कर्नाटक विधानसभा चुनाव को चंद कुछ दिन बाकी है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें सुपरमार्केट में खरीदारी करने के बाद एक व्यक्ति को कैरी बैग खरीदने से इनकार करते हुए देखा जा सकता है. बाद में वो व्यक्ति अपने हाथों में सारी चीजें लेकर अपने कार के पास ले जाता है. ये वीडियो इस मेसेज के साथ खत्म होता है: “पैसे बचाने हैं?” यहीं पर ऑडियो कट हो जाता है और ये टेक्स्ट लिखा दिखाई देता है – “मोदी हटाओ पैसे बचाओ, नौकरी बचाओ, बेटी बचाओ, डेमोक्रेसी बचाओ, देश बचाओ.”
14 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स वाले ट्विटर ब्लू टिक यूज़र, शांतनु ने 27 अप्रैल को ये वीडियो शेयर किया और लिखा: “वन नेशन, वन सॉल्यूशन. कर्नाटक में वायरल हो रहे इस ‘मोदी हटाओ’ वीडियो देखें. वीडियो को 1,86,000 से ज़्यादा बार देखा और 1,800 बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)
One Nation, One Solution.
Watch this ‘Modi hatao’ video which is viral in Karnataka. pic.twitter.com/9e3XHw5Pnz
— Shantanu (@shaandelhite) April 27, 2023
एक अन्य यूज़र, आशीष सिंह ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “मोदी हटाओ देश बचाओ 🔥 बेस्ट एड 💪🔥#कर्नाटक इलेक्शन2023.” इस ट्वीट को 31 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया है और 200 बार रिट्वीट किया गया है. (आर्काइव)
Modi Hatao Desh Bacho 🔥 Best Ads 💪🔥#KarnatakaElection2023 pic.twitter.com/ODziMkMy7N
— Ashish Singh (@AshishSinghKiJi) April 27, 2023
आशीष सिंह ने अपने ट्वीट के नीचे एक कमेंट भी जोड़ा और लिखा , “मोद सरकार से भारत बचाओ. कांग्रेस को वोट दें ✋कृपया रीट्वीट करें.”
हैदराबाद के एक उर्दू दैनिक, एतेमाद डेली न्यूज़ ने 29 अप्रैल को अपने यूट्यूब चैनल पर इस वीडियो को शेयर किया. उनके चैनल पर 21 हज़ार से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर भी यूट्यूब वीडियो का लिंक ट्वीट किया. उनके ट्वीटर हैंडल पर 11 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. (आर्काइव)
कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने ये वीडियो इसी तरह के कैप्शन के साथ रीशेयर और पोस्ट किया है.
फ़ैक्ट-चेक
हमने इस वीडियो के कुछ की-फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें तीन साल पहले का एक यूट्यूब वीडियो मिला जिसके टाइटल का हिंदी अनुवाद है, “कुछ दिलचस्प मज़ेदार और रचनात्मक विज्ञापन.” ये कई विज्ञापनों का संकलन है. विज्ञापनों के इस संकलन में ‘मोदी हटाओ’ वाले विज्ञापन के रूप में पेश किया गया वायरल वीडियो 35 सेकेंड से 1 मिनट 5 सेकेंड के समय सीमा के बीच देखा जा सकता है. वीडियो के अंत में ये देखा जा सकता है कि असल में ये CEAT टायर्स का विज्ञापन है. (आर्काइव)
की-वर्ड्स सर्च से हमें असली वीडियो मिला जिसे CEAT टायर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर 8 जून, 2017 को शेयर किया था. (आर्काइव)
वायरल वीडियो में इस्तेमाल किए गए टेक्स्ट और CEAT टायर्स द्वारा शेयर किए गए वीडियो की तुलना नीचे देखी जा सकती है. दोनों वीडियो के लिए इस्तेमाल किए गए फ़ॉन्ट में अंतर है और प्रदर्शित लाइन में अंतिम शब्द की स्पेलिंग अलग-अलग लिखी गई है. साथ ही, वायरल वीडियो का बैकग्राउंड असली वीडियो के मुकाबले ज्यादा धुंधला है.
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल विज्ञापन का वीडियो एडिटेड है. असली वीडियो का किसी राजनीतिक अभियान से कोई लेना-देना नहीं है. इसे मॉर्फ़ किया गया है.
ओशनी भट्टाचार्य ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.
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