कथित तौर पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की एक पब्लिक इंटरेस्ट अनाउंसमेंट अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अलग-अलग भाषाओं में वायरल है. इस अनाउंसमेंट में गाड़ियों के मालिकों या गाड़ी चलाने वालों को ये चेतावनी दी गई है कि अपनी कारों के ईंधन टैंक को अधिकतम सीमा तक न भरें क्योंकि आने वाले दिनों में तापमान बढ़ सकता है और पूरी तरह से भरे टैंक में विस्फ़ोट का खतरा होता है.
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस मेसेज के बारे में दूसरों को जागरूक करने के लिए व्हाट्सऐप, ट्विटर, फ़ेसबुक आदि पर ये जनहित नोटिस शेयर किया है और साथ ही इसे शेयर करने के लिए इंडियन ऑयल को धन्यवाद दिया है. नीचे एक यूज़र द्वारा बंगाली में किए गए फ़ेसबुक पोस्ट का एक उदाहरण है जिसे 123 बार शेयर किया गया है. (आर्काइव)
इसमें कहा गया है, ‘इंडियन ऑयल वार्नस: आने वाले दिनों में तापमान बढ़ना तय है, इसलिए अपने वाहन में अधिकतम सीमा तक पेट्रोल न भरें. इससे फ्यूल टैंक में विस्फोट हो सकता है. कृपया अपने वाहन में आधा टैंक ईंधन भरें और हवा के लिए जगह रखें. इस हफ्ते पांच धमाके सबसे ज़्यादा पेट्रोल भरने की वजह से हुए हैं. कृपया पेट्रोल की टंकी को दिन में एक बार खोलकर अंदर जमा हुई गैस को बाहर आने दें. नोट: इस मेसेज को अपने परिवार के सदस्यों और अन्य सभी को भेजें, ताकि लोग इस दुर्घटना से बच सकें. धन्यवाद.”
एक ट्विटर यूज़र ने इस सर्कुलर को इस कैप्शन के साथ ट्वीट किया, “ये चेतावनी Indian Oil ने जारी की है. सभी मित्र संज्ञान में लें.” (आर्काइव)
संजय वारकाड, जिनके ट्विटर बायो के मुताबिक वे “न्यूज़ नेशन के डिप्टी एडिटर” हैं, और ट्विटर पर उनके 4 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं, ने 2022 में इस सूचना के लिए इंडियन ऑयल को धन्यवाद देते हुए इसी नोटिस को शेयर किया था. विनोद बी बेलकुंडे, जिनके ट्विटर बायो के मुताबिक वो, “सकल मीडिया ग्रुप के सहायक प्रबंधक” हैं, ने इसे रीट्वीट किया. (आर्काइव)
Thank you for informing.#IndianOil pic.twitter.com/f8xneFJK8C
— Sanjay warkad (@swarkadee) April 10, 2022
इसी तरह के पोस्ट्स कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी शेयर किए हैं.
ये दावा पहली बार वायरल नहीं हुआ है. गर्मी के महीनों के दौरान कई सालों से इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जाता रहा है. पिछले साल इस पोस्ट को कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने शेयर किया था जिनमें एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन उर्मिला मातोंडकर भी शामिल थीं. (आर्काइव)
Thank you @IndianOilcl for your kind consideration towards the people of India but don’t u worry our government has taken enough precautions over last few weeks not to make full tank of fuel even a remote possibility 🙀#FuelPriceHike #PetrolDieselPrice pic.twitter.com/dQbvl8N5UP
— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) April 8, 2022
फ़ैक्ट-चेक
इस दावे की असलियत जानने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने आसान सा की-वर्ड्स सर्च किया. हमें पता चला कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) ने गुरुवार, 19 अप्रैल को ट्विटर पर इससे सबंधित एक बयान ट्वीट किया था. इसमें वायरल दावों का खंडन किया गया था. ट्वीट में आम लोगों को आश्वस्त किया गया कि मौसम की परवाह किए बिना ईंधन टैंक को अधिकतम सीमा तक भरना पूरी तरह से सुरक्षित है. (आर्काइव)
Important announcement from #IndianOil. It is perfectly safe to fill fuel in vehicles up to the limit(max) as specified by the manufacturer irrespective of winter or summer. pic.twitter.com/IVKRNbWx5f
— Indian Oil Corp Ltd (@IndianOilcl) April 19, 2023
कंपनी ने फ़ेसबुक पर भी पोस्ट करते हुए इस बारे में बताया था.
