व्हाट्सएप्प समेत सोशल मीडिया में वायरल एक तस्वीर को इस संदेश के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह, भारतीय वायुसेना के बालाकोट हवाई हमले में मारे गए लोगों के लिए पाकिस्तान में खोदी जा रही कब्रों को, दर्शाती है। “#पाकिस्तान-में ४ दिन-से-लगातार-कब्रे# खुदवायी-जा-रही है और तुम अभी तक सबूत पे ही अटके हो।”

कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा इस तस्वीर को फेसबुक पर शेयर किया गया है।

 

कई ट्विटर यूजर्स ने भी यही तस्वीर, इसी कैप्शन के साथ प्रसारित की है।

यूनाइटेड हिन्दू के इंस्टाग्राम अकाउंट से इस तस्वीर को 900 लाइक मिले।

 

पुरानी तस्वीर

ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर की गूगल पर रिवर्स सर्च की तो इसे 2016 की एक रिपोर्ट में पाया (topyaps.com द्वारा पुनः प्रकाशित)।

गूगल रिवर्स इमेज सर्च ने 2013 के न्यू यॉर्क टाइम्स के एक लेख तक भी पहुंचाया, जिसमें ऐसी ही तस्वीर थी। तस्वीर का स्रोत एसोसिएटेड प्रेस था, जिसमें इस तस्वीर का विवरण इस प्रकार था, “रविवार, 17 फरवरी 2013, शनिवार को क्वेटा, पाकिस्तान में हुए बम धमाके में मारे गए लोगों के लिए कब्रें तैयार करते पाकिस्तानी लोग”। यह तस्वीर, वायरल तस्वीर वाले स्थान की दूसरे तरफ से ली गई प्रतीत होती है।

 

गेट्टी इमेजेज में भी, पाकिस्तान में बमबारी के मृतकों की सामूहिक कब्रों की ऐसी तस्वीरों का संग्रह है। हालांकि ये, वायरल हुई तस्वीर नहीं हैं, मगर उसी स्थान पर ली गई लगती हैं।

 

हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ वायरल हुई तस्वीर का सटीक स्थान और समय निर्धारित नहीं कर सका, लेकिन, हम यह पता कर पाए कि यह इंटरनेट पर कम से कम 2016 से है। इसलिए, यह बालाकोट हवाई हमले के बाद की नहीं हो सकती।

जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों पर भारत के हवाई हमले के बाद यह खबर आई कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। उसके बाद से यह साबित करने के लिए कि हवाई हमले से पाकिस्तान में काफी विनाश हुआ है, सोशल मीडिया में भ्रामक सूचनाएं बड़ी संख्या में प्रसारित की जा रही हैं। पहले 2005 के कश्मीर के भूकंप की तस्वीरें IAF के हवाई हमले के परिणाम के रूप में शेयर की गईं। ऐसे दावे करने के लिए भ्रामक वीडियो भी सोशल मीडिया में शेयर किए जा रहे हैं। यहाँ तक कि एक सोशल मीडिया यूजर ने यह दावा करने के लिए कि 26 फरवरी के हवाई हमले में 292 आतंकवादी मारे गए, ‘एक पाकिस्तानी दोस्त’ के साथ फर्ज़ी व्हाट्सएप्प चैट बनाकर शेयर कर दिया था।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.