होता है कि क्या फ़ुटेज वास्तविक घटना का है या नहीं. उदाहरण के लिए, हमने देखा कि सोते हुए आदमी के पास स्टोरफ्रंट के बैनर पर दिखाई देने वाले शब्द साफ नहीं हैं, ये देवनागरी लिपि की तरह दिखते हैं लेकिन इनसे हिंदी या गुजराती में कोई शब्द नहीं बनता. साथ ही, ज़मीन पर लेटे हुए व्यक्ति की मुद्रा नेचुरल नहीं लगती है; पैर की जगह अजीब है, और ये घुटने के बजाय जांघ के पास मुड़ता है. 

हमने वीडियो के कुछ फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें एक यूट्यूब शॉर्ट मिला जिसे ‘द वर्ल्ड ऑफ़ बीस्ट्स’ नाम के एक ब्राज़ीलियन चैनल ने अपलोड किया था. वीडियो कैप्शन का मोटे तौर पर अनुवाद इस तरह है, ‘शेर को गुजरात में सड़क पर सोता हुआ एक आदमी मिला.’

वीडियो के डिस्क्रिप्शन में साफ कहा गया है कि कंटेंट परिवर्तित या सिंथेटिक है. इसमें लिखा है: “ध्वनि या विजुअल महत्वपूर्ण रूप से एडिट या डिजिटली बनाए गए थे.” 

यूट्यूब चैनल के डिस्क्रिप्शन में ये भी कहा गया है कि ये आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करके बनाए गए कंटेंट और डिज़ाइन शेयर करता है.

AI-डिटेक्शन टूल का इस्तेमाल करके वीडियो का विश्लेषण किया जिसमें दावा किया गया कि 90% संभावना है कि फ़ुटेज AI का इस्तेमाल करके तैयार किया गया था.

साथ ही, ध्यान दें कि रिपब्लिक और न्यूज़18 दोनों ने बाद में अपने आर्टिकल अपडेट किए. रिपब्लिक ने अपनी रिपोर्ट को अपडेट किया: ‘शेर सड़क पर घूम रहा है, आदमी को सूंघ रहा है और…: सोशल मीडिया पर सामने आया रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो, क्या ये AI जनरेटेड है?‘ जबकि न्यूज़18 रिपोर्ट की संशोधित हेडलाइन में लिखा है: ‘अजीबोग़रीब मामला सड़क पर शेर ने सोए हुए आदमी की जान बख्शी? वीडियो वायरल हो गया.’ बाद में ये भी कहा गया कि वे स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता को वेरिफ़ाई करने में असमर्थ थे.

कुल मिलाकर, रात में सड़कों पर घूम रही शेरनी और सड़क किनारे सो रहे एक आदमी को सूंघने का वीडियो AI-जेनरेटेड है. इसमें भारत में घटी किसी वास्तविक घटना को नहीं दिखाया गया है.

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