एक ग्राफिक सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के बयान के रूप में वायरल है. इसके मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा, “6-7 साल के लड़के मेरे पास आते हैं और मेरे कान में फुसफुसाते हैं, ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’, क्योंकि उनके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं.”
कई भाजपा समर्थक अकाउंट्स ने ये ग्राफिक शेयर करते हुए इसे राहुल गांधी का बयान बताया. इनमें @BefittingFacts, @AmitLeliSlayer जैसे कई यूज़र्स शामिल हैं. ध्यान दें कि @BefittingFacts को कई बार ऑल्ट न्यूज़ ने झूठे दावे करते हुए पकड़ा है.
फ़ैक्ट-चेक
हमने इस बयान से जुड़े की-वर्ड्स सर्च किये. हमें Mint की वेबसाइट पर 24 अगस्त को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. इसमें राहुल गांधी के एक बयान का ज़िक्र था. राहुल गांधी ने SIR को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बच्चे अब उन्हें कह रहे हैं, ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’. रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के अररिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान बच्चे अब उनके पास आ रहे हैं और उनके कान में कह रहे हैं ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’. बिहार के बच्चे भी अब राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गए हैं. रिपोर्ट में राहुल गांधी के ऐसे किसी बयान का ज़िक्र नहीं किया गया है जिसमें वो 6-7 साल के लड़कों का नाम मतदाता सूची से काटने की बार कर रहे थे.
हमने राहुल गांधी द्वारा बिहार के अररिया में किये गए प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा वीडियो देखा. वीडियो में 18 मिनट 8 सेकेंड पर राहुल गांधी कहते हैं, “मैंने एक भारत जोड़ो यात्रा की, उसके बाद मणिपुर से महाराष्ट्र, मुंबई तक यात्रा की और यह अब तीसरी यात्रा है ‘वोटर अधिकार यात्रा’, इसमें बड़ी इंटरेस्टिंग बात निकल रही है जो पिछले दो यात्राओं में नहीं थी. इसमें क्या हो रहा है, छोटे-छोटे बच्चे आ रहे हैं. बड़ा स्ट्रेंज फिनोमिना है, छोटे से बच्चे आ रहे हैं मेरे पास आ रहे हैं और मेरे कान में कह रहे हैं ‘वोट चोर गद्दी छोड़’. एक के बाद एक, मतलब यह एडल्ट्स नहीं है, छोटे से हैं. अब छोटे से 6 साल के बच्चे को पता लग गया और एक नहीं मतलब, अनेक आ रहे हैं. हज़ार, जहां भी जा रहा हूं, ‘वोट चोर गद्दी छोर’-3 अब चुनाव आयोग जा के इन बच्चों से बात कर ले, पता लग जाएगा. लेकिन बड़ा यूनिक फिनोमिना है क्योंकि इसका क्या मतलब है कि यह अब बिल्कुल अंदर घुस गया है. क्योंकि आप सोचिए, बिहार के बच्चे पॉलिटिकली एक्टिवेट हो गए, बच्चा-बच्चा पॉलिटिकली एक्टिवेट हो गया है. तो बड़ा इंटरेस्टिंग फिनोमिना है और चुनाव आयोग को इसके बारे में सोचना चाहिए.”
इस बयान में कहीं भी राहुल गांधी ने ये नहीं कहा कि 6-7 साल के लड़कों का नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है. यानी, कई भाजपा समर्थक सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा राहुल गांधी के बयान के साथ छेड़छाड़ कर भ्रामक दावा कर रहे हैं.
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