इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. इसमें मुस्लिम धर्म से जुड़ी टोपी पहने कुछ व्यक्ति चप्पलों की माला पहने एक व्यक्ति का वीडियो बनाते हुए नज़र आ रहे हैं. यूज़र्स वीडियो को शेयर करते हुए सांप्रदायिक ऐंगल के साथ दावा कर रहे हैं बांग्लादेश के मुस्लिमों ने एक हिंदू शिक्षक का अपमान करते हुए उसे चप्पलों की माला पहनाई.

दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव वैशाली पोद्दार ने X (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए दावा किया, “एक हिंदू शिक्षक ने 40 साल तक देश की सेवा की. और बदले में बांग्लादेश में कुछ कट्टरपंथियों ने उन्हें चप्पलों की माला पहनाकर अपमानित किया. यह सिर्फ एक शिक्षक का नहीं, पूरे हिंदू समाज का अपमान है.”

X-हैंडल @MithilaWaala, @KreatelyMedia, @ocjain4 और @Vini__007 ने वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया.

ऑल्ट न्यूज़ द्वारा इन सभी हैंडल्स को कई मौकों पर गलत और भ्रामक जानकारी फैलाते हुए पाया गया है.

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@SouleFacts और राइट विंग इन्फ्लुएंसर मिस्टर सुधांशु व रिनिति चटर्जी पांडे समेत कई एक्स-यूजर्स भी वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया है.

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फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ढाका टाइम्स की रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, राजबाड़ी के बलियाकंदी में एक सेवानिवृत्त सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी पीड़ित अहमद अली को पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए गुस्साई भीड़ ने पीटा.

बलियाकंदी थाना प्रभारी मोहम्मद जमाल उद्दीन ने ढाका टाइम्स को बताया, “15 जून को स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अहमद अली ने सुबह बेरुली बाज़ार में एक चाय की दुकान पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की. जब यह खबर इलाके में फैली, तो दोपहर में उत्तेजित भीड़ ने उसे पकड़कर उसकी पिटाई कर दी.”

यानी, पीड़ित का नाम अहमद अली है और वो कोई शिक्षक नहीं हैं बल्कि बलियाकंदी में एक सेवानिवृत्त सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी हैं, इसके अलावा आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय से हैं.

bbarta24 की रिपोर्ट में भी बताया गया कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने पर उग्र भीड़ ने अहमद अली को पेड़ से बांधकर पीटा. बाद में जूतों की माला भी पहन दी. इसके अलावा, बलियाकंदी थाना प्रभारी मोहम्मद जमाल उद्दीन ने बताया कि पुलिस और सेना के हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पा लिया गया और घायल को स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. साथ ही कहा कि इस संबंध में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

कुल मिलाकर, बांग्लादेश में एक चिकित्सा अधिकारी अहमद अली को कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में भीड़ ने पीटा था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया यूज़र्स झूठे सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर कर रहे हैं कि बांग्लादेश के मुस्लिमों ने एक हिंदू शिक्षक को चप्पलों की माला पहना कर उनका अपमान किया.

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