छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) में हिंदू देवता राम के एक पोस्टर पर अंडा फेंकती एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. राइट विंग प्रोपेगैंडा आउटलेट सुदर्शन न्यूज़ ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि वीडियो में दिख रही महिला मुस्लिम समुदाय की है. वीडियो पर एक टेक्स्ट इम्पोज किया गया है जिसमें लिखा है, “छत्रपति संभाजीनगर में जिहादी खातून.” सुदर्शन न्यूज़ ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बुर्काधारी महिला को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत क्यों?” (आर्काइव)
कहां से भरा जा रहा है इतना जहर?
बुर्काधारी महिला को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत क्यों?
सड़क पर स्कूटी खड़ी की और फिर प्रभु श्रीराम की तस्वीर पर अंडे फेंके
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर की है घटना pic.twitter.com/gVngRA64LZ
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) May 20, 2023
सुदर्शन न्यूज़ के पत्रकार सागर कुमार ने भी इसी कैप्शन के साथ सुदर्शन न्यूज़ की क्लिप शेयर की. (आर्काइव)
वेरीफ़ाईड यूज़र @JIX5A ने इस क्लिप को ट्वीट किया और एक बुर्का पहने महिला के इमोजी का इस्तेमाल करते हुए लिखा, “स्कूटर पार्क किया और श्री राम की तस्वीर पर अंडे फेंके.” (आर्काइव)
ट्विटर यूज़र @ajaychauhan41 ने भी इसी दावे के साथ वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव)
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी खूब शेयर किया जा रहा है.
फ़ैक्ट-चेक
हमने वीडियो में दिख रही जगह को जियोलोकेट किया. जियोलोकेशन की मदद से हमने देखा कि CCTV फ़ुटेज औरंगाबाद के श्री राम चौक का है. मामला उस्मानपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है.
ऑल्ट न्यूज़ को इस घटना से संबंधित पुलिस प्रेस नोट भी मिली. इससे पता चला कि वीडियो में दिख रही महिला की पहचान सतारा के आलोक नगर निवासी 38 वर्षीय शिल्पा रामराव गरुड़ उर्फ शैलजा उदावत के रूप में हुई है. वो जवाहरनगर के क्रांति चौक डाकघर में क्लर्क है और कुछ परिवारिक वजहों से उदास थी. प्रेस नोट में महिला की गिरफ़्तारी और उसका स्कूटर ज़ब्त किये जाने की बात लिखी है.
प्रेस नोट में आगे कहा गया है कि जैसे ही पुलिस कमिश्नर मनोज लोहिया को घटना की जानकारी मिली, पूरे शहर की पुलिस ने उस महिला की तलाश शुरू कर दी, जिस पर श्रीराम की तस्वीर को खराब करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था. आरोपी ने सतारा क्षेत्र में दो जगह, उस्मानपुरा, पुंडलिक नगर और जवाहर नगर क्षेत्रों में एक-एक सहित कुल पांच जगहों पर इसी तरह के कारनामे करने की बात कबूल की.
ये महिला कुछ वजहों से परेशान चल रही थी, इसलिए ये निष्कर्ष निकाला गया कि समुदायों के बीच धार्मिक कलह पैदा करने का कोई इरादा नहीं था.
हमें पुलिस कमिश्नर मनोज लोहिया का एक वीडियो स्टेटमेंट भी मिला. उन्होंने पुष्टि की कि महिला हिंदू थी. उन्होंने इस घटना के पीछे मानसिक अवसाद के कारणों का हवाला दिया और लोगों से सोशल मीडिया पर भ्रामक क्लिप प्रसारित न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस घटना का अलग-अलग समुदायों के लोगों से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू की गई है और नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे शहर को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ सहयोग करें.
कुल मिलाकर, औरंगाबाद के श्रीराम चौक पर एक महिला द्वारा हिंदू देवता राम के पोस्टर पर अंडा फेंकने का CCTV फ़ुटेज भ्रामक सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल है. दरअसल, ये महिला हिंदू है और ये कुछ वजहों से परेशान चल रही थी, पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.