दोनों सदनों में वक़्फ़ अधिनियम विधेयक के पारित होते ही देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. इसी बीच, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा की घटना सामने आई. यूजर्स तंज कसते हुए पश्चिम बंगाल में मुसलमानों द्वारा दलितों पर हमला का बताते हुए एक वीडियो शेयर कर रहे हैं.

वीडियो में भीड़ को हरे रंग की दीवार वाले घर का दरवाजा तोड़ लाठी डंडों से घर में मौजूद लोगों पर हमला करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में दीवार पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की फ़ोटो दिखती है. घर में चीख पुकार मची है.

अरविन्द कुमार विश्वकर्मा नाम के एक यूज़र ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “पश्चिम बंगाल में जिहादियों ने चुन चुन कर एक एक हिन्दू घरों को निशाना बनाया, आप खुद ये कल्पना करिए कि यही सब आप के घर या आस पास होता तो क्या आप की मानसिक स्थिति कैसी होती…. इसलिए बोल रहा हूं, एक जुट रहे,और जातिवाद को खत्म कर सिर्फ कट्टर हिन्दू बनाए. जरा इन हिन्दू परिवार की चीखों से से नही समझ… पाए तो आप भी इसी भारत देश का हिस्सा है, और रहते भी है”.

बाद में इस यूज़ने ने अपना पोस्ट डिलीट कर लिया. (आर्काइव लिंक)

वेरिफ़ाइड X-यूज़र आचार्य अंकुर आर्य एक प्रॉपगेंडा आधारित यूट्यूब चैनल “सत्य सनातन” चलाते हैं. इन्होंने वीडियो शेयर करते हुए तंज में लिखा, “मोहम्मद के अनुयायियों द्वारा अंबेडकरवादियों को पांच हजार सालों की गुलामी‌ से आजादी दी जा रही है.” (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी अंकुर आर्य द्वारा फैलाये गए गलत व भ्रामक खबरों से पर्दा उठाया है.

वेरिफ़ाइड X-यूज़र अरुण यादव ने भी ऐसे ही दावों के साथ वीडियो शेयर किया.(आर्काइव लिंक)

एक्स यूज़र @sanatan_kannada ने वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताते हुए दलितों पर मुस्लिम का हमला बताया. (आर्काइव लिंक)

इसके अलावा @ssaratht नाम के एक यूज़र ने भी ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया. 

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के कुछ फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें X (पूर्व में ट्विटर) पर 7 मार्च, 2025 का एक ट्वीट मिला. यूज़र सूरज कुमार बौद्ध व बीएसपी नेता व राज्यसभा सदस्य राम जी गौतम ने ट्वीट कर बताया गया कि मध्यप्रदेश के सीहोर के बकतरा में कुछ दबंगों ने दलितों के घर के दरवाज़े तोड़े और महिलाओं और बच्चों पर जानलेवा हमला किया.

उक्त जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च करने से हमें 7 मार्च को ज़ी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो के बारे में बताया गया कि सीहोर में बकतरा गांव में दलित और किरार समाज के बीच बवाल हुआ. दरअसल, किरार समाज के लोगों ने दलित समाज के लोगों को दुकानों से सामान बेचने से इनकार कर दिया था, किरार समाज के बहिष्कार के बाद तनाव चल रहा था. इसी बीच बबलेश चौहान नाम के एक युवक की हत्या हो गई जिसके बाद दो गुटों के बीच जमकर हिंसा हुई. किरार समाज के लोगों को शक था कि बबलेश की हत्या दलितों ने की थी.

बब्लेश चौहान की हत्या के बाद विवाद और बढ़ गया. बेकाबू भीड़ ने कई जगहों पर आगजनी की और कुछ घरों में घुसकर लोगों से मारपीट की. NDTV की एक रिपोर्ट में लिखा है, “दो युवक बबलेश चौहान और संजय अहिरवार के बीच शराब पीने के दौरान झगड़ा हो गया. झगड़े के दौरान चाकूबाजी हुई. इसके बाद संजय अहिरवार ने शाहगंज थाने में बबलेश के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी और इलाज के लिए नर्मदापुरम के अस्पताल में भर्ती हो गया. अगली सुबह गांव में बबलेश चौहान का शव मिला. उसके शरीर पर चोटों के निशान थे. युवक की मौत की खबर से गांव में तनाव फैल गया.”

पुलिस ने NDTV को बताया कि घरों में तोड़फोड़ और आगजनी में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है.

भीम आर्मी प्रमुख व नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने 7 मार्च को अपने X (पूर्व में ट्विटर) पर बकतरा के घटना के और भी वीडियोज़ शेयर करते हुए आलोचना की.

कुल मिलाकर, एक महीने पहले मध्यप्रदेश में हुई हिंसा का वीडियो बंगाल की हिंसा का बताते हुए यह भ्रामक दावा किया जा रहा है कि मुस्लिमों ने दलितों पर हमला किया. न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, घटना किरार समाज और दलित समाज के बीच विवाद से जुड़ा है. इसमें किसी भी तरह का हिन्दू मुस्लिम ऐंगल नहीं है.

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