कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी का एक वीडियो हाल में खूब शेयर किया जा रहा है. वीडियो में वो भारतीय सेना में “भगवाकरण” के बारे में कथित रूप से बात कर रही है और कह रही है कि उनका काम देश की रक्षा करना है, भाजपा या RSS के लिए एक वैचारिक पोत बनना नहीं है. सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने लाइव टेलीविज़न पर “राजनीतिक बम” गिराया है.

वीडियो में वो बिहार चुनाव से पहले एक राजनीतिक नौटंकी के रूप में त्रि-सेवा ‘त्रिशूल’ अभ्यास – 3 से 10 नवंबर के बीच आयोजित होने वाली एक ड्रिल जिसका मकसद सशस्त्र बलों के बीच संयुक्त परिचालन प्रक्रियाओं को बढ़ाने की आलोचना कर रहीं हैं.

वायरल वीडियो (नीचे फ़ुटेज) में सेना अधिकारी को ये कहते हुए सुना जा सकता है: “आज, मैं यहां खड़ी हूं, एक राजनीतिक मोहरे के रूप में नहीं, बल्कि भारतीय सेना के एक सैनिक के रूप में. ढाई साल तक, मैंने गर्व के साथ अपने देश की सेवा की है, जब तक मुझे एहसास नहीं हुआ कि हमें अपने ही नागरिकों को विभाजित करने के लिए सहारा के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. हमारे रैंकों का भगवाकरण हमारे द्वारा ली गई हर शपथ के साथ विश्वासघात है. हमारा काम भारत की रक्षा करना है न कि भाजपा या RSS के विचारधारा की. ये तथाकथित ‘त्रिशूल अभ्यास’ बिहार चुनाव से पहले देश को मूर्ख बनाने के लिए एक नाटक के अलावा और कुछ नहीं है. वर्दी को सम्मान के तौर पर नहीं, बल्कि विचारधारा के रंग में रंगा जा रहा है. अगर सच बोलने की कीमत मेरी वर्दी को चुकानी पड़ती है, तो मैं अब भी भारत के साथ खड़ी हूं, न कि नफरत के साथ.”

X यूज़र @Baba_Thoka ने वायरल वीडियो 3 नवंबर को शेयर किया था. ये आर्टिकल लिखे जाने तक, इस पोस्ट को 5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया था और इसे 1,600 से ज़्यादा बार शेयर किया गया था. (आर्काइव)

X यूज़र्स @InsiderWB@ConflictWatchX@Shadowfox_11@NomanMalik2701 और @78Alph  ने भी वायरल वीडियो शेयर किया है. (आर्काइव:लिंक 1लिंक 2लिंक 3लिंक 4लिंक 5)

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फ़ैक्ट-चेक

एक अन्य सशस्त्र बल अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का एक ऐसा वीडियो हाल ही में वायरल हुआ और ऑल्ट न्यूज़ ने इसकी पड़ताल की. चूंकि वो वीडियो नकली था, इसलिए वायरल कंटेंट में समानता के कारण हमें इसकी सच्चाई पर भी शक हुआ.

हालांकि, ये वेरिफ़ाई करने के लिए कि क्या कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में ऐसी टिप्पणियां की थीं, हमने ये ढूंढा कि क्या किसी विश्वसनीय न्यूज़ आउटलेट ने इस पर रिपोर्ट की थी या नहीं? लेकिन हमें ऐसा कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें इस वीडियो के सबंध में असली होने की कोई जानकारी दी गई हो.

वायरल वीडियो के फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें 31 अक्टूबर को ANI द्वारा अपलोड की गई ये X पोस्ट मिला.

ANI ने पूरा भाषण अपने यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया.

विवरण के मुताबिक़, कर्नल कुरेशी भारतीय सेना के चाणक्य रक्षा संवाद द्वारा “वीर युवा: भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए युवाओं को सशक्त बनाना” विषय पर आयोजित यंग इंडिया फ़ोरम को संबोधित कर रही थीं. हमने भाषण देखा और कहीं भी भाजपा, RSS या बिहार चुनाव का कोई ज़िक्र नहीं मिला – जिससे हमें शक हुआ कि ये डिजिटली रूप से बदली गई क्लिप हो सकती है. कर्नल क़ुरैशी की आंखों की हरकत से वीडियो आर्टिफ़िशियली तैयार किया गया लगता है.

इसके बाद, हमने HIVE के AI डिटेक्शन टूल के माध्यम से वायरल वीडियो चलाया जिसमें क्लिप में AI-जनरेटेड कंटेंट होने की 99% संभावना दिखाई दी.

इन निष्कर्षों के आधार पर, ये कहा जा सकता है कि कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी का ‘त्रिशूल अभ्यास’ को एक राजनीतिक नौटंकी के रूप में निंदा करने और भारतीय सेना के ‘भगवाकरण’ के बारे में बात करने का वायरल वीडियो असली नहीं है और संभवतः AI तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया था.

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और क्या भारत के सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिन्दूर में 6 जेट और 250 सैनिकों को खोने की बात ‘स्वीकार’ की? 

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