भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है, लेकिन इससे संबंधित दावों के साथ अनवेरिफ़ाईड तस्वीरें और वीडियोज़ की सोशल मीडिया पर बाढ़ आयी हुई हैं. रात के समय विस्फ़ोट और धुएं के गुबार की एक तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि ये भारतीय विमानवाहक युद्धपोत INS विक्रांत के हमले के बाद कराची बंदरगाह की है.

पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के 2 हफ़्ते बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई के शुरुआती घंटों में ऑपरेशन सिन्दूर शुरू किया जिसमें पाकिस्तान और POK में नौ आतंकवादी जगहों पर हमला किया गया. केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने कार्रवाई को “केंद्रित, मापी गई और गैर-उतेजक” बताया जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया. 7 मई की देर रात, जम्मू-कश्मीर के पूंछ और राजौरी इलाकों में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम गांवों पर पाकिस्तान द्वारा भारी मोर्टार गोलाबारी की ख़बरें आईं जिसमें करीब 16 नागरिकों की मौत हो गई. उन्होंने ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट और अमृतसर सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाने की भी कोशिश की. इन्हें भारत के एकीकृत काउंटर UAS ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया. इसके बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने आनुपातिक प्रतिक्रिया में पाकिस्तान में कई जगहों पर वायु रक्षा राडार और प्रणालियों को निशाना बनाया और लाहौर में वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया.

एक X हैंडल, गुजरात टाइटन्स (@Gujrat_titans_) ने 8 मई को ये दावा करते हुए तस्वीर शेयर की कि ये कराची बंदरगाह है. (आर्काइव)

पोस्ट को 25 लाख से ज़्यादा बार देखा गया.

अतुल कुशवाह (@RealAtulsay) ने कथित तस्वीर को 2 अन्य तस्वीरों और एक वीडियो क्लिप के साथ शेयर किया. इसमें कई कारों में आग की लपटों दिखती है. ऐसा लगता है ये शायद विस्फ़ोटों के कारण हुआ है. कैप्शन में उन्होंने दावा किया कि INS विक्रांत ने कराची बंदरगाह पर हमला किया और उसे जला दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि कराची पोस्ट के साथ बहावलपुर डिविजन मुख्यालय को भी नष्ट कर दिया गया है और रावलपिंडी मुख्यालय निशाने पर है. (आर्काइव)

पोस्ट को लगभग 5 लाख बार देखा गया है.

ऑल्ट न्यूज़ ने पहले ही यूज़र द्वारा शेयर कारों के जलने की वीडियो क्लिप का फ़ैक्ट-चेक किया. ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि इसका भारत-पाकिस्तान संघर्ष से कोई संबंध नहीं है. ये फ़िलाडेल्फिया का तीन महीने पुराना वीडियो है. इस पर ऑल्ट न्यूज़ की फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पढ़ें. 

इसी तरह की पोस्ट, X यूज़र वैष्णवी (@Vaishu_z) ने भी की थी. बाद में ट्वीट को हटा दिया गया. लेकिन इससे पहले इसे लगभग 6 लाख बार देखा गया था. आगे, पोस्ट का स्क्रीनशॉट है:

इंस्टाग्राम अकाउंट, Piccha_lyt ने INS विक्रांत की तस्वीर के साथ एक कोलाज शेयर करते हुए दावा किया कि ये कराची बंदरगाह के विनाश का है. (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ को BBC की 24 फ़रवरी, 2020 की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इसमें यही तस्वीर थी. रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तस्वीर रॉकेट हमले के जवाब में ग़ाज़ा और सीरिया में इज़रायल के हवाई हमले की है.

द गार्डीअन ने लिखा कि तस्वीर में रविवार, 23 फ़रवरी, 2020 की सुबह दक्षिणी ग़ाज़ा पट्टी में राफ़ा पर इज़राइल का हवाई हमला दिखाया गया है.

रिडर्स नोट करें कि कराची बंदरगाह पर INS विक्रांत से जुड़े किसी भी हमले के बारे में भारत सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. 

कुल मिलाकर, रात के समय हुए विस्फ़ोट की वायरल तस्वीर साल 2020 की है और ये ग़ाज़ा पर इज़रायल हवाई हमले की है. ये दावा बिल्कुल ग़लत है कि ये कराची शहर के बंदरगाह के दृश्य दिखाती है.

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