बिहार में एक चुनावी रैली के दौरान छठ पूजा पर राहुल गांधी की टिप्पणी ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस सांसद ने मुख्य रूप से उत्तर भारतीय राज्यों में मनाई जाने वाली छठ पूजा को ‘ड्रामा’ कहा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अक्टूबर को बिहार के मुजफ्फ़रपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी की कथित टिपण्णी की आलोचना की और कांग्रेस और राजद को “बेशर्म” कहा. बिहार में विपक्षी गठबंधन की आलोचना करते हुए मोदी ने दावा किया, ”कांग्रेस और राजद ने छठ पूजा को ”ड्रामा” कहकर वोट के लिए छठी मैया का अपमान किया है.” पीएम के सटीक शब्द थे, “उनके (राजद-कांग्रेस) लिए, छठी मैया की पूजा एक ड्रामा है.” (नीचे दिए गए वीडियो में 5 मिनट 34 सेकेंड से आगे.)

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एक क्लिप शेयर करते हुए टिप्पणी की कि राहुल गांधी को बिहार की संस्कृति और आस्था के प्रति कोई सम्मान नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने छठ महापर्व को “नाटक” बताया. (आर्काइव)

भाजपा समर्थक रौशन सिन्हा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने छठ पूजा को एक ड्रामा बताया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार चुनाव अभियान की शुरुआत “हिंदुओं को गाली देकर” की थी. ध्यान दें  X हैंडल @MrSinha_ नियमित तौर पर ग़लत सूचना और सांप्रदायिक प्रॉपगेंडा शेयर करता है. (आर्काइव)

यही दावा X यूज़र पॉलिटिकल कीड़ा (@PoliticalKida) ने भी किया था. ये हैन्डल खुद को “झूठ पकड़ने वाला, ह्य्पोक्रेसी स्लेयर” कहता है. उन्होंने लिखा, ”राहुल गांधी ने छठ पूजा को ड्रामा कहा.” (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

हमने 29 अक्टूबर, 2025 को मुज़फ़्फ़रपुर में दिए गए राहुल गांधी के भाषण की समीक्षा की और पाया कि उन्होंने छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों के लिए ‘ड्रामा’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. इसके बजाय, उन्होंने पीएम मोदी के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए ‘ड्रामा’ शब्द का इस्तेमाल किया. 

उनके चुनाव पूर्व संबोधन का जो हिस्सा वायरल हुआ है, उसमें कांग्रेस नेता के सटीक शब्द थे: “एक तरफ यमुना, गंदा पानी, इतना गंदा की कोई पीले, या उतर जाए तो बीमारी हो जाए. दूसरी तरफ छोटा सा मोदी जी के लिए तालाब. दूर-दूर से पाइप से पानी आता है. एक हिंदुस्तान, मोदी जी वाला हिंदुस्तान.”

“अगर मोदी जी को ड्रामा करना है…छठ पूजा का ड्रामा करना है, तो पानी आ जाएगा, वीडियो कैमरा आ जाएगा. साफ पानी और उसी के 10 गज दूर हिंदुस्तान की सच्चाई.”

“एक तरफ नाटक, अंबानी अडानी का हिंदुस्तान, नरेंद्र मोदी का ड्रामा. और दूसरी तरफ हिंदुस्तान की सच्चाई, गंदा पानी और बीमारी… टीवी पर वो पाइप दिख गया, कि नरेंद्र मोदी जी नहाने आएंगे, बाकी हिंदुस्तान गंदे पानी में नहाएगा. नरेंद्र मोदी जी के लिए साफ पानी आएगा पाइप में, तालाब बन जाएगा, और मोदी जी ड्रामा करेंगे. ये पूरे हिंदुस्तान नहीं देखा.”

इन बातों से ये साफ है कि ‘ड्रामा’ शब्द का मतलब उस चीज़ से है जिसे राहुल गांधी ने पीएम मोदी के छठ पूजा के प्रदर्शन के रूप में देखा था. राहुल गांधी ने बाद में अपने भाषण में ड्रामा शब्द का फिर से ज़िक्र किया, लेकिन निश्चित रूप से उन्होंने ऐसा छठ पूजा के लिए नहीं कहा.

59 मिनट 18 सेकेंड पर राहुल गांधी ने फिर कहा, “ड्रामा बना रखा है.. एक तरफ मोदी जी ड्रामा कर रहे हैं, कहते हैं, ‘ये देखो भैया मैं यमुना जी में नहाया हूं.’ वहाँ कोई यमुना जी नहीं है. वहां ये तालाब है. नरेंद्र मोदी जी अपने स्विमिंग पूल में नहा गए, अपने तालाब में नहा गए. उनको यमुना से कुछ लेना देना नहीं, उनको छठ पूजा से कुछ लेना देना नहीं.

ये विवाद उन ख़बरों से पैदा हुआ कि प्रधानमंत्री को 28 अक्टूबर को छठ की पूजा करने के लिए दिल्ली के वासुदेव घाट पर डुबकी लगानी थी. आप नेता सौरभ भारद्वाज ने मौके से एक वीडियो बनाया और भाजपा पर मोदी के लिए कृत्रिम पूल भरकर “नकली” यमुना बनाने का आरोप लगाया. हालांकि, अंत में, उन्होंने साइट का दौरा नहीं किया.

कुल मिलाकर, पीएम मोदी और बीजेपी से जुड़े लोगों का ये दावा ग़लत है कि राहुल गांधी ने छठ पूजा को ‘ड्रामा’ कहा था.

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