यानी, सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा दावा सही नहीं है.
ऑल्ट न्यूज़ ने ये भी देखा कि इंडियन ऑयल के नोटिस के तौर पर शेयर किए गए कुछ पोस्ट में कंपनी का लोगो नहीं था. अन्य पोस्ट जिसमें लोगो मौजूद था उसे करीब से देखने पर, हमने नोटिस किया कि ये कंपनी के कॉर्पोरेट लोगो से साफ़ तौर पर अलग था जैसा कि उनकी ऑफ़िशियल वेबसाइट पर शेयर किया गया था.
नीचे दी गई लोगो की तुलना से पता चलता है कि कुछ वायरल पोस्ट में, लोगो के अंदर हिंदी में ‘इंडियन ऑयल’ लिखा हुआ टेक्स्ट ग़लत लिखा है और कुछ अन्य में टेक्स्ट का फ़ॉन्ट, फ़ॉर्मेटिंग और प्रेज़ेंटेशन लोगो के अंदर है. ये लोगो ऑफ़िशियल लोगो से बिल्कुल अलग हैं.
असली लोगो में, अंदर का टेक्स्ट (देवनागरी लिपि में ‘इंडियन ऑयल’) बोल्ड है और इसमें कोई कोष्ठक (ब्रेकेट) नहीं हैं.
बंगाली में वायरल पोस्ट में लोगो पर कंपनी के नाम का अनुवाद बंगाली में किया गया है. हालांकि, नोटिस/घोषणा की भाषा के आधार पर कंपनी अपना लोगो नहीं बदलती है. नीचे इंडियन ऑयल की मूल नोटिस है जो हिंदी और अंग्रेजी दोनों में शेयर किया गया है और इनमें इस्तेमाल किया गया लोगो वही है.
हमने ये भी नोटिस किया कि कंपनी ने पिछले साल भी यही स्पष्ट किया था. उर्मिला मातोंडकर ने भी पोस्ट को फर्जी बताया था और इंडियन ऑयल के ऑफ़िशियल बयान को ट्वीट किया था जिसमें वायरल पोस्ट को ग़लत बताया गया था.
यानी, ये साफ है कि वायरल हो रहे नोटिस असली नहीं हैं.
ये समझने के लिए कि पोस्ट में बताई गई जानकारी चिंता का विषय है या नहीं, हमने ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के प्रोफ़ेशनल फ़ानी मदान से संपर्क किया, जो कार सेफ़्टी मामलों से संबंधित हैं. उन्होंने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “कार और मोटरसाइकिल के ईंधन टैंक बहुत सुरक्षित हैं. बाहरी गर्मी के अलावा, ऑटोमोबाइल भी आंतरिक रूप से गर्म हो जाता है, लेकिन इससे किसी प्रकार की आग नहीं लगती है.”
कुल मिलाकर, जिस वायरल नोटिस में लोगों को गर्मी के दौरान अधिकतम स्तर तक ईंधन टैंक न भरने की चेतावनी दी गई है, वो इंडियन ऑयल का नहीं है. बल्कि फर्ज़ी है. कार के ईंधन टैंक को अधिकतम सीमा तक भरना हर मौसम में सुरक्षित है, इंडियन ऑयल और एक इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने भी इसकी पुष्टि की.
2019 में ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर इस नोटिस के वेरिफ़िकेशन के लिए कई रिक्वेस्ट मिली थीं. हमने उस वक्त भी इसके बारे में फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल पब्लिश किया था.
ओइशानी भट्टाचार्य ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.
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