भारत में बढ़ते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के इस्तेमाल के साथ ऑनलाइन ट्रोलिंग, खास तौर पर फैनडम के संदर्भ में, खासी वृद्धि देखी गई है. इसका एक उदाहरण वैश्विक स्तर पर जानी-मानी कोरियन म्यूज़िक बैंड BTS के फैन गर्ल्स की टारगेटेड ट्रोलिंग है. ये ट्रोल अक्सर अपमानजनक कमेंट्स का सहारा लेते हैं, जो न केवल BTS के फैन्स को नीचा दिखाते हैं, बल्कि नेपाली लोगों के बारे में नस्लवादी बयान से यह कहते हुए रूढ़ियों को बढ़ावा देते हैं कि नेपाली लोग कोरियन पुरुषों की सस्ती नकल मात्र हैं. इन ट्रोल्स की हरकतें सोशल मीडिया पर एक परेशान करने वाला पैटर्न उजागर करती हैं, जहां अक्सर लोग नकली पहचान के साथ बिना किसी जवाबदेही के हास्य और व्यंग्य के नाम पर पूर्वाग्रही विचार व्यक्त करते हैं.
इससे भी अधिक परेशान करने वाली बात यह है कि मुख्यधारा का मीडिया बिना किसी वेरीफ़िकेशन के इसे असली खबर के रूप में पोस्ट करके इस ट्रोलिंग को बढ़ावा देता है. ऐसी ही एक खबर में न्यूज 24 ने एक लड़की की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए दावा किया गया कि एक भारतीय लड़की सोशल मीडिया पर एक लड़के से कोरियन समझकर मिली, और वह उससे शादी करने के लिए घर से भाग गई, लेकिन असल में वह एक नेपाली चौकीदार निकला. (आर्काइव लिंक)
ये ग्राफिक कई सालों से सोशल मीडिया पर मौजूद है जिसमें एक लड़की की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए ऐसा दावा किया जाता है. इसपर व्यंग्य लिखकर कई सोशल मीडिया यूज़र्स और पेज इसे शेयर सालों से शेयर करते रहते हैं. नीचे दिया गया फ़ेसबुक पोस्ट फ़रवरी 2022 का है.
फ़ैक्ट-चेक
वायरल खबर के बारे में जानकारी जुटाने के लिए जब हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स सर्च किये तो हमें इंटरनेट पर इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली. हमने वायरल तस्वीर को फेस सर्च इंजन वाले टूल lenso.ai पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें पता चला कि यह तस्वीर मधुलिका सिंह नाम की एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की है.
हमने देखा कि मधुलिका सिंह के हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट्स पर कई यूज़र्स ने कोरियन-नेपाली वाले खबर से जुड़े कमेंट्स किये थे. मधुलिका ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में इस मामले पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “सोशल मीडिया पर एक मीम वायरल है जो मेरे बारे में है इसलिए मुझे इसपर बहुत जल्द ध्यान देने की आवश्यकता है, मैं आज या कल इसके बारे में एक वीडियो पोस्ट करूंगी. मेरा पूरा इंस्टाग्राम ऐसे मैसेजों से भरा है.”
जब हमने इस मामले को लेकर मधुलिका सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने बताया, “यह खबर झूठी है और कई सालों से इंटरनेट पर चल रही है, जिसमें मेरी तस्वीर का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. मैंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इन पोस्ट्स को कई बार रिपोर्ट भी किया है.”
कुल मिलाकर, न्यूज़ 24 ने कई सालों से व्यंग्य के रूप में पोस्ट किये गए फ़र्ज़ी खबर को बिना वेरीफाइ किये पोस्ट किया जिसमें एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया गया है.
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