भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (POK) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिन्दूर शुरू करने के बाद, संघर्ष से संबंधित होने का दावा करने वाले कई अनवेरिफ़ाईड वीडियोज़ और तस्वीरें वायरल हैं. उनमें से एक वीडियो जिसमें एक सैनिक युद्ध रोकने के संकेत के रूप में सफेद झंडा लहरा रहा है और दूसरे सैनिक का शव ले जा रहा है. पाकिस्तान समर्थक अकाउंट्स का दावा है कि भारतीय सैनिक सफेद झंडा लहराते हुए पाकिस्तानियों से ‘उन पर बमबारी’ न करने के लिए कह रहा था.
पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के 2 हफ्तों बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और POK में नौ जगहों पर हमला किया जहां से भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाई गई थी और इसे निर्देशित किया गया था. केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने कार्रवाई को “केंद्रित, मापी हुई और गैर-तनावपूर्ण” बताया जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया. 7 मई की देर रात, जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाकों में नियंत्रण रेखा के पास गांवों में पाकिस्तान द्वारा भारी मोर्टार गोलाबारी की ख़बरें आईं.
ये वीडियो अन्य लोगों के अलावा, X यूज़र डॉ. शमा जुनेजो (@Shamajunejo) ने शेयर किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 11 लाख व्यूज़ मिलें. (आर्काइव)
एक अन्य वेरिफ़ाईड अकाउंट, @Aadiiroy2, ने उस वीडियो को उर्दू कैप्शन के साथ ट्वीट किया, “नियंत्रण रेखा पर, भारतीय सेना नरक में भेजे गए सैनिकों के शवों को वापस लाने के लिए सफेद झंडे लहरा रही है.” (आर्काइव)
لائن آف کنٹرول پر انڈین آرمی سفید جھنڈے لہرا کر جہنم واصل ھوئےفوجیوں کی لاشیں اٹھا رہے ہیں۔ pic.twitter.com/GZz8N7IFbB
— صحرانورد (@Aadiiroy2) May 7, 2025
कई X यूज़र्स ने भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर किया. (आर्काइव- लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3)
फ़ैक्ट-चेक
फ़ेसबुक पर सबंधित सर्च करने पर, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वीडियो सितंबर 2019 का है. 14 सितंबर, 2019 की हिंदुस्तान टाइम्स की वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में सफेद झंडा दिखाने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स को नियंत्रण रेखा पर अपने सैनिकों के शव निकालते हुए दिखाया गया है. 11 सितंबर, 2019 को भारतीय सेना की जवाबी गोलीबारी में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे. पाकिस्तानी सैनिकों ने सफेद झंडा दिखाने के बाद शवों को बरामद किया था.
Pak Army shows white flag, retrieves bodies of soldiers killed in cross border firing
Two Pakistani soldiers had been killed in retaliatory firing by Indian Army on September 11. Pakistan rangers retrieved the bodies of their soldiers at LoC after showing white flag.
Posted by Hindustan Times on Saturday 14 September 2019
हिंदुस्तान टाइम्स की वीडियो रिपोर्ट पर ANI वॉटरमार्क था. हम 14 सितंबर, 2019 का ANI ट्वीट ढूंढने में सफल रहे जिसने हिंदुस्तान टाइम्स रिपोर्ट की भी पुष्टि की.
#WATCH Hajipur Sector: Indian Army killed two Pakistani soldiers in retaliation to unprovoked ceasefire violation by Pakistan. Pakistani soldiers retrieved the bodies of their killed personnel after showing white flag. (10.9.19/11.9.19) pic.twitter.com/1AOnGalNkO
— ANI (@ANI) September 14, 2019
15 सितंबर, 2019 के द हिंदू आर्टिकल के मुताबिक, वीडियो भारतीय सेना ने जारी किया था. 10-11 सितंबर, 2019 के बीच, भारतीय सैनिकों द्वारा मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों में से एक उनकी पंजाब रेजिमेंट के गुलाम रसूल थे. रसूल एक ‘पंजाबी मुस्लिम’ थे जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलनगर के रहने वाले थे.
शुरुआत में पाकिस्तानी सैनिकों ने तेज़ युद्धविराम उल्लंघन की आड़ में शव को बरामद करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा करते वक्त एक और पाकिस्तानी सैनिक मारा गया. दो दिन की लगातार कोशिशों के बाद भी पाकिस्तानी सेना अपने जवानों के शव बरामद नहीं कर पाई. आख़िरकार, 13 सितंबर को पाकिस्तान की पंजाब रेजिमेंट के सैनिकों ने सफ़ेद झंडा फहराया और शवों को बरामद करने की कोशिश की. सफेद झंडा शांति और संघर्ष विराम का संकेत देने के लिए फहराया जाता है. लगभग उसी वक्त का इंडियन एक्सप्रेस का एक आर्टिकल घटनाओं की सीरिज की पुष्टि करता है.
प्रेस ब्यूरो ऑफ़ इंडिया ने भी भारतीय सैनिकों को सफेद झंडा लहराते हुए वीडियो के बारे में वायरल दावों को खारिज करते हुए एक फ़ैक्ट-चेक जारी की.
🚨 Propaganda Alert 🚨
An old video from September 2019 of the #Pakistan Army raising white flag at LOC to recover…
Posted by PIB Fact Check on Wednesday 7 May 2025
कुल मिलाकर, सितंबर 2019 का एक वीडियो जिसमें पाकिस्तानी सैनिक अपने सैनिकों के शवों को निकालने के लिए संघर्ष विराम के रूप में सफेद झंडा लहरा रहे हैं, हाल में चल रहे भारत-पाकिस्तान संघर्ष के संदर्भ में वायरल है. कई पाकिस्तान समर्थक अकाउंट्स ने पुराने वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि भारतीय सेना संघर्ष विराम का आह्वान कर रही है.
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