25 सितंबर को कर्नाटक में मंगलुरु के एक मॉल में कुछ युवकों में हाथापाई हो गई। बाद में इस घटना का एक वीडियो, जिसमें एक व्यक्ति की पिटाई होते दिखाया गया था, सोशल मीडिया में साझा किया गया। तुरंत बाद, कुछ समाचार संगठनों ने खबर दी कि मंगलुरु के मॉल में भीड़ द्वारा जो कह रही थी कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है, एक मुस्लिम युवक पर हमला किया गया।
खबरों में बताया गया कि मुस्लिम युवक की पिटाई हुई
न्यूज़18 उर्दू की रिपोर्ट में, समाचार एंकर ने कहा कि पीटे जाते दिख रहा व्यक्ति एक मुस्लिम युवक है, जिसे भीड़ ने कहा कि भारत ‘हिंदू राष्ट्र’ है, जहां मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं है। संवाददाता ने आगे कहा कि पीड़ित का नाम शाकिर है और सूत्रों के अनुसार, यह हमला संघ परिवार से जुड़े लोगों की करतूत थी। इस प्रसारण का वीडियो नीचे पोस्ट किया गया है।
न्यूज़18 उर्दू के अलावा, आज तक ने भी बताया था कि एक मुस्लिम युवक की भारत एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है, कह कर पिटाई की गई थी। बाद में यह रिपोर्ट बदल दी गई, लेकिन उसका स्क्रीनशॉट नीचे पोस्ट किया गया है। ध्यान देने योग्य है कि लेख का URL ‘https://aajtak.intoday.in/story/karnataka-mangaluru-muslim-youth-beaten-video-viral-1-1123254.html’ है।
हिंदी समाचार संगठन, जनसत्ता, जो द इंडियन एक्सप्रेस समूह से संबंधित है, ने इस घटना की सूचना इस शीर्षक से दी- ‘भारत हिंदू राष्ट्र, यहां मुस्लिमों को नहीं रहना चाहिए’, कहते ही लोगों ने युवक को पीट दिया”। यहाँ भी, लेख का URL बताता है कि इसे बदला गया है, क्योंकि इसमें लिखा है, ‘https://www.jansatta.com/crime-news-hindi/karnataka-muslim-youth-beaten-by-students-in-mangaluru-mall-allegedly-said-india-is-a-hindu-nation-video-viral-jsp/1166875/’।
न्यूज़18 उर्दू और आज तक ने गलत खबर दी
न्यूज़18 उर्दू और आज तक ने इस घटना की गलत समाचार प्रकाशित की थी। वह पीड़ित, जिसकी पिटाई हुई, मुस्लिम समुदाय का नहीं है। इसके अलावा, जिन लोगों ने उसके साथ मारपीट की थी, उन्होंने नहीं कहा था कि भारत एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है। वास्तव में यह बात पीड़ित ने कही थी, जो कि वीडियो क्लिप से स्पष्ट है जिसमें उसे ‘हिंदू राष्ट्र’ का ज़िक्र करते हुए सुना जा सकता है। यह ध्यान देने योग्य है कि आजतक ने बाद में अपनी रिपोर्ट हटा दी थी।
द न्यूज़ मिनट की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंजूनाथ, जिसकी पिटाई की गई थी, उसने कहा था, भारत एक हिंदू राष्ट्र है, जिसके बाद छात्रों के एक समूह द्वारा उसके साथ मारपीट की गई। इस रिपोर्ट में कहा गया है, “पुलिस ने बताया कि उन्होंने मोइदीन सफवान, अब्दुल रहीम साद और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, मंजूनाथ से मारपीट करने वाले युवक शहर के एक कॉलेज के थे और उनमें से कुछ अपनी ड्रेस पहने हुए थे।”
यही रिपोर्ट न्यूज़ 18 द्वारा की गई। दिलचस्प बात है कि न्यूज़18 उर्दू ने उल्टी जानकारी दी थी, जिसे इस लेख में बताया गया है।
पोस्टकार्ड न्यूज़ के संस्थापक ने सांप्रदायिक दावे के साथ साझा किया
पोस्टकार्ड न्यूज़ के संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े ने यह वीडियो झूठे दावे के साथ ट्वीट किया था कि ‘शांतिप्रिय लोगों’ ने मॉल में कुछ लड़कियों से छेड़खानी की थी, और जब एक हिंदू द्वारा ऐसा करने से रोका गया, तो उसके साथ मारपीट की। इसे मंगलुरु पुलिस द्वारा यह कहते हुए खारिज कर दिया गया- “हमारी जांच इस कथन की पुष्टि नहीं करती। हमने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।”
This happened in Mangalore
When PEACEFUL students eve-teased girls in a Mall
A Hindu interrupted & questioned those perverts
But look how PEACEFULs abused & assaulted the Hindu
Doesn’t this come under mob lynching?
Seculars have consumed Fevicol#IstandwithManjunathShenoy pic.twitter.com/H7VmkZPAj3
— Mahesh Vikram Hegde (@mvmeet) September 26, 2019
यह ध्यान देने योग्य है कि हमले का शिकार व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से नहीं है, जैसा कि मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा बताया गया है।
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