25 अक्टूबर 2023 को अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर एंथोनि अलबानीज़ ने वाईट हाउस में एक जॉइन्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बाइडेन ने इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर भी बात की.
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुख्य अमेरिकी संवाददाता ललित के झा ने रिपोर्ट किया कि अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडेन ने कहा कि इंडिया-मिडल ईस्ट कॉरिडोर की घोषणा हमास के हमले का संभावित कारण हो सकता है.
इसके बाद कई न्यूज़ आउटलेट्स ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) के सिंडिकेटेड न्यूज़ को पब्लिश किया जिसमें डेक्कन हेराल्ड, मनी कंट्रोल, द इकोनॉमिक टाइम्स, द टेलीग्राफ, टाइम्स ऑफ इंडिया, द वीक, इत्यादि शामिल हैं.
CNN न्यूज़18 के संवाददाता सिद्धांत मिश्रा ने भी ट्वीट करते हुए दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा – “मुझे विश्वास है कि हमास द्वारा इज़राइल पर आतंकवादी हमला करने का एक कारण यह भी है. मेरे पास कोई सबूत नहीं है, लेकिन मेरी अंतरात्मा मुझे बताती है कि ऐसा हाल ही में नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान महत्वाकांक्षी इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर पर की गई घोषणाओं के कारण हुआ, जो इस क्षेत्र को एकीकृत करता है.” बाद में सिद्धांत मिश्रा ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया. (आर्काइव लिंक)
न्यूज़ एजेंसी ANI ने भी ऐसा ही दावा किया कि अमेरिकी प्रेसीडेंट ने हमास के हमले का संभावित कारण कहा कि इंडिया-मिडल ईस्ट कॉरिडोर की घोषणा को बताया. इसके बाद कई न्यूज़ आउटलेट्स ने ANI के सिंडिकेटेड न्यूज़ को पब्लिश किया.
द ट्रिब्यून ने भी 27 अक्टूबर एडिशन में अपने मुख्य पृष्ट पर इससे इससे जुड़ी ख़बर प्रकाशित की. एनडीटीवी, आजतक, भास्कर, इत्यादि समेत कई मीडिया आउटलेट्स ने ऐसा ही दावा किया.
फ़ैक्ट-चेक
हमने 25 अक्टूबर 2023 को अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडेन का वाईट हाउस में दिए गए भाषण का पूरा वीडियो देखा. हमें उनके भाषण में इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर का कोई भी ज़िक्र नहीं मिला.
हमने वाईट हाउस की वेबसाइट पर ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर एंथोनि अलबानीज़ और अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडेन के जॉइन्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनके भाषण का आधिकारिक ट्रांसक्रिप्ट को चेक किया. हमें वहाँ भी ऐसा कोई ज़िक्र नहीं मिला जिसमें इज़राइल-हमास संघर्ष से जोड़कर G20 या इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर की बात की गई हो.
हमने वाईट हाउस की वेबसाइट पर 26 अक्टूबर 2023 को प्रेस सेक्रेटरी कैरिन जीन-पियरे, नेशनल एकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर लेल ब्रेनार्ड और रणनीतिक संचार के एनएससी कोऑर्डिनेटर जॉन किर्बी द्वारा किये गए प्रेस कॉन्फ्रेंस का ट्रांसक्रिप्ट चेक किया. हमने पाया कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ललित के झा ने सवाल पूछा था कि राष्ट्रपति ने ऐसा क्यों माना कि हाल ही में जी20 शिखर सम्मेलन में घोषित इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर के कारण इज़राइल के खिलाफ हमास का आतंकवादी हमला हो सकता है?
इसपर रणनीतिक संचार के एनएससी कोऑर्डिनेटर जॉन किर्बी ने ललित झा के सवाल को बीच में ही काटते हुए जवाब दिया था. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है आपने गलत समझा. असल में उन्होंने कहा कि उनका मानना था कि जिस समझौते और सामान्यीकरण की प्रक्रिया पर हम इज़रायल और सऊदी अरब के बीच सामान्यीकरण के लिए पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बारे में हमारा मानना है कि यह दो-राज्य समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इसने ही हमास को उन हमलों को अंज़ाम देने के लिए प्रेरित किया होगा. मुझे लगता है कि प्रेसीडेंट बाइडन ने वास्तव में जो कहा था, आपने उसे ग़लत समझा.‘
ललित के झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल करते वक्त ज़िक्र किया था कि प्रेसीडेंट जो बाइडेन ने हफ्ते में दो बार इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर को हमास के हमले का कारण बताया. हमने इससे जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए वाईट हाउस की वेबसाइट पर उस हफ्ते की जो बाइडन द्वारा दिए गए भाषण को चेक किया. हमने देखा कि उन्होंने 20 अक्टूबर 2023 को इज़राइल पर हमास के आतंकवादी हमलों और यूक्रेन के खिलाफ़ रूस के चल रहे युद्ध पर टिपण्णी की थी. इसी भाषण में उन्होंने इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर का ज़िक्र किया था. हालांकि, जब हमने संदर्भ जानने के लिए वाईट हाउस की वेबड़साइट पर मौजूद पूरे भाषण का ट्रांस्क्रिप्ट पढ़ा तो पाया कि उन्होंने हमास के हमले का कारण इकोनॉमिक कॉरिडोर को नहीं बताया था.
असल में उन्होंने कहा था, “अगर हम पुतिन को यूक्रेन की स्वतंत्रता को मिटाने देते हैं, तो दुनिया भर के भावी आक्रामकों को भी ऐसा ही प्रयास करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. संघर्ष और अराजकता का खतरा दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल सकता है – इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में, विशेषकर मिडल-ईस्ट में. ईरान – यूक्रेन में रूस का समर्थन कर रहा है और यह क्षेत्र में हमास और अन्य आतंकवादी समूहों का समर्थन कर रहा है. और हम उन्हें जवाबदेह ठहराना जारी रखेंगे. संयुक्त राज्य अमेरिका और पूरे क्षेत्र में हमारे पार्टनर्स, मिडल-ईस्ट के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जहां मिडल-ईस्ट अधिक स्थिर हो और इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप रेल कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स, जिसकी घोषणा मैंने इस साल दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के शिखर सम्मेलन में की थी, उसके माध्यम से अपने पड़ोसियों से बेहतर तरीके से जुड़ा हो. अधिक पूर्वानुमानित बाज़ार, अधिक रोज़गार, कम रोष, कम शिकायतें, जुड़े होने पर युद्ध में कमी. इससे लोगों को फायदा होगा – इससे मिडल-ईस्ट के लोगों को फायदा होगा और इससे हमें फायदा होगा.”
इसमें कहीं भी इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर को हमास के हमले का कारण नहीं बताया गया है.
कुल मिलाकर, अमेरिकी प्रेसीडेंट जो बाइडन ने वाईट हाउस में अपने 25 अक्टूबर 2023 के प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं कहा था कि दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में इंडिया-मिडल ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा हमास के हमले का संभावित कारण हो सकता है. वाईट हाउस ने इसका खंडन भी किया. लेकिन कई मीडिया आउटलेट्स ने भ्रामक दावा किया.
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