उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पुलिस ने 26 जून की रात सलाउद्दीन नाम के आरोपी को कुछ हथियार, कारतूस और अवैध हथियार को बनाने वाले उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया. इस घटना को मीडिया प्लेटफॉर्म्स, राइट-विंग इनफ़्लूएंसर्स और प्रॉपगेंडा आउटलेट्स ने दावा किया कि आरोपी के घर से पुलिस ने 3 सौ अवैध हथियार और 20 बोरियों में 50 हज़ार कारतूस बरामद किये, वहीं कुछ यूज़र्स ने इस आँकड़े को बढ़ा-चढ़ाकर तीन हज़ार बंदूकों के साथ 50 हज़ार कारतूस बरामद होने की बात की और इसे मुहर्रम से जोड़कर सांप्रदायिक एंगल देने की कोशिश की.

दैनिक भास्कर के ऑनलाइन अंग्रेजी संस्करण वेबसाइट ने मामले से जुड़ी खबर प्रकाशित करते हुए लिखा कि लखनऊ पुलिस ने मुहर्रम से पहले अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया जहां से पुलिस ने 300 हथियार और 50 हज़ार कारतूस जब्त किया. (आर्काइव लिंक)

प्रॉपगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया ने भी दावा किया कि लखनऊ में मुहर्रम से एक दिन पहले पुलिस ने हकीम सलाहुद्दीन नामक शख्स के एक घर से 300 हथियार और 50 हजार कारतूस बरामद किया. (आर्काइव लिंक)

भाजपा समर्थक रौशन सिन्हा ने बरामद हथियारों के साथ आरोपी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “3000 से ज़्यादा बंदूकें कोई छोटी संख्या नहीं है. यह एक छोटी सेना को हथियारबंद करने और पूरे शहर पर कब्ज़ा करने के लिए पर्याप्त है. मोहम्मद सलाउद्दीन के पास ये बंदूकें क्यों थीं? वह क्या करने वाला था? क्या कोई बड़ी योजना बना रहा था?” (आर्काइव लिंक)

सैफ्रन चार्जर्स, जयपुर डायलॉग्स समेत कई राइट-विंग इनफ़्लूएंसर्स और भाजयुमो नेता ने एक ग्राफिक शेयर किया जिसमें कहा गया कि लखनऊ में हकीम सलाउद्दीन के घर से 3,000 बंदूकें और 20 बोरी में 50,000 कारतूस बरामद किए गए. सैफ्रन चार्जर्स नाम के अकाउंट ने ग्राफिक शेयर करते हुए लिखा कि क्या वे ग़जवा-ए-हिन्द की तैयारी कर रहे थे? वहीं जयपुर डायलॉग्स ने ग्राफिक शेयर करते हुए लिखा कि वे किस चीज की तैयारी कर रहे थे? भाजयुमो उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री हर्षवर्धन सिंह ने भी ग्राफिक शेयर करते हुए लिखा कि ये उनकी ग़जवा-ए-हिन्द की तैयारी है.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने इस प्रकरण से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए लखनऊ पुलिस का ट्विटर अकाउंट खंगाला. हमें 27 जनवरी का एक ट्वीट मिला जिसमें मलीहाबाद इलाके में अवैध हथियार बनाने वाले आरोपी के गिरफ़्तारी पर पुलिस का बयान मौजूद है. वीडियो में डीसीपी नॉर्थ गोपाल कृष्ण चौदरी ने बरामद हुए हथियारों के डिटेल्स साझा किये हैं. उन्होंने बताया कि अभियुक्त 68 वर्षीय आरोपी सलाउद्दीन उर्फ ​​लाला के पास से तीन पिस्टल (.32 बोर), एक देशी तमंचा (.315 बोर), दो देशी तमंचा (.22 बोर), एक राइफल (.22 बोर), सात एयर गन, अलग-अलग बोर के करीब 140 कारतूस, कुछ खाली खोखा, इसके अलावा कुछ छुरी, बांका, आरी समेत कुछ अर्धनिर्मित शस्त्र का सामान और हिरण का खाल बरामद हुआ.

यानी, पुलिस द्वारा अभियुक्त सलाउद्दीन के पास से 3 सौ या 3 हज़ार हथियार, 20 बोरियों में 50 हज़ार कारतूस के जखीरे बरामद होने की बात नहीं कही गई है. बरामद हुए अवैध हथियारों की कुल संख्या 7 है, वहीं एयरगन की संख्या 7 है. पुलिस के मुताबिक, बरामद हुए कारतूस की संख्या करीब 140 है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 28 जून को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ के मलीहाबाद और रहीमाबाद थानों की संयुक्त टीम ने मलिहाबाद के मिर्जागंज इलाके में अवैध असलहा बनाने और बेचने के आरोप में 68 वर्षीय आरोपी सलाउद्दीन उर्फ ​​लाला को गिरफ्तार किया, जिसके पास से कई हथियार, कारतूस और अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले औजार, आदि के साथ हिरण का खाल बरामद हुआ.

कुल मिलाकर दैनिक भास्कर और ऑपइंडिया समेत कई राइट-विंग इनफ़्लूएंसर्स ने लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक आरोपी सलाउद्दीन के घर से 7 अवैध हथियार, 7 एयरगन और करीब 140 कारतूस बरामद होने की खबर को बढ़ा-चढ़ाकर 300 हथियार और 50 हजार कारतूस बरामद बताकर मुहर्रम से जोड़कर सांप्रदायिक एंगल देने की कोशिश की. कई यूज़र्स ने 3 हज़ार बंदूकें बरामद होने का भ्रामक दावा किया.

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Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